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शॉर्ट न्यूज़ : 19 अप्रैल , 2024

शॉर्ट न्यूज़ : 19 अप्रैल , 2024


वासुकी इंडिकस

लॉरेंस वोंग- सिंगापुर के नये प्रधानमंत्री

लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार

विश्व भविष्य ऊर्जा शिखर सम्मेलन

केरल में भारतीय नौसेना के एक प्रमुख परीक्षण और मूल्यांकन केंद्र का उद्घाटन

Gaia BH3 ब्लैक होल

अंतरराष्ट्रीय साहित्य पुरस्कार

इन्फ्लूएंजा A (H5N1)

तेलंगान के नये पुरातात्विक स्थल

केंद्र सरकार द्वारा हरित ऋण कार्यक्रम मानदंडों में बदलाव

माउंट रुआंग


वासुकी इंडिकस

संदर्भ

भारत में जीवाश्म विज्ञानियों गुजरात के कच्छ में पनांद्रो लिग्नाइट खदान में विशाल सर्प के अवशेष का पता लगाया है। जीवाश्म विज्ञानियों ने इसे ‘वासुकी इंडिकस’ नाम दिया है। 

वासुकी इंडिकस के बारें में

VASUKI

  • इस नई प्रजाति का नाम भगवान शिव से जुड़े पौराणिक सर्प वासुकी के नाम पर ‘वासुकी इंडिकस’ रखा गया है। 
    • इस प्राचीन प्रजाति का अब तक खोजे गए सबसे लंबे साँप जितना बड़ा होने का अनुमान है।
  • हिंदू पौराणिक कथाओं में, वासुकी साँपों के राजा माने जाते हैं और नाग पंचमी पर उनकी पूजा की जाती है।
    • इसे विलुप्त हो चुके ‘मैडट्सोइड्स (Madtsoiidae) साँप परिवार से संबंधित माना जाता है।
  • आकार : वासुकी इंडिकस की लंबाई 10.9 –15.2  मीटर तक अनुमानित है। यह अब तक ज्ञात सबसे लंबे सांप, विलुप्त ‘टाइटनोबोआ’ के बराबर है।
    • गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार, वर्ष 1912 में इंडोनेशिया के सेलेब्स से लिए गए एक नमूने की रिकॉर्ड लंबाई 10 मीटर है।
  • कालावधि : वासुकी इंडिकस साँप की कालावधि लगभग 4.7 करोड़ पूर्व की मानी जा रही है।

लॉरेंस वोंग- सिंगापुर के नये प्रधानमंत्री

PM

  • हाल ही में लॉरेंस वोंग को सिंगापुर का नया प्रधान मंत्री चुना गया 
  • ये 15 मई 2024 को सिंगापुर के चौथे प्रधान मंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
  • ये सिंगापुर के प्रधानमंत्री के रूप में ली सीन लूंग का स्थान लेंगे 
  • सिंगापुर के पहले प्रधान मंत्री ली कुआन यू थे।

सिंगापुर 

SINGAPORE

  • यह मलय प्रायद्वीप के दक्षिणी छोर पर स्थित है।
  • इसे वर्ष 1963 में ब्रिटेन से स्वतंत्रता मिली
  • अवस्थिति:
    • पश्चिम में मलक्का जलसन्धि
    • दक्षिण में सिंगपुर जलसन्धि
    • पूर्व में दक्षिण चीन सागर
    • उत्तर में जोहोर जलसन्धि
  • राष्ट्रपति - थर्मन शनमुगरत्नम
  • राजधानी - सिंगापुर
  • मुद्रा - सिंगापुर डॉलर

लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार

AMITABH

  • वर्ष 2024 का लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार बॉलीवुड अमिताभ बच्चन को दिया जाएगा।
  • यह पुरस्कार 24 अप्रैल 2024 को मास्टर दीनानाथ मंगेशकर की 82वीं पुण्यतिथि पर दिया जाएगा।

लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार

  • वर्ष 2022 में इस पुरस्कार की शुरुआत की गई।
  • यह पुरस्कार राष्ट्र और समाज के प्रति अग्रणी योगदान के लिए दिया जाता है।
  • यह पुरस्कार मास्टर दीनानाथ मंगेशकर स्मृति प्रतिष्ठान संस्थान द्वारा दिया जाता है।
  • वर्ष 2022 के लिए इस पुरस्कार के पहले प्राप्तकर्ता प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी थे।
  • वर्ष 2023 में आशा भोसले को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

विश्व भविष्य ऊर्जा शिखर सम्मेलन

  • 16 से 18 अप्रैल तक 16वां विश्व भविष्य ऊर्जा शिखर सम्मेलन-2024 अबू धाबी (UAE) में आयोजित हुआ।  
  • इस सम्मलेन में स्थायी ऊर्जा और जलवायु पहल के लिए वैश्विक नेता, नीति निर्माता और विशेषज्ञ आदि शामिल हुए।
  • इस सम्मलेन में अंतर्राष्ट्रीय नवीकरणीय ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक ने वर्ष 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को कम से कम 11 टेरावाट तक बढ़ाने पर बल दिया। 

विश्व भविष्य ऊर्जा शिखर सम्मेलन

ENERGYC

  • यह संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में आयोजित होने वाला एक वार्षिक कार्यक्रम है।
  • इसकी शुरुआत वर्ष 2008 में हुई थी।
  • इसका उद्देश्य निम्नलिखित विषयों पर चर्चा के लिए मंच प्रदान करना है-
    • नवीकरणीय ऊर्जा
    • वैश्विक जलवायु कार्रवाई
    • भविष्य की ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता
    • सतत एवं स्वच्छ प्रौद्योगिकियों का विकास 
    • भविष्य की ऊर्जा चुनौतियों के व्यावहारिक समाधान; आदि

केरल में भारतीय नौसेना के एक प्रमुख परीक्षण और मूल्यांकन केंद्र का उद्घाटन

NAVYCENTER

  • हाल ही में  केरल में इडुक्की जिले के कुलमावु में ध्वनिक लक्षण वर्णन और मूल्यांकन के लिए एक अत्याधुनिक सबमर्सिबल प्लेटफॉर्म {Submersible Platform for Acoustic Characterisation and Evaluation} (SPACE)का उद्घाटन किया।
  • इसे भारतीय नौसेना के लिए निर्धारित सोनार प्रणालियों के लिए एक प्रमुख परीक्षण और मूल्यांकन केंद्र के रूप में डिजाइन किया गया है।
  • इसमें दो अलग-अलग संयोजन शामिल होंगे- 
    • एक प्लेटफ़ॉर्म जो पानी की सतह पर तैरता है
    • एक सबमर्सिबल प्लेटफ़ॉर्म जिसे विंच सिस्टम का उपयोग करके 100 मीटर गहराई तक उतारा जा सकता है।
  • इस का उपयोग मुख्य रूप से संपूर्ण सोनार प्रणाली के मूल्यांकन के लिए किया जाएगा

सोनार प्रणाली

SONAR

  • सोनार का पूरा नाम साउंड नेविगेशन एंड रेंजिंग है।
  • यह एक ऐसी तकनीक है जो पानी के भीतर वस्तुओं का पता लगाने और उनसे दूरी मापने और समुद्र तल का नक्शा बनाने के लिए ध्वनि तरंगों का उपयोग करती है
  • सोनार का उपयोग जहाजों, पनडुब्बियों और अन्य पानी के नीचे के वाहनों द्वारा अन्य जहाजों, बाधाओं और पानी के नीचे की विशेषताओं को नेविगेट करने और पता लगाने के लिए किया जाता है।
  • इसका उपयोग समुद्री पर्यावरण का अध्ययन करने और वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए भी किया जा सकता है।

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation- DRDO)

DMINISTRY

  • यह भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अधीन कार्य करता है।
  • यह भारतीय सेना की रक्षा जरूरतों के अनुसार विश्व स्तरीय हथियार और यंत्र का निर्माण करता है।
  • स्थापना - वर्ष 1958 
  • मुख्यालय - नई दिल्ली 

Gaia BH3 ब्लैक होल

  • हाल ही में खगोलविदों द्वारा मिल्की वे आकाशगंगा में सबसे बड़े स्टेलर ब्लैक होल की खोज की है। 
  • इस स्टेलर ब्लैक होल का द्रव्यमान सूर्य से 33 गुना अधिक है।
  •  इसका निर्माण एक विस्फोटित तारे के ढहने से हुआ था।
    • यह पृथ्वी से 2,000 प्रकाश वर्ष दूर एक्विला तारामंडल में स्थित है। 
    • यह पृथ्वी का दूसरा सबसे निकटतम ब्लैक होल है।
    • पृथ्वी का सबसे निकटतम Gaia BH1 ब्लैक होल है। 
  • इसकी खोज शोधकर्ता द्वारा यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के Gaia मिशन के डेटा विश्लेषण करने दौरान की गई थी।  
  • अब तक आकाशगंगा में लगभग 50 स्टेलर-द्रव्यमान वाले ब्लैक होल की पहचान की गई है।

ब्लैक होल का निर्माण कैसे?

  • जब सूर्य के द्रव्यमान से 8 गुना से अधिक द्रव्यमान वाले तारे का ईंधन खत्म होने पर यह सुपरनोवा के रूप में विस्फोट हो जाता है 
    • फलस्वरूप इसका कोर ढहकर एक स्टेलर ब्लैक होल में परिवर्तित हो जाता है।

अंतरराष्ट्रीय साहित्य पुरस्कार

  • हाल ही में कन्नड़ कवि ममता जी सागर को अंतरराष्ट्रीय साहित्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • इन्हें यह यह पुरस्कार विश्व लेखक संगठन (WOW) द्वारा साहित्य में उनके योगदान के लिए दिया गया।

MAMTA

ममता जी सागर

  • वर्तमान में यह सृष्टि मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट, डिज़ाइन एंड टेक्नोलॉजी की फैसिलिटेटर हैं।
  • इन्हें देश-विदेश में कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया-   
    • यूके में सांची होन्नम्मा काव्य प्रशस्ति (2019) 
    • भाषाभारती अनुवाद पुरस्कार (2019); आदि
  • मुख्य संकलन
    • पहला संकलन 'काडा नविलिना हेज्जे' (1992 में प्रकाशित)
    • हाइड एंड सीक (2014 में प्रकाशित)
    • कन्नड़ नाटक "माये भरा मनावे भरा" का ‘द स्विंग ऑफ डिज़ायर’ के रूप में अनुवाद

अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक पुरस्कार

  • यह पुरस्कार विश्व लेखक संगठन (WOW) द्वारा दिया जाता है 
  • इसे WOW द्वारा ‘गोल्डन LIFFT’ साहित्यिक पुरस्कार के उत्तराधिकारी के रूप में स्थापित किया गया। 
  • इसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर लेखकों के साहित्य में योगदान को प्रोत्साहित करना है।

इन्फ्लूएंजा A (H5N1)

संदर्भ 

हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ‘इन्फ्लूएंजा A’ (H5N1) विषाणु से मानव संक्रमण के एक नए मामले की पुष्टि की है। यह अमेरिका में ‘इन्फ्लूएंजा A’ (H5N1) विषाणु का दूसरा पुष्ट मानव मामला है और किसी संक्रमित स्तनपायी के संपर्क से होने वाला यह पहला मानव संक्रमण है। 

H5N1

WHO का क्या कहना है ?

  • संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी के मुख्य वैज्ञानिक जेरेमी फ़रार के अनुसार, H5N1 बर्ड फ्लू का ‘A’  स्ट्रेन "एक वैश्विक ज़ूनोटिक पशु महामारी" बन गया है। 
  • WHO के अनुसार, वर्ष 2003 से मार्च 2024 तक , H5N1 बर्ड फ्लू  के 889 मानव संक्रमण के मामलों (23 देशों के) में से 463 व्यक्तियों की मौत हो गई है; अर्थात इसकी वजह से होने वाला मृत्यु दर 52 प्रतिशत है। 
  • हालाँकि, H5N1 के लिए टीके और उपचार के विकास की दिशा में प्रयास चल रहे हैं।

एवियन इन्फ्लूएंजा A विषाणु के बारे में

  • बर्ड फ्लू या एवियन इन्फ्लूएंजा A एक बीमारी है जो दुनिया भर में जंगली पक्षियों में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले एवियन इन्फ्लूएंजा टाइप A वायरस (H5N1) के कारण होती है।
    • इन्फ्लूएंजा A वायरस Gs/GD वंश से संबंधित है। 
  • कभी-कभी, यह विषाणु पक्षियों से स्तनधारियों को संक्रमित कर सकता है, जिसे ‘स्पिलओवर’ कहा जाता है।
  • प्रसार
    • यह विषाणु आमतौर पर पक्षियों या जानवरों (स्वाइन फ्लू) में फैलता है किन्तु यह मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकता है।
    • मनुष्यों में संक्रमण मुख्य रूप से संक्रमित जानवरों या दूषित वातावरण के सीधे संपर्क में आने से होता है।
  • प्रभाव
    • मनुष्यों में इन्फ्लूएंजा A विषाणु संक्रमण ऊपरी श्वसन पथ में सामान्य संक्रमण से लेकर अधिक गंभीर बीमारियों तक का कारण बन सकता है।
    • मानव संक्रमणों में नेत्रश्लेष्मलाशोथ (Conjunctivitis), गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण (gastrointestinal symptoms), एन्सेफलाइटिस (encephalitis) और एन्सेफैलोपैथी (encephalopathy) की समस्या भी देखने को मिली है।

LUNGS

इन्फ्लूएंजा A विषाणु के प्रकार

  • इन्फ्लूएंजा A वायरस को मूल मेजबान पशु या पक्षी के आधार पर एवियन इन्फ्लूएंजा, स्वाइन इन्फ्लूएंजा, या अन्य प्रकार के पशु इन्फ्लूएंजा वायरस के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है।
  • इन्फ्लुएंजा A विषाणु की सतह पर दो प्रोटीन, हेमाग्लगुटिनिन (HA) और न्यूरोमिनिडेज़ (NA) उपस्थित होते है। 
    • इन दोनों प्रोटीनों के कई संयोजन संभव हैं, जैसे, H5N1, H7N2, H9N6, H17N10, आदि।

तेलंगान के नये पुरातात्विक स्थल

संदर्भ

तेलंगाना के मुलुगु जिले के ऊरागुट्टा में एक अद्वितीय लौह युगीन महापाषाण स्थल और भद्राद्री कोठागुडेम जिले के दमारातुगो में महापाषाण काल के दो नए प्रस्तर चित्र खोजे गए हैं।

नवीन पुरातात्विक स्थलों के बारे में  

  • पुरातत्वविदों के अनुसार, इस महापाषाण स्थल पर नए प्रकार के स्मारक हैं, जो भारत के अन्य क्षेत्रों में अब तक कहीं भी प्रकाश में नहीं आए हैं। अधिकांश महापाषाण स्मारक चौकोर या आयताकार आकार के हैं।
  • आमतौर पर ऊरागुट्टा क्षेत्र में जो महापाषाण स्मारक मिलते हैं उन्हें 'डोलमेनोइड सिस्ट' के नाम से  जाना जाता है। यूरोप में, ऐसे स्मारकों को पैसेज चैंबर्स के नाम से जाना जाता है।
    • यहाँ खोजे गए स्मारक में पाषाणों को इसप्रकार व्यवस्थित किया गया है कि सबसे उपरी पाषण एक ढक्कन (cap-stone) के समान प्रतीत होता है। 
    • प्रत्येक 'डोलमेनॉइड सिस्ट' का एक अनूठा आकार है जो उसके कैप-स्टोन द्वारा निर्धारित होता है। इन स्मारकों की तिथि लगभग 1,000 ईसा पूर्व होने की सम्भावना है।
  • घने जंगल और पहाड़ी की ढलानों में स्मारकों की सही संख्या की गणना नहीं की जा सकी है, यहाँ  200 से अधिक महापाषाण स्मारक मिलने की संभावना है। 

JUNGLE

महापाषाणिक प्रस्तर चित्र

  • पुरातत्वविदों ने भद्राद्री कोठागुडेम जिले के गुंडाला मंडल के दमारातोगु में दो नए रॉक आर्ट स्थलों की भी खोज की।
  • 'देवरलाबंदा मूला' में एक चट्टान पर कुछ जानवरों के चित्र मिले हैं, इसमें मनुष्यों का कोई भी चित्रण नहीं किया गया है। 
  • इस चित्र में कोई भी हथियार या पालतू जानवर चित्रित नहीं हैं, इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि ये चित्र 8000 - 3000 ईसा पूर्व मध्यपाषाण युग के हो सकते हैं।

ARCHAELOGY


केंद्र सरकार द्वारा हरित ऋण कार्यक्रम मानदंडों में बदलाव

संदर्भ 

केंद्र सरकार ने पर्यावरण मंत्रालय के द्वारा संचालित ग्रीन क्रेडिट कार्यक्रम के मानदंडों में बदलाव किया है और इस बात पर जोर दिया है कि वृक्षारोपण के बजाय सम्पूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

PLANT

ग्रीन क्रेडिट कार्यक्रम

  • पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली’ (LiFE) अभियान के अंतर्गत पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने ग्रीन क्रेडिट कार्यक्रम की शुरुआत अक्टूबर 2023 में की थी।
    • इसका उद्देश्य 'ग्रीन क्रेडिट' उत्पन्न करने के लिए निम्नीकृत वन भूमि पर वनीकरण में निवेश को प्रोत्साहित करना है।
  • एक अभिनव बाजार-आधारित व्यवस्था है जिसे व्यक्तियों, समुदायों, निजी क्षेत्र के उद्योगों और कंपनियों जैसे विभिन्न हितधारकों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में स्वैच्छिक पर्यावरणीय कार्यों को प्रोत्साहित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
  • ग्रीन क्रेडिट प्रोग्राम का शासन ढांचा एक अंतर-मंत्रालयी संचालन समिति द्वारा समर्थित है। 
    • भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद (ICFRE) ग्रीन क्रेडिट कार्यक्रम के प्रशासक के रूप में कार्य करता है और जो कार्यक्रम कार्यान्वयन, प्रबंधन, निगरानी और संचालन के लिए जिम्मेदार है।
  • जी.सी.पी. आठ प्रमुख पर्यावरणीय गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए बाजार-आधारित दृष्टिकोण पेश करता है।
    • ग्रीन क्रेडिट प्रोग्राम अपने प्रारंभिक चरण में, दो प्रमुख गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करता है: जल संरक्षण और वनीकरण।
    • इसके बाद के चरणों में इस तरह की शामिल गतिविधियाँ हैं : 
      • स्थायी कृषि
      • कचरे का प्रबंधन
      • वायु प्रदूषण में कमी
      • मैंग्रोव संरक्षण और पुनर्स्थापन
      • इको मार्क लेबल विकास
      • टिकाऊ भवन और बुनियादी ढाँचा।
  • पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के तहत ग्रीन क्रेडिट कार्यक्रम कार्यान्वयन नियम 2023 के मसौदे को अधिसूचित किया गया।
    • पर्यावरण मंत्रालय ने ख़राब वन परिदृश्यों की बहाली के लिए अपने दिशानिर्देशों को बदलाव किया है, जिससे राज्यों को आवश्यक वृक्ष घनत्व निर्धारित करने की स्वायत्तता मिलती है, जो पहले प्रति हेक्टेयर न्यूनतम 1,100 पेड़ निर्धारित थी।
    • नए दिशानिर्देश उपयुक्त पुनर्स्थापन तत्वों के रूप में झाड़ियों, जड़ी-बूटियों और घास को शामिल करने की अनुमति देते हैं।

ग्रीन क्रेडिट कार्यक्रम का कार्यान्वयन 

  • जी.सी.पी. के तहत, बहाली के लिए 13 राज्यों में लगभग 10,983 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले 387 वन भूखंडों की पहचान की गई है।
  • इच्छुक पार्टियाँ राज्य वन विभागों द्वारा संचालित वास्तविक वनीकरण के साथ, इन इन क्षेत्रों  में वनीकरण परियोजनाओं को वित्तपोषित कर सकती हैं।
  • वृक्षारोपण के दो साल बाद, भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद (आईसीएफआरई) के मूल्यांकन के बाद, प्रत्येक पेड़ एक हरित क्रेडिट अर्जित कर सकता है।
  • इन क्रेडिट का उपयोग निवेशकों द्वारा वन कानूनों का अनुपालन करने के लिए किया जा सकता है, जिसके लिए गैर-वानिकी उद्देश्यों के लिए उपयोग की जाने वाली वन भूमि के मुआवजे की आवश्यकता होती है। 
    • इन्हें कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व उद्देश्यों या पर्यावरण, सामाजिक और शासन रिपोर्टिंग मानदंडों को पूरा करने के लिए लागू किया जा सकता है।
  • ग्रीन क्रेडिट कार्यक्रम, ऊर्जा संरक्षण अधिनियम, 2001 के अधीन बनाई गई कार्बन क्रेडिट व्यापार योजना, 2023 से पृथक है।

माउंट रुआंग

संदर्भ 

इंडोनेशिया के रुआंग ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद उच्चतम अलर्ट की घोषणा की और आसपास के क्षेत्र से सैकड़ों लोगों को विस्थापित किया है। 

माउंट रुआंग ज्वालामुखी के बारें में:

  • माउंट रुआंग, इंडोनेशिया के उत्तरी सुलावेसी प्रांत में स्थित एक ‘स्ट्रैटोवोलकानो’ या ‘एक खड़ा शंक्वाकार’ ज्वालामुखी पर्वत है।
  • यह वर्षों में लावा, चट्टान के टुकड़े, राख और अन्य पदार्थों के परतों से बना है। 
  • माउंट रुआंग में लगातार हो रहे ज्वालामुखी विस्फोटों के कारण सैकड़ों लोगों को पलायन करना पड़ रहा है।
    • इसमें आखिरी बड़ा विस्फोट वर्ष 2002 में हुआ था।

MOUNT

  • इंडोनेशिया विश्व का सबसे बड़ा द्वीपसमूह राष्ट्र है और यहाँ 120 सक्रिय ज्वालामुखी हैं।
  • यह प्रशांत महासागर के चारों ओर टेक्टॉनिक भ्रंश रेखाओं की एक ‘घोड़े की नाल’ के आकार की श्रृंखला 'रिंग ऑफ फायर' के किनारे स्थित है। 
  • रिंग ऑफ फायर जापान से दक्षिण पूर्व एशिया और प्रशांत महासागर बेसिन तक फैली हुई है।

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