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विश्व एड्स दिवस- 1 दिसंबर 

प्रारंभिक परीक्षा- समसामयिकी, एचआईवी, एड्स, डब्ल्यूएचओ, यूएनएड्स
मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3 

संदर्भ:

संयुक्त राष्ट्र एजेंसी 'यूएनएड्स' ने कहा है कि वर्ष 2030 तक एड्स को समाप्त किया जा सकता है।

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प्रमुख बिंदु:

  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक स्तर पर 2022 के अंत तक 3.9 करोड़ से भी ज्यादा लोग एचआइवी के साथ जी रहे थे।
  • एड्स से हर मिनट एक जान जाती है।
  • अभी तक एड्स से 4 करोड़ मौतें हो चुकी हैं।
  • एड्स से मौतों की संख्या 2004 में करीब 20 लाख थी, जो 2010 में घटकर 13 लाख हो गई थी।
  • रिपोर्ट के अनुसार 2022 में 6.3 लाख लोगों में एड्स की पुष्टि हुई थी।
  • भारत में अनुमानित 24.7 लाख लोग एचआइवी से पीड़ित हैं।
  • रिपोर्ट में सम्भावना व्यक्त की गई है कि सामुदायिक नेतृत्व से 2030 तक इसे समाप्त किया जा सकता है।
  • विश्व एड्स दिवस 2023 का उद्देश्य यही है कि एड्स को समाप्त करने के लिए सामुदायिक नेतृत्व की पूरी क्षमता का उपयोग किया जाए।

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  • विश्व एड्स दिवस प्रत्येक वर्ष 1 दिसम्बर को मनाया जाता है।
  •  वर्ष 2023 की थीम- लेट कम्यूनिटीज लीड (Let Communities Lead)

एचआईवी (ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस):

  • यह एक वायरस है। 
  • यह उन कोशिकाओं पर हमला करता है जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करती हैं।
  • संक्रमित व्यक्ति अन्य संक्रमणों और बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। 
  • यह एचआईवी से पीड़ित व्यक्ति के शारीरिक तरल पदार्थों के संपर्क में आने से फैलता है।
  • एचआईवी से पीड़ित व्यक्ति को एड्स की ओर अग्रसर माना जाता है।
  • यदि संक्रमित व्यक्ति को अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो एचआईवी एड्स रोग का कारण बन सकता है।

विशेष जानकारी:

अमेरिका में, एचआईवी से पीड़ित अधिकांश लोगों में एड्स विकसित नहीं होता है, क्योंकि निर्धारित एचआईवी दवा लेने से बीमारी का बढ़ना रुक जाता है।

 एड्स (एक्वायर्ड इम्यूनोडिफीसिअन्सी सिंड्रोम):

  • एड्स एचआईवी संक्रमण का अंतिम चरण है।
  • इसमें वायरस के कारण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाती है।
  • एचआईवी की दवा के बिना, एड्स से पीड़ित लोग लगभग 3 साल तक जीवित रहते हैं।

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एचआईवी प्रसार के कारण:

यह एचआईवी पीड़ित व्यक्ति के शरीर के कुछ तरल पदार्थों के संपर्क में आने से फैलता है। यह तरल पदार्थ हैं-

  • खून
  • वीर्य
  • मलाशय तरल पदार्थ
  • योनि द्रव
  • स्तन का दूध; आदि

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तरल पदार्थों के संपर्क में आने की सम्भावना:

  • संक्रमित व्यक्ति द्वारा असुरक्षित सेक्स और ओरल सेक्स
  • संक्रमित रक्त आधान, रक्त उत्पाद, या अंग/ऊतक प्रत्यारोपण
  •  संक्रमित व्यक्ति के काटने से
  • संक्रमित के मसूड़ों में घाव हो; उसे चुंबन करने से

एचआईवी कैसे नहीं फैलता:

  • हवा या पानी
  • मच्छर या अन्य कीड़े
  • लार, आंसू, पसीना, मूत्र जिसमे संक्रमित रक्त में मिश्रित न हो
  • हाथ मिलाते हुए; गले लगाना; बर्तन, पीने के गिलास साझा करना; आदि

एड्स के प्रसार के कारणों में आज भी स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता एवं जिम्मेदारी का अभाव, अशिक्षा, निर्धनता, अज्ञानता और बेरोजगारी प्रमुख कारण माने जा सकते हैं।

एचआईवी के लक्षण:

स्टेज 1: तीव्र एचआईवी संक्रमण

एचआईवी से संक्रमण के 2 से 4 सप्ताह के भीतर, लगभग दो-तिहाई लोगों को फ्लू लक्षण दिखाई पड़ते हैं-

  • बुखार
  • ठंड लगना
  • रात का पसीना
  • मांसपेशियों में दर्द
  • गला खराब होना
  • थकान
  • सूजी हुई लसीका ग्रंथियां
  • मुंह के छालें

स्टेज 2: क्लिनिकल लेटेंसी

  • इस चरण में, वायरस अभी भी बढ़ता है, लेकिन बहुत कम स्तर पर।
  • इस चरण में लोग बीमार महसूस नहीं भी कर सकते हैं। 
  • इस चरण को दीर्घकालिक एचआईवी संक्रमण भी कहा जाता है ।
  • एचआईवी उपचार के बिना, लोग इस अवस्था में 10 या 15 वर्षों तक रह सकते हैं, लेकिन कुछ लोगों में यह समय बेहद कम हो जाता है।

स्टेज 3: एड्स

  • यदि आपको एचआईवी है और आप एचआईवी उपचार नहीं ले रहे हैं, तो अंततः वायरस आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर देगा और आप एड्स की ओर बढ़ जाएंगे ।
  • यह एचआईवी संक्रमण का अंतिम चरण है।

एड्स के लक्षणों में शामिल हो सकते हैं-

  • तेजी से वजन कम होना
  • बार-बार बुखार आना या रात में अत्यधिक पसीना आना
  • अत्यधिक और अस्पष्ट थकान
  • बगल, कमर या गर्दन में लसीका ग्रंथियों की लंबे समय तक सूजन
  • दस्त जो एक सप्ताह से अधिक समय तक रहता है
  • मुँह, गुदा या गुप्तांगों में घाव
  • न्यूमोनिया
  • त्वचा पर या उसके नीचे या मुंह, नाक या पलकों के अंदर लाल, भूरे, गुलाबी या बैंगनी रंग के धब्बे
  • स्मृति हानि, अवसाद और अन्य तंत्रिका संबंधी विकार

नोट:

 इनमें से प्रत्येक लक्षण अन्य बीमारियों से भी संबंधित हो सकता है। संक्रमण की पहचान का एकमात्र तरीका है कि परीक्षण करवाना है।

एड्स कैसे फैला:

  • पहला मत:
    • एचआईवी का इतिहास जानवरों से जुड़ा हुआ है।
    • 19वीं सदी में सबसे पहले अफ्रीका के बंदरों में एड्स का वायरस मिला था।
    • माना जाता है बंदरों से यह रोग इंसानों में फैला है।
    • सबसे पहले 1920 में यह बीमारी अफ्रीका के कॉन्गो की राजधानी किंशासा में फैली। 
    • 1959 में कांगो के एक बीमार आदमी के खून के नमूने में सबसे पहले HIV वायरस मिला था।
  • दूसरा मत:
    • अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की रिपोर्ट के अनुसार ये वायरस समलैंगिक युवकों की वजह से फैला।
    • 1981 में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के लॉस एंजिलिस पांच पुरुषों में यह वायरस पाया गया था, जो समलैंगिक थे।

एड्स से बचाव:

  • जीवन-साथी के अलावा किसी अन्‍य से यौन संबंध नही रखें 
  • यौन सम्‍पर्क के समय निरोध(कण्‍डोम) का प्रयोग करें
  • मादक औषधियों के आदी व्‍यक्ति के द्वारा उपयोग में ली गई सिरिंज व सूई का प्रयोग न करें।
  • एड्स पीड़ित महिलाएं गर्भधारण से बचें
  • रक्‍त की आवश्‍यकता होने पर अनजान व्‍यक्ति का रक्‍त न लें
  • एच.आई.वी. जांच किया रक्‍त ही ग्रहण करें; आदि

नोट: एचआईवी आशंका की स्थिति में जाँच अवश्य कराएं, शुरुआती रोकथाम संभव है।

प्रश्न:- एड्स के सम्बन्ध में, निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?

  1. लार, आंसू, पसीना संक्रमण का माध्यम होते हैं।
  2. एचआईवी के शुरुआती चरण को एड्स कहते हैं। 

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए- 

(a) केवल 1

(b) केवल 2

(c) 1 और 2 दोनों

(d) न 1 और ना ही 2   

उत्तर- (d)

मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न: 

एड्स को समाप्त किया जा सकता है यदि सामुदायिक नेतृत्व की पूरी क्षमता का उपयोग किया जाए। विश्लेषण कीजिए।

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