शॉर्ट न्यूज़: 22 जुलाई, 2022 (पार्ट - 2)
चीते पुनर्वास
हीट वेव (Heat wave)
अक्साई चिन
NEET परीक्षा: तमिलनाडु का विरोध
व्हाट्सएप बैंकिंग (WhatsApp Banking)
चीते पुनर्वास
चर्चा में क्यों ?
- भारत में चीते को वापस लाने के लिए, जो 1952 से देश में विलुप्त हो चुका है, एक समझौते पर केंद्र सरकार और नामीबिया सरकार ने हस्ताक्षर किए है।
- इस समझौता पर कुछ वर्षों से बातचीत चल रही थी जिसके माध्यम से चीतों के पहले बैच को दक्षिणी अफ्रीका से मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में स्थानांतरित करने की योजना है।
- समझौता ज्ञापन जैव विविधता संरक्षण, दोनों देशों के बीच विशेषज्ञता साझा करने, तकनीकी अनुप्रयोगों, जलवायु परिवर्तन पर सहयोग, प्रदूषण और अपशिष्ट प्रबंधन और वन्यजीव प्रबंधन में प्रशिक्षण और शिक्षा के लिए कर्मियों के आदान-प्रदान पर केंद्रित है।
- चीता को कुनो में स्थानांतरित करने की योजना आईयूसीएन (IUCN) के दिशानिर्देशों के अनुपालन में है, जिसमें वन स्थल की गुणवत्ता, शिकार घनत्व और चीता जैसे बड़े स्तनपायी के लिए वर्तमान वहन क्षमता पर विशेष ध्यान दिया गया है।
पुनर्वास क्या है?
- किसी प्रजाति के 'पुनर्वास' का अर्थ है उसे उस क्षेत्र में छोड़ना जहां वह जीवित रहने में सक्षम है।
- बड़े मांसाहारियों के पुनर्वास को प्रजातियों के संरक्षण और पारिस्थितिकी तंत्र के कार्यों को बहाल करने की रणनीति के रूप में मान्यता दी गई है।
चीते के बारे में
- चीता बड़ी बिल्ली की प्रजातियों में से सबसे पुरानी एक प्रजाति है, जिनके पूर्वजों को पांच मिलियन से अधिक वर्षों पूर्व, मियोसीन युग में खोजा जा सकता है।
- अनुमान है कि जंगली चीते की आबादी लगभग 6,600 है और लगातार घट रही है।
चीते की उप-प्रजातियां :
- उत्तर पश्चिमी अफ्रीकी चीता
- एशियाई चीता
- पूर्वी अफ्रीकी चीता
- दक्षिण अफ़्रीकी चीता
- पूर्वोत्तर अफ्रीकी चीता
- नोट : उत्तर पश्चिमी अफ्रीकी और एशियाई चीता को छोड़कर, जो वर्तमान में गंभीर रूप से संकटग्रस्त (CR) हैं, सभी चीता उप-प्रजातियों को IUCN द्वारा सुभेद्य (VU) के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
- सबसे तेज स्थलीय जानवर-
- चीते बहुत तेज होते हैं और 3 सेकंड में 64 मील प्रति घंटे की गति तक पहुंच सकते हैं।
निवास स्थान :
- चीते कभी अफ्रीका, अरब प्रायद्वीप और मध्य भारत में भी पाए जाते थे।
- हालाँकि, अधिकांश संख्या में अफ्रीकी महाद्वीप से गायब हो गए हैं और अब अपनी ऐतिहासिक सीमा के केवल 10% में पाये जाते है।
- एशिया में, जंगली चीतों की संख्या में आश्चर्यजनक गिरावट देखी गई है।
खतरा :
- निवास स्थान के नुकसान और विखंडन,
- जंगली शिकार की कमी,
- मानव-वन्यजीव संघर्ष
- बुनियादी ढांचे के विकास
Question of the Day
प्रश्न 1. कूनो राष्ट्रीय उद्यान के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये :
- यह प्रोजेक्ट टाइगर योजना में शामिल मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है।
- यह काठियावाड़-गिर शुष्क पर्णपाती वन पारिस्थितिकी क्षेत्र का हिस्सा है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
उत्तर : (a)
Source: The Hindu
हीट वेव (Heat wave)
चर्चा में क्यों ?
- ब्रिटेन और यूरोप के तमाम देश "विनाशकारी" हीट वेव (Heat wave) की चपेट में हैं।
- कनाडा के आसामान में बने हीट डोम के कारण गर्मी ने 10000 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
- ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में तो तापमान 49.44 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया है जिसके परिणामस्वरूप सरकार ने अत्यधिक गर्मी के लिए अपना पहला रेड अलर्ट जारी किया।
- रिकॉर्ड उच्च तापमान और जंगल की आग के कारण सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं।
हीट वेव्स:
- हीट वेव्स असामान्य रूप से उच्च तापमान की वह स्थिति है, जिसमें तापमान सामान्य से अधिक रहता हैI
भारत में हीट वेव्स :
- भारत में हीट वेव्स सामान्यत: मार्च-जून के बीच चलती हैं परन्तु कभी-कभी मौसमी दशाओं के कारण जुलाई तक विस्तारित हो जाती हैंI
- यह मुख्यतः देश के पश्चिमोत्तर भाग को प्रभावित करती हैI
- भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने हीट वेव्स के लिए मानदंड निर्धारित किये हैं-
- मैदानी क्षेत्रों में 40 डिग्री सेल्सियस और पहाड़ी क्षेत्रों में 30 डिग्री सेल्सियस तापमान को हीट वेव्स के मानक के रूप में निर्धारित किया है।
हीट वेव के कारण?
- हीट वेव मानव गतिविधि के कारण होने वाले जलवायु परिवर्तन का परिणाम हैं।
- वैश्विक तापमान पहले ही 1 डिग्री सेल्सियस से अधिक बढ़ चुका है, और यूके में अध्ययनों से पता चला है कि तापमान में एक डिग्री की वृद्धि से देश में 40 डिग्री सेल्सियस की संभावना दस गुना बढ़ जाती है।
- बढ़ते वैश्विक तापमान, जिसके कारण इस साल अंटार्कटिका में सामान्य से 15 डिग्री और उत्तरी ध्रुव में 3 डिग्री से अधिक विचलन हुआ, ने भी पुराने हवा के पैटर्न में बदलाव को प्रेरित किया है।
- इन परिवर्तनों ने पश्चिमी यूरोप में "हीट डोम" की घटना को बढ़ावा दिया है।
हीट डोम :
- यह गर्म हवा का एक ढेर जैसा होता हैं, उच्च दबाव वाले क्षेत्र में फंस जाता है, जो अत्यधिक लहरदार जेट स्ट्रीम में निर्मित होता है, जिसमें अत्यधिक उतार-चढ़ाव होते हैं।
- नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के अनुसार, हीट डोम तब होता है जब वातावरण गर्म समुद्री हवा को ढक्कन या टोपी की तरह फंसा लेता है।
हीट वेव का प्रभाव :
- गर्मी की लहरों की अधिक आवृत्ति, तीव्रता और अवधि ने यूरोप के विभिन्न हिस्सों में सूखे की घटनाओं को भी बढ़ा दिया है।
- इससे जल स्तर का क्रमिक ह्रास हुआ है।
- सूखा प्रवण नदियों ने कृषि और ऊर्जा सुरक्षा दोनों को प्रभावित किया है।
- सर्दियाँ जल्दी समाप्त होने के साथ, वनस्पतियाँ जल्द ही बढ़ने लगती हैं जबकि मिट्टी की नमी में कमी ने जंगल की आग को और अधिक संभावित बना दिया है।
- अत्यधिक तापमान और परिणामस्वरुप उत्पन्न वायुमंडलीय स्थितियां लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं जिसके परिणामस्वरूप कभी-कभी उनकी मृत्यु हो जाती है।
Question of the Day
प्रश्न 2. हीट वेव के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये :
- इस दौरान लगातार पाँच या अधिक दिनों तक दैनिक अधिकतम तापमान औसत अधिकतम तापमान से पाँच डिग्री सेल्सियस अधिक हो जाता है।
- यह स्थिति सामान्यता मार्च और जून के बीच केवल उत्तरी राज्यों तक ही सीमित रहती है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
उत्तर : (a)
Source: The Hindu
अक्साई चिन
चर्चा में क्यों ?
- चीन, अक्साई चिन से होकर गुज़रने वाले एक और हाइवे के निर्माण की योजना बना रहा है जो भारत की सीमा से होता हुआ शिन्ज़ियांग को तिब्बत से जोड़ेगा।
- इस हाइवे को जी-695 नाम दिया गया है जो विवादित अक्साई चिन से होकर गुज़रने वाला दूसरा राष्ट्रीय राजमार्ग होगा।
- इससे पहले 1959 में विवादित जी219 हाइवे बनना शुरू हुआ था, संभावना है कि यह साल 2035 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
अक्साई चिन के बारे में :
- अक्साई चिन 1950 से चीन और भारत के बीच विवादित सीमा क्षेत्र है।
- भारत का दावा है कि चीन ने लगभग 38,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है और यह क्षेत्र लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश का हिस्सा है।
- अक्साई चिन मुख्य रूप से चीन में झिंजियांग स्वायत्त क्षेत्र का हिस्सा है।
भौगोलिक स्थिति :
- अक्साई चिन समुद्र तल से लगभग 5,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित साल्ट फ़्लैट का एक विशाल रेगिस्तान है।
- इसका क्षेत्रफल लगभग 37,244 वर्ग किलोमीटर है।
- अक्साई चिन तिब्बत के पठार का दक्षिण-पश्चिम विस्तार है।
- अक्साई चिन में ज्यादातर निर्जन मैदान हैं जो कि कराकोरम रेंज से उत्तर और उत्तर-पूर्व की ओर और कुनलुन पर्वत से पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम में स्थित हैं।
- इस क्षेत्र में जलवायु ठंडी और शुष्क है।
अक्साई चीन पर विवाद :
- भारत में ब्रिटिश शासन के समय में भारत और चीन के बीच दो सीमाएँ प्रस्तावित थीं- जॉनसन लाइन और मैकडॉनल्ड लाइन।
- जॉनसन लाइन (1865 में प्रस्तावित) तत्कालीन जम्मू और कश्मीर (अब लद्दाख) में अक्साई चिन को भारत के नियंत्रण में दिखाती है जबकि मैकडॉनल्ड लाइन (1893 में प्रस्तावित) इसे चीन के नियंत्रण में रखती है।
- वर्तमान में, वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) लद्दाख के भारतीय क्षेत्रों को अक्साई चिन से अलग करने वाली रेखा है। यह चीनी अक्साई चिन दावा लाइन के साथ समवर्ती है।
Question of the Day
प्रश्न 3. अक्साई चिन के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये :
- भौगोलिक दृष्टि से यह तिब्बती पठार का भाग है।
- यह कराकोरम श्रेणी के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
उत्तर : (a)
Source: The Hindu
NEET परीक्षा: तमिलनाडु का विरोध
- तमिलनाडु सरकार ने शुरू से ही स्नातक और स्नातकोत्तर मेडिकल पाठ्यक्रमों में नीट आधारित प्रवेश का विरोध किया है।
- हालांकि, 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य को और छूट देने से इनकार कर दिया tha किंतु नीट के खिलाफ कानूनी लड़ाई आज भी जारी है।
नीट की शुरुआत :
- मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने 2009 में मेडिकल प्रवेश में मेरिट सुनिश्चित करने और विभिन्न एजेंसियों, सरकारों और डीम्ड विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित कई प्रवेश परीक्षाओं से बचने के एक घोषित उद्देश्य के साथ एनईईटी परीक्षा को प्रारम्भ किया था।
- 2013 में, सुप्रीम कोर्ट ने NEET को असंवैधानिक करार दिया और फैसला सुनाया कि MCI के पास मेडिकल / डेंटल कॉलेजों में प्रवेश को विनियमित करने के लिए अधिसूचना जारी करने का कोई अधिकार नहीं है।
- तीन साल बाद, अदालत ने अपने 2013 के फैसले को वापस ले लिया और अंततः NEET के संचालन को अनिवार्य कर दिया।
- इसके बाद सरकार ने 2016 में एक अध्यादेश जारी किया।
ए के राजन समिति :
- तमिलनाडु सरकार ने जून, 2021 को मद्रास उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति डॉ ए के राजन की अध्यक्षता में समिति का गठन किया था।
- समिति के अध्ययन का विषय है कि क्या राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा आधारित प्रवेश प्रक्रिया ने सामाजिक, आर्थिक और संघीय राजनीति पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है?
Question of the Day
प्रश्न 4. अनुच्छेद 15 के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये :
- इस अनुच्छेद की कोई बात राज्य को सामाजिक और शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े हुए नागरिकों के लिये कोई विशेष उपबंध करने से निवारित नहीं करेगी।
- इसके तहत ‘आर्थिक रूप से दुर्बल वर्ग’ को राज्य द्वारा कुटुंब की आय और आर्थिक अलाभ के अन्य सूचकों के आधार पर समय-समय पर अधिसूचित किये जाने का प्रावधान किया गया है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
उत्तर : (c)
Source: The Hindu
व्हाट्सएप बैंकिंग (WhatsApp Banking)
- देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India) ने भी वॉट्सएप बैंकिंग सुविधा शुरू की है।
- SBI ग्राहक चैट के माध्यम से बैंक बैलेंस, मिनी स्टेटमेंट सहित कई बैंकिंग सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
- व्हाट्सएप बैंकिंग की सुविधा 24×7 उपलब्ध रहेंगी।
Question of the Day
प्रश्न 5. हाल ही में किस बैंक ने व्हा ट्सएप बैंकिंग सेवा शुरू की हैं :
(a) पंजाब नेशनल बैंक
(b) भारतीय स्टेट बैंक
(c) आईडीबीआई बैंक
(d) ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स
उत्तर : (b)
Source: News on AIR