News Articles 24-Sep-2021
‘जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल’ (आई.पी.सी.सी.) द्वारा अगस्त 2021 में अपनी नवीन रिपोर्ट जारी की गई है। ‘क्लाइमेट चेंज 2021: द फिज़िकल साइंस बेसिस’ नामक इस रिपोर्ट को लगभग 200 से अधिक जलवायु विशेषज्ञों के शोध-पत्रों के आधार पर तैयार किया गया है। इस रिपोर्ट में नवीन तथ्यों के आधार पर जलवायु परिवर्तन पर चिंता व्यक्त की गई है।
News Articles 11-Sep-2021
हाल ही में, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा गुवाहाटी के दक्षिण-पश्चिमी किनारे पर स्थित ‘दीपोर बील’ वन्यजीव अभयारण्य को ‘पारिस्थितिकी संवेदनशील क्षेत्र’ (eco-sensitive zone) के रुप में अधिसूचित किया गया है।
News Articles 11-Sep-2021
‘संयुक्त राष्ट्र महासचिव’ द्वारा इस माह ‘खाद्य प्रणाली शिखर सम्मेलन’ का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन का उद्देश्य वर्ष 2030 तक ‘सतत विकास लक्ष्यों’ (Sustainable Development Goals - S.D.G.) को प्राप्त करने के लिये ‘वैश्विक खाद्य प्रणालियों’ में बदलाव लाना है।
News Articles 07-Sep-2021
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा द्वारा वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मोटे अनाज वर्ष (International year of millets) के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। इसकी घोषणा के लिये भारत ने संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) में प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। भारत की इस पहल पर मोटे अनाजों को महत्त्व देने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है।
PT Cards 02-Sep-2021
जलवायु परिवर्तन संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिये बृहन्मुंबई नगर निगम द्वारा ‘मुंबई जलवायु कार्य योजना’ का मसौदा तैयार किया जा रहा है। ऐसा सी-40 (C-40) जलवायु नेतृत्व समूह शहरों के प्रति मुंबई की प्रतिबद्धता के कारण किया गया है।
News Articles 01-Sep-2021
जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते के पाँच वर्ष पूर्ण होने के उपरांत भारत इस समझौते के बिंदुओं का अनुपालन करने वाला एकमात्र जी-20 देश है। इसके अतिरिक्त, ‘जर्मनवॉच, कैन इंटरनेशनल तथा न्यू क्लाइमेट इंस्टीट्यूट’ द्वारा प्रकाशित ‘जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक’ में भारत लगातार दो वर्षों से शीर्ष 10 देशों में शामिल रहा है।
News Articles 27-Aug-2021
संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) की संस्था ‘जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल’ (IPCC) की हालिया रिपोर्ट में नीतिगत महत्त्व को स्पष्ट करते हुए यह कहा गया है कि केवल ‘नेट ज़ीरो’ के लक्ष्य तक पहुँचना ही पर्याप्त नहीं होगा। विगत 30 वर्षों से जलवायु वार्ता एक ऐसे ‘फ्रेम’ के साथ संघर्ष कर रही है, जिसने वैश्विक ‘कार्बन स्पेस’ साझा करने वाले देशों के मध्य असंतुलन को बढ़ा दिया है।
News Articles 26-Aug-2021
विशेषज्ञों का मानना है कि आर्कटिक क्षेत्र के देशों को ‘सैन्य और आर्थिक मुद्दों’ से इतर पर्यावरणीय चुनौतियों पर ध्यान देना चाहिये। आर्कटिक परिषद्, आर्कटिक क्षेत्र के देशों के मध्य सहयोग, समन्वय एवं अंत:क्रिया को बढ़ावा देने के लिये ‘ओटावा घोषणा’ द्वारा वर्ष 1996 में स्थापित एक उच्च स्तरीय अंतर्सरकारी निकाय है।
News Articles 23-Aug-2021
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हाइड्रोफ्लोरोकार्बन (HFCs) के उपयोग को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के लिये ‘ओज़ोन क्षयकारी पदार्थों’ से संबंधित ‘मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल’ के तहत किये गए किगाली संशोधन के अनुसमर्थन को स्वीकृति दे दी है। इस संशोधन को अक्तूबर 2016 में रवांडा की राजधानी किगाली में आयोजित मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के पक्षकारों की 28वीं बैठक के दौरान अपनाया गया था।
News Articles 14-Aug-2021
एक अध्ययन के अनुसार, जलवायु परिवर्तन से बांझपन में वृद्धि हो रही है। जलवायु परिवर्तन से जैव विविधता पर असर पड़ रहा है। तापमान बढ़ने से बहुत से जीवों की प्रजनन क्षमता में गिरावट आ रही है और उनमें बांझपन बढ़ रहा है।