शॉर्ट न्यूज़: 13 जुलाई, 2022
सोडियम आयन बैटरी
कोलंबो सुरक्षा कॉन्क्लेव
अखिल भारतीय शिक्षा समागम
सोडियम आयन बैटरी
चर्चा में क्यों
हाल ही में, वैज्ञानिकों ने नैनो-सामग्री का उपयोग करके सोडियम-आयन आधारित बैटरियों और सुपरकैपेसिटरों का विकास किया है।
प्रमुख बिंदु
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर के भौतिकी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अमरीश चंद्र ने सोडियम-आयन बैटरी को ई-साइकिल में एकीकृत किया है। ई-साइकिल में प्रयुक्त इन बैटरियों को तेजी से चार्ज किया जा सकता है।
- सोडियम की उच्च प्राकृतिक प्रचुरता एवं कम लागत के कारण सोडियम-आयन बैटरियों को लिथियम-आयन बैटरी के संभावित विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।
- इन बैटरियों को कैपेसिटर के समान शून्य वोल्ट तक पूरी तरह से डिस्चार्ज किया जा सकता है, जिसके कारण यह अन्य बैटरी भंडारण तकनीकों की तुलना में सुरक्षित होती हैं।
- इन बैटरियों के निपटान की रणनीति सरल होगी, जिससे यह जलवायु को होने वाले नुकसान को कम करने में भी मदद कर सकती है।
कोलंबो सुरक्षा कॉन्क्लेव
चर्चा में क्यों
हाल ही में, कोच्चि में 'कोलंबो सुरक्षा कॉन्क्लेव’ के तहत उप-राष्ट्रीय सलाहकारों की छठी बैठक आयोजित की गई।
प्रमुख बिंदु
- इस बैठक में भारत, मालदीव, मॉरीशस और श्रीलंका के सदस्यों ने भाग लिया। साथ ही, दो पर्यवेक्षक देशों बांग्लादेश और सेशेल्स के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
- इस बैठक में शामिल देशों द्वारा समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद, तस्करी और संगठित अपराध से संबंधित बढ़ते खतरों का संयुक्त रूप से मुकाबला करने का संकल्प लिया गया।
- विदित है कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विक्रम मिश्री ने किया है।
कोलंबो सुरक्षा कॉन्क्लेव के पाँच स्तंभ
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- समुद्री सुरक्षा
- आतंकवाद और कट्टरता का मुकाबला
- तस्करी और अंतर्राष्ट्रीय संगठित अपराध का मुकाबला
- साइबर सुरक्षा, महत्त्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी का संरक्षण
- मानवीय सहायता और आपदा राहत
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अखिल भारतीय शिक्षा समागम
चर्चा में क्यों
हाल ही में, प्रधानमंत्री ने वाराणसी में अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन किया है।
प्रमुख बिंदु
- इस समागम का आयोजन शिक्षा मंत्रालय द्वारा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के सहयोग से किया गया है।
- इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर विचार विमर्श करने के लिये सार्वजनिक और निजी विश्वविद्यालयों के 300 से अधिक कुलपतियों, निदेशकों, शिक्षाविदों, नीति निर्माताओं एवं औद्योगिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया है।
- यह सम्मेलन राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने के लिये रणनीतियों, सफलता की कहानियों और सर्वोत्तम प्रथाओं पर चर्चा एवं विचार-विमर्श करने हेतु उच्च शैक्षणिक संस्थानों को एक मंच प्रदान करेगा।
- इस समागम के दौरान ‘उच्च शिक्षा पर वाराणसी घोषणा’ को अपनाया गया है, जो भारत को उच्च शिक्षा प्रणाली के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करने के लिये एक नई प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करेगा।