पाठ्यक्रम में उल्लिखित विषयों की पारिभाषिक शब्दावलियों एवं देश-दुनिया में चर्चा में रही शब्दावलियों से परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाने का चलन तेजी से बढ़ा है। यह खंड वस्तुनिष्ठ और लिखित दोनों परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण है। शब्दावलियों से परिचय अभ्यर्थियों को कम परिश्रम से अधिक अंक लाने में मदद करता है। इस खंड में प्रतिदिन एक महत्वपूर्ण शब्दावली से परिचय कराया जाता है।
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22-May-2025
काउंटरसाइक्लिकल कैपिटल बफर भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) का एक नियामकीय उपाय है, जिसका उद्देश्य बैंकों को आर्थिक उछाल एवं मंदी के चक्रों से बचाना होता है। यह एक अतिरिक्त पूंजी भंडार होता है जिसे बैंक आर्थिक तेज़ी (Boom) के समय में जमा करते हैं, ताकि जब मंदी (Recession) आए तो वे इस पूंजी का इस्तेमाल करके ऋण देना जारी रख सकें।
21-May-2025
वाइब कोडिंग एक नई प्रोग्रामिंग शैली है, जिसमें एआई टूल्स की मदद से कोड लिखा जाता है। इसमें प्रोग्रामर तकनीकी कोडिंग के बजाय निर्देश देने पर ध्यान देता है। इससे तकनीकी जानकारी न रखने वाले लोग भी आसानी से सॉफ्टवेयर बना सकते हैं। यह शैली समय की बचत करती है और प्रयोग में सरल होती है।
20-May-2025
कैरोलिन सिद्धांत अंतरराष्ट्रीय कानून में आत्मरक्षा के अधिकार से संबंधित एक महत्त्वपूर्ण सिद्धांत है। इसके अनुसार कोई भी राष्ट्र तभी आत्मरक्षा का सहारा ले सकता है जब खतरा स्पष्ट, तात्कालिक और टालने योग्य न हो। इस सिद्धांत के अनुसार आत्मरक्षा की कार्रवाई केवल आवश्यकता की स्थिति में और अनुपातिक रूप में ही की जानी चाहिए।
19-May-2025
इसका अर्थ है किसी कंपनी या उद्योग द्वारा अपनी पर्यावरणीय छवि को बेहतर बनाने के लिए गलत या भ्रामक तरीके से स्वयं को प्रस्तुत किया जाना, खासकर जल निकायों या समुद्री संसाधनों से संबंधित मामलों में। यह एक विपणन रणनीति है जो उपभोक्ताओं को विश्वास दिलाती है कि वे टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल हैं जबकि वास्तव में ऐसा नहीं होता है।
17-May-2025
ऑरेंज इकोनॉमी उस आर्थिक क्षेत्र को दर्शाता है जो संस्कृति, कला, रचनात्मकता एवं बौद्धिक संपदा पर आधारित होता है। इसे क्रिएटिव इकोनॉमी भी कहते हैं। इसमें मुख्यतः सांस्कृतिक मूल्यों, रचनात्मक अभिव्यक्तियों, कलात्मक सेवाओं तथा उत्पादों व बौद्धिक संपदा के निर्माण, उत्पादन एवं वितरण से जुड़ी आर्थिक गतिविधियाँ शामिल होती हैं।
16-May-2025
मिलिंग आउटटर्न रेशियो वह अनुपात है, जो यह दर्शाता है कि धान से कितनी मात्रा में चावल प्राप्त होता है। इसे प्रतिशत में मापा जाता है। सामान्यतः यह अनुपात भारत में 65-70% के बीच होता है, अर्थात 100 किलोग्राम धान से लगभग 65-70 किलोग्राम चावल निकलता है। यह अनुपात धान की किस्म, मिलिंग तकनीक और नमी की मात्रा पर निर्भर करता है।
15-May-2025
डीएक्सटिंक्शन या पुनर्जीवन वह वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जिसमें पहले विलुप्त हो चुकी प्रजातियों को फिर से जीवित करने का प्रयास किया जाता है। यह क्लोनिंग, आनुवंशिकी और जीन संपादन जैसी आधुनिक तकनीकों पर आधारित है। इसका उद्देश्य न केवल प्रजातियों को वापस लाना है, बल्कि पारिस्थितिकी तंत्र में उनका सही स्थान भी पुनः स्थापित करना है।
14-May-2025
ताज ट्रेपेजियम ज़ोन (TTZ) उत्तर भारत में स्थित एक विशेष पर्यावरणीय सुरक्षा क्षेत्र है, जो लगभग 10,400 वर्ग किलोमीटर में फैला है। यह उत्तर प्रदेश के आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, हाथरस एवं एटा ज़िलों तथा राजस्थान के भरतपुर जिले में विस्तृत है। इसमें ताजमहल, आगरा किला और फतेहपुर सीकरी जैसे विश्व धरोहर स्थल शामिल हैं। इस क्षेत्र को वायु प्रदूषण से संरक्षित रखने हेतु सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर औद्योगिक गतिविधियों और प्रदूषणकारी वाहनों पर नियंत्रण लगाया गया है।
13-May-2025
प्रीडेटरी प्राइसिंग वह रणनीति है, जिसमें बड़ी कंपनियाँ जानबूझकर अपने उत्पादों की कीमत लागत से भी कम रखती हैं ताकि छोटी प्रतिस्पर्धी कंपनियाँ नुकसान के कारण बाजार से बाहर हो जाएं। इस रणनीति का मुख्य उद्देश्य प्रतिस्पर्धा खत्म कर बाजार में एकाधिकार स्थापित करना होता है। जब प्रतिस्पर्धी हट जाते हैं, तब वह कंपनी कीमतें बढ़ाकर भारी मुनाफा कमाती है। भारत में यह व्यवहार प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2002 के तहत गैरकानूनी माना जाता है।
12-May-2025
यह एक विशेष बीमा प्रणाली है, जिसमें क्षति के आकलन की बजाय पूर्व निर्धारित मापदंडों (जैसे वर्षा की मात्रा, भूकंप की तीव्रता) के आधार पर मुआवजा दिया जाता है। यह मॉडल भुगतान प्रक्रिया को तेज बनाता है और प्राकृतिक आपदाओं व जलवायु जोखिमों जैसी स्थितियों में विशेष रूप से प्रभावी होता है। इसके माध्यम से प्रशासनिक लागत में कमी आती है और लाभार्थियों को त्वरित सहायता मिलती है।
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