शॉर्ट न्यूज़: 22 जुलाई, 2022
मिशन शक्ति
मंकीपॉक्स
दूनागिरी
मिशन शक्ति
चर्चा में क्यों
हाल ही में, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने 'मिशन शक्ति' योजना के लिये विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये हैं।
प्रमुख बिंदु
- सरकार ने 15वें वित्त आयोग की अवधि के लिये (वर्ष 2021-22 से 2025-26 के दौरान) कार्यान्वयन के लिये महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षा और सशक्तिकरण के लिये छत्रक योजना के रूप में 'मिशन शक्ति' नाम से एक एकीकृत महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम शुरू किया है।
- यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने, हिंसा-मुक्त वातावरण में मस्तिष्क और शरीर संबंधी स्वतंत्र निर्णय लेने के लिये प्रेरित करेगी।
- साथ ही, महिलाओं पर देखभाल के बोझ को कम करने और कौशल विकास, क्षमता निर्माण, वित्तीय साक्षरता, सूक्ष्म ऋण तक पहुँच आदि को बढ़ावा देकर महिला श्रमबल की भागीदारी को बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
- मिशन शक्ति की दो उप-योजनाएँ- ‘संबल’ और ‘सामर्थ्य’ हैं।
उप-योजनाएँ
संबल
- यह उप-योजना महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित है। इसके घटकों में नारी अदालतों (Nari Adalats) के एक नए घटक के साथ वन स्टॉप सेंटर, महिला हेल्पलाइन, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की पूर्ववर्ती योजनाएँ शामिल हैं।
- यह समाज और परिवार के भीतर वैकल्पिक विवाद समाधान एवं लैंगिक न्याय को बढ़ावा देने का कार्य करेगी।
सामर्थ्य
- यह उप-योजना महिला सशक्तिकरण से संबंधित है। इसके घटकों में उज्ज्वला, स्वाधार गृह और कामकाजी महिला छात्रावास की पूर्ववर्ती योजनाओं को संशोधनों के साथ शामिल किया गया हैं।
- इसके अलावा, राष्ट्रीय क्रेच योजना और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की मौजूदा योजनाओं को अब सामर्थ्य में शामिल किया गया हैं। साथ ही, इसमें आर्थिक सशक्तिकरण के लिये गैप फंडिंग का एक नया घटक भी जोड़ा गया है।
मंकीपॉक्स
चर्चा में क्यों
हाल ही में, केरल में भारत के पहले मंकीपॉक्स मामले की पुष्टि की गई।
प्रमुख बिंदु
- मंकीपॉक्स एक दुर्लभ बीमारी है जो मंकीपॉक्स विषाणु के संक्रमण से होती है। यह विषाणु पॉक्सविरिडे (Poxviridae) परिवार के ऑर्थोपॉक्स वायरस वंश से संबंधित है।
- यह डबल-स्ट्रैंडेड डी.एन.ए. विषाणु है।
- इसका संक्रमण पहली बार वर्ष 1958 में शोध के लिये रखे गए बंदरों की कॉलोनियों में दर्ज़ किया गया जिसके कारण इसका नाम 'मंकीपॉक्स' रखा गया।
- मनुष्यों में इसका पहला मामला वर्ष 1970 में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में पाया गया।
- यह एक प्रकार की जूनोटिक बीमारी है। इस विषाणु के वाहक जानवर मुख्यत: उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों में पाए जाते हैं।
- इनमें गिलहरी, गैम्बियन चूहे, डॉर्मिस और बंदरों की कुछ प्रजातियाँ शामिल।
लक्षण
- प्रारंभिक लक्षण- बुखार, सिरदर्द, सूजन, पीठ दर्द, मांसपेशियों में दर्द
- शरीर पर दाने का उभरना
- इसकी शुरुआत चेहरे से होती हैं किंतु ये हथेलियों एवं तलवों में ज्यादा होते हैं।
- मंकीपॉक्स का अभी तक कोई सुरक्षित और प्रमाणिक चिकित्सा उपलब्ध नहीं।
- चेचक का टीका इसे रोकने में 85% प्रभावी।
- एंटीवायरल दवाएँ भी सहायक।
दूनागिरी
चर्चा में क्यों
हाल ही में, गार्डेन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड, कोलकाता से प्रोजेक्ट-17A (P-17A) के एक युद्धपोत ‘दूनागिरी’ (Y-3023) को हुगली नदी में लॉन्च किया गया।
प्रमुख बिंदु
- 'दूनागिरी' पी-17A युद्धपोत श्रेणी का चौथा जहाज है, जिसका नामकरण उत्तराखंड की एक पर्वत-श्रृंखला के नाम पर किया गया है।
- यह पी-17 युद्धपोत (शिवालिक श्रेणी) का पोत है जो संशोधित स्टील्थ फीचर, उन्नत हथियार और सेंसर तथा प्लेटफॉर्म प्रबंधन प्रणाली से सुसज्जित है।
- दूनागिरी, पूर्ववर्ती दूनागिरी (लिएंडर) श्रेणी के ए.एस.डब्ल्यू. (ASW) युद्धपोत का संशोधित स्वरुप है जिसने वर्ष 1977 से 2010 तक अपनी सेवाएँ दी थी।
- पी-17A प्रोजेक्ट के पहले दो पोत वर्ष 2019 और 2020 में लॉन्च किये गए थे, जबकि तीसरा पोत (उदयगिरी) 17 मई, 2022 को लॉन्च किया गया।
- पी-17A पोतों की डिज़ाइन स्वदेशी है जिसे नौसेना के डायरेक्टरेट ऑफ नेवल डिज़ाइन (DND) ने तैयार किया है।