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शॉर्ट न्यूज़: 13 जुलाई, 2022 (पार्ट - 2)

शॉर्ट न्यूज़: 13 जुलाई, 2022 (पार्ट - 2)


विश्व जनसंख्या संभावना 2022

रुपये में वैश्विक व्यापार निपटान

राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण

वन संरक्षण अधिनियम, 1980 

डार्क मैटर


विश्व जनसंख्या संभावना 2022

चर्चा में क्यों ? 

  • संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में भारत के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन से आगे निकल जाने का अनुमान है।
  • यह रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक मामलों के  जनसंख्या विभाग द्वारा  जारी की जाती है ।

विश्व जनसंख्या संभावना 2022  के अनुसार: 

  •  दुनिया की आबादी 2030 में लगभग 8.5 अरब और 2050 में 9.7 अरब और 2080 के दौरान लगभग 10.4 अरब हो सकती है और उप-सहारा अफ्रीका के देशों में 2050 तक आधे से अधिक योगदान देने की उम्मीद है। 
  •  साल 2050 तक अनुमानित वृद्धि आठ देशों में केंद्रित रहेगी। ये देश हैं- कांगो, मिस्र, इथियोपिया, भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस और तंजानिया
  •  वर्ष 2022 में दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले क्षेत्र पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी एशिया थे, जिसमें 2.3 बिलियन लोग थे, जो वैश्विक आबादी का 29% का प्रतिनिधित्व करते थे, और मध्य और दक्षिणी एशिया, 2.1 बिलियन के साथ, विश्व जनसंख्या का 26% प्रतिनिधित्व करते थे।
  • वर्ष 2022 में 1.4 बिलियन से अधिक के साथ, चीन और भारत इन क्षेत्रों में सबसे बड़ी आबादी के लिए जिम्मेदार हैं।
  • 2022 में भारत की आबादी 1.412 अरब है, जबकि चीन की आबादी 1.426 अरब है। वर्ष 2050 में 1.668 बिलियन की आबादी भारत मे होगी, जो सदी के मध्य तक चीन के 1.317 बिलियन लोगों से बहुत आगे है।
  • विश्व के सबसे ज्यादा आबादी वाले शहर टोक्यो यानी जापान की राजधानी में 3.7 करोड़ लोग रहते हैं. दूसरे नंबर पर भारत की राजधानी दिल्ली है. यहां 2.9 करोड़ लोग रहते हैं. वहीं तीसरे नंबर पर चीन के शहर शंघाई में 2.6 करोड़ लोग रहते हैं। 

आबादी के इस तेज गति से बढ़ने के पीछे निम्न कारण है:

  • जन्म दर में बढ़ोतरी, 
  • बढ़ती जीवन प्रत्याशा, 
  • मृत्यु दर में कमी, 
  • प्रजनन निरोधकों की जानकारी का अभाव और 
  • नवजात की मृत्यु दर में कमी  

Note:

  • विश्व जनसंख्या दिवस (11 जुलाई) 2022 का थीम: 8 अरब लोगों की दुनिया : हर किसी के लिए बेहतर भविष्य तय करने की ओर बढ़ते कदम, जहां अवसर हों, अधिकार हों और सब के पास अपनी पसंद का विकल्प हो 

Question of the Day 

प्रश्न . विश्व जनसंख्या संभावना, 2022 के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये :

  1. वर्ष 2000-2020 के मध्य उच्च आय वाले देशों की जनसंख्या वृद्धि में अंतर्राष्ट्रीय प्रवास का योगदान मृत्यु पर जन्म के संतुलन से अधिक है।
  2. इसका प्रकाशन संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या प्रभाग द्वारा  द्विवार्षिक रूप से किया जाता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?

(a) केवल 1 

(b) केवल 2 

(c) 1 और 2 दोनों 

(d) न तो 1, न ही 2

उत्तर : (d) 

Source: the Hindu


रुपये में वैश्विक व्यापार निपटान

  • भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि वैश्विक स्तर पर होने वाले हर कारोबार का निपटारा भारतीय रुपये में किया जा सकेगा। 
  • इस मैकेनिज्म को लागू करने से पहले, AD बैंकों को भारतीय रिजर्व बैंक, मुंबई के केंद्रीय कार्यालय के विदेशी मुद्रा विभाग से अप्रूवल की आवश्यकता होगी।
  • एक्सपोर्ट में भारतीय रुपए के इस्तेमाल से , ग्लोबल ट्रेडिंग में रुपये को बढ़ावा मिलने से भारतीय रुपये में मजबूती आएगी।
  • भारतीय रुपये में व्यापार निपटान की सुविधा के साथ ही भारत को अब उन देशों या कंपनियों से व्यापार करने में आसानी होगी, जो कि डॉलर में लेनदेन करने की इच्छुक नहीं थी।
  • केंद्रीय बैंक का यह कदम रूस के यूक्रेन पर आक्रमण और अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा प्रतिबंधों के मद्देनजर भारतीय मुद्रा पर बढ़ते दबाव के मद्देनजर आया है।
  • आरबीआई के नए भुगतान तंत्र से उम्मीद है  कि कंपनियाँ जो आयात के लिए भुगतान के वैकल्पिक तरीकों की तलाश कर रही थीं, वे नए तंत्र का उपयोग कर सकती हैं। 

आदेश तत्काल प्रभाव से लागू 

  • विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 (FEMA) के तहत भारतीय रुपये में सीमा पार व्यापार लेनदेन के लिए सभी निर्यात और आयात को रुपये में मूल्यवर्गित और इन्वॉइस किया जा सकता है। 
  • दो ट्रेडिंग पार्टनर देशों की मुद्राओं के बीच विनिमय दर बाजार द्वारा निर्धारित हो सकती है। इस व्यवस्था के तहत व्यापार लेनदेन का सेटलमेंट भारतीय रुपये में होगा। 
  • विदेशी एक्सचेंज मैनेजमेंट (डिपॉजिट) विनियम, 2016 के विनियम 7(1) के अनुसार, भारत में एडी बैंकों (Authorised Dealers) को रुपया वोस्ट्रो अकाउंट (Rupee Vostro Accounts) खोलने की अनुमति दी गई है।

 Question of the Day 

प्रश्न . फेमा अधिनियम के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये :

  1. इसका उद्देश्य विदेशी व्यापार और विदेशी भुगतानों को बढ़ावा देना तथा देश में विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाना है।
  2. इसके अनुसार भारत का नागरिक उस व्यक्ति को माना जाता है जो जन्म से भारत का  नागरिक हो।
  3. इसमें दोषी पाए जाने पर सजा तभी होगी जबकि व्यक्ति नोटिस की तिथि से 90 दिन के भीतर निर्धारित अर्थदंड जमा न करे।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल 1 और 2 

(b) केवल 2 

(c) केवल 2 और 3 

(d) केवल 1 और 3 

उत्तर : (d) 

Source: Indian Express


राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण

चर्चा में क्यों ?

  • प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्माणाधीन नए संसद भवन के शीर्ष पर 6.5 मीटर लंबे राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण किया।
  • कांसे से बनी इस मूर्ति का वजन 9,500 किग्रा. है और इसकी चौड़ाई 4.34 मीटर है। 
  • भारत का राजचिह्न सारनाथ स्थित अशोक के सिंह स्तंभ की अनुकृति है, जो सारनाथ के संग्रहालय में सुरक्षित है।  

सारनाथ का स्तंभ 

  • मौर्य काल के सर्वोत्कृष्ट नमूने अशोक के एकाश्म स्तंभ हैं, जो धम्म प्रचार के लिये देश के विभिन्न भागों में स्थापित किये गए थे। 
  • ये स्तंभ आधार की तरफ मोटे तथा ऊपर की तरफ क्रमश: पतले होते चले गए हैं। स्तंभ के मुख्य भाग को ‘लॉट’ कहते हैं और ऊपरी हिस्से को शीर्ष।
  • यह चुनार के बलुआ पत्थर के लगभग 45 फुट लंबे प्रस्तरखंड का बना हुआ है। 
  • इसके शीर्ष पर चार सिंह हैं जो एक-दूसरे की ओर पीठ किये हुए हैं। सिंहों की आकृति बेहद सौम्य प्रतीत नज़र आती है, इसमें उनकी माँसपेशियों, उनके बालों और शारीरिक बारीकियों को बेहद कुशलता के साथ पत्थर पर उकेरा गया है। 
  • इसके नीचे घंटे के आकार के पद्म के ऊपर चित्र वल्लरी में एक हाथी, चौकड़ी भरता हुआ एक घोड़ा, एक साँड़ तथा एक सिंह की उभरी हुई आकृतियाँ हैं और इनके बीच में चक्र बने हुए हैं। इन चक्रों में 24 तीलियाँ हैं। इन्हीं तीलियों को धर्म चक्र प्रवर्तन का प्रतीक माना जाता है।
  • इस सिंह स्तंभ के ऊपर ‘धर्मचक्र’ रखा हुआ है। फलक के नीचे मुण्डकोपनिषद् का सूत्र ‘सत्यमेव जयते’ देवनागरी लिपि में अंकित है, जिसका अर्थ है- ‘सत्य की ही विजय होती है। 

Note

  • बौद्ध धर्म में शेर को विश्वगुरु तथागत बुद्ध का पर्याय माना गया है। बुद्ध के पर्यायवाची शब्दों में शाक्यसिंह और नरसिंह भी है, यह हमें पालि गाथाओं में मिलता है। इसी कारण बुद्ध द्वारा उपदेशित धम्मचक्कप्पवत्तन सुत्त को बुद्ध की सिंहगर्जना कहा गया है। 

Question of the Day

 प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये :

  1. सारनाथ बुद्ध के प्रथम उपदेश के स्थल के रूप में जाना जाता है, जहांँ उन्होंने चार आर्य सत्य साझा किये थे।
  2. भारत के राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में ज्ञात सारनाथ स्तंभ को एक रुपये के नोट और पांँच रुपये के सिक्के पर दर्शाया गया है।
  3. सारनाथ स्तंभ के मुख्य भाग को ‘लॉट’ और ऊपरी हिस्से को 'शीर्ष' कहते हैं।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?

(a) केवल 1 और 3 

(b) केवल 2 

(c) केवल 2 और 3 

(d) 1, 2 और 3 

उत्तर : (d)  

Source: the Hindu


वन संरक्षण अधिनियम, 1980 

  • वन संरक्षण मुद्दे पर पहला कानूनी मसौदा भारतीय वन अधिनियम, 1865 था।
  • इसे औपनिवेशिक काल के दौरान भारतीय वन अधिनियम, 1927 से बदल दिया गया, लेकिन यह पूरी तरह से ब्रिटिश हितों तक ही सीमित था।
  • इसका उद्देश्य वन उपज को विनियमित करना और लकड़ी एवं अन्य वन उपज पर कर लगाना था, जो बाद में सरकार के लिए राजस्व का स्रोत बन गया। 

वन (संरक्षण) अधिनियम, 1980

  • अधिनियम, 1980 जो 25 अक्टूबर 1980 को लागू हुआ, के तहत, गैर-वन उद्देश्यों के लिए वनों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया था। 

अधिनियम का उद्देश्य 

  • पारिस्थितिकी को बनाए रखना और हमारे देश के वनों को संरक्षित करना है। 
  • वृक्षारोपण कर वनों को पुनर्जीवित करना और वनों की वृद्धि को बढ़ाना भी है।
  • वन जैव विविधता के नुकसान को रोकना।
  • वनों को कृषि भूमि, या चरागाह भूमि, या व्यवसाय या आवासीय इकाइयों के भवन में बदलने से रोकना। 

विशेषताएँ :

  • धारा 2: यह धारा राज्य सरकारों और अन्य प्राधिकरणों को केंद्र सरकार की पूर्व अनुमति के बिना कुछ मामलों में कानून बनाने के लिए प्रतिबंधित करती है: जैसे 
  • वन भूमि या उसके किसी भाग का गैर-वन प्रयोजनों के लिए उपयोग नहीं किया जा सकता है।
  • किसी भी वन भूमि या उसके किसी हिस्से को पट्टे के रूप में किसी निजी व्यक्ति, या भारत सरकार द्वारा नियंत्रित किसी व्यक्ति या संगठन को नहीं सौंप सकते हैं। 
  • धारा 3: केंद्र सरकार के पास संबंधित मामलों पर सलाह देने के लिए एक सलाहकार समिति गठित करने की शक्ति है। 
  • धारा 4: केंद्र सरकार को आधिकारिक राजपत्र में अधिसूचित करके, इस अधिनियम के तहत निर्धारित कानूनों को लागू करने की शक्ति है। कोई भी नियम बनाने से पहले उसे तीस दिनों की अवधि के लिए संसद के दोनों सदनों में पेश किया जाना चाहिए। 

Question of the Day 

प्रश्न . निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये :

  1. पर्यावरण संरक्षण भारतीय संविधान में मूल कर्तव्य तथा नीति निदेशक तत्व दोनों में शामिल है।
  2. वन भूमि या उसके किसी भाग के उपयोग करने के संबंध में कानून बनाने का अधिकार केवल राज्य सरकारों को है।
  3. वन राज्य सूची का विषय है।

    उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

    (a) केवल 1 और 2 

    (b) केवल 1

    (c) केवल 2 और 3 

    (d) 1, 2 और 3 

    उत्तर : (b) 

    Source: the Hindu


    डार्क मैटर

    चर्चा में क्यों ?

    • यूएस में साउथ डकोटा में LUX-ZEPLIN (LZ) नामक एक डार्क मैटर डिटेक्टर प्रयोग है, वर्तमान में, यह दुनिया का सबसे संवेदनशील डार्क मैटर डिटेक्टर है। यह पृथ्वी पर इस प्रकार की सबसे संवेदनशील मशीन है।  

    डार्क मैटर क्या है?

    • कई भौतिक विज्ञानी दृढ़ता से मानते हैं कि ब्रह्मांड का पूरा दृश्य भाग (बैरोनिक पदार्थ) इसमें मौजूद सभी पदार्थों का केवल 5% है। उनका मानना ​​है कि बाकी डार्क मैटर और डार्क एनर्जी से बना है। 
    • डार्क मैटर की विशेषता यह है कि डार्क मैटर अपने द्वारा उत्सर्जित विकिरण से पहचाने नहीं जा सकते जबकि अन्य पदार्थ अपने द्वारा उत्सर्जित विकिरण से पहचाने जा सकते हैं।
    • वैज्ञानिको के अनुसार तारों की गति से इनकी स्थिति का पता लगाया जा सकता है।
    • डार्क मैटर की खासियत यह है कि "डार्क मैटर, बैरोनिक मैटर से कोई क्रिया नहीं करता।" जैसे-न्यूट्रालिनॉस (कण) 

    कैसे आई डार्क मैटर की अवधारणा

    • न्यूटन के भौतिकी के नियम सौरमडंल के ग्रहों की चाल तो सटीकता से बता पाते हैं, लेकिन 1970 के दशक में वैज्ञानिकों ने पाया कि ऐसा गैलेक्सी की चक्रिका (Galaxy Discs) के साथ नहीं हो रहा है। बाहरी किनारे पर तारों की घूमने की गति न्यूटन के सिद्धांत के द्वारा बताई गई गति से कहीं ज्यादा थी। यहीं से डार्क मैटर की अवधारणा आई जिसे उस अतिरिक्त गुरुत्व खिंचाव के लिए जिम्मेदार माना गया जो तारों को गति प्रदान कर रहा था।
    • दूसरा प्रमाण, साधारण पदार्थ, आकाश गंगाओं में मौजूद पदार्थों को एक साथ रखने के लिए मजबूत और पर्याप्त गुरुत्वाकर्षण बल का उत्पादन नहीं कर पाते हैं। इसलिए इस तरह ब्रह्मांड के बड़े खगोलीय पिंडों को एक साथ रखने के लिए मैटर के एक अन्य रूप की आवश्यकता होती है।  

    Question of the Day 

    प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये :

    1. XENON1T प्रयोग दोहरे चरण (तरल / गैस) जेनॉन (Xenon) तकनीक का उपयोग करता है जो डार्क मैटर प्रयोग के लिए इटली में भूमिगत स्थित है।
    2. डार्क मैटर के कण इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंटरैक्शन के माध्यम से इंटरैक्ट करते हैं।

    उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

    (a) केवल 1

    (b) केवल 2

    (c) 1 और 2 दोनों 

    (d) न तो 1, न ही 2

    उत्तर : (a) 

    Source: the Hindu


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