पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने तमिलनाडु के विल्लुपुरम ज़िले में अवस्थित काज़ुवेली आर्द्रभूमि को राज्य के 16वें पक्षी अभयारण्य के रूप में अधिसूचित किया है।
यह अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमि है। 670 वर्ग किमी. जलग्रहण क्षेत्र में विस्तृत इस आर्द्रभूमि को पुलिकट झील के बाद दक्षिण भारत की दूसरी सबसे बड़ी खारे पानी की झील के रूप में जाना जाता है।
यह स्थान वनस्पतियों व जीवों की विविध प्रजातियों का घर है। यह ब्लैक-टेल्ड गॉडविट्स, यूरेशियन कर्लेव, व्हाइट स्टॉर्क और रफ आदि मध्य एशिया एवं साइबेरिया जैसे ठंडे उप-आर्कटिक क्षेत्रों के प्रवासी पक्षियों के लिये आहार स्थल है।