New
GS Foundation (P+M) - Delhi: 5 May, 3:00 PM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 11 May, 5:30 PM Call Our Course Coordinator: 9555124124 Request Call Back GS Foundation (P+M) - Delhi: 5 May, 3:00 PM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 11 May, 5:30 PM Call Our Course Coordinator: 9555124124 Request Call Back

कावेरी बेसिन का लगभग 12,850 वर्ग किमी हरित आवरण नष्ट 

प्रारम्भिक परीक्षा – कावेरी बेसिन का लगभग 12,850 वर्ग किमी हरित आवरण नष्ट, कावेरी नदी
मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-1और 2


संदर्भ

  • भारतीय विज्ञान संस्थान (IISC) बेंगलुरु के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, कावेरी बेसिन में वर्ष 1965 से 2016 तक 50 वर्षों में लगभग 12,850 वर्ग किमी भूमि पर प्राकृतिक वनस्पति नष्ट हो गई है।

iisc

प्रमुख बिंदु                                  

  • कावेरी बेसिन क्षेत्र में 50 वर्षों में प्राकृतिक-वनस्पति में लगभग 46% की गिरावट आई है।
  • कावेरी बेसिन में किसी अन्य राज्य की तुलना में कर्नाटक में तीन-चौथाई क्षेत्रों में अधिक क्षति हुई है। 
  • इन क्षेत्रों में ब्रह्मगिरि वन्यजीव अभयारण्य, बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान, नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान और कावेरी वन्यजीव अभयारण्य शामिल हैं। 
  • बन्नेरघट्टा नेशनल पार्क के संबंध में नम पर्णपाती वन क्षेत्र, जो 1973 में लगभग 50% था, नेशनल पार्क और उसके परिवेश पर "मानवजनित दबाव" के कारण 2015 में 28.5% प्राकृतिक वनस्पति नष्ट हो गई।

प्राकृतिक वनस्पति नष्ट होने का कारण :-

  • अनुचित फसल पैटर्न, पानी का अकुशल उपयोग, बहु-मौसम जल-गहन फसलों को अपनाना, नदी से रेत का अनियमित खनन और वाटरशेड प्रबंधन में सामुदायिक भागीदारी में गिरावट आदि हैं।

समाधान:-

  • प्राकृतिक संसाधनों की परस्पर जुड़ी प्रणाली के साथ जलग्रहण क्षेत्र का एकीकृत प्रबंधन किया जाए।
  • बड़े पैमाने पर जल-गहन नकदी फसलों, मोनोकल्चर और भू-जल के अत्यधिक दोहन पर प्रतिबंध लगाया जाए।
  • देशी प्रजातियों के साथ जलग्रहण क्षेत्र का संवर्धन, जैविक खेती को बढ़ावा देना, अपशिष्ट उपचार संयंत्र स्थापित करना और उद्योगों से शून्य उत्सर्जन सुनिश्चित करना पड़ेगा।

कावेरी नदी:-

  • यह नदी  पश्चिमी घाट के ब्रह्मगिरी श्रृंखला से निकलती है तथा तमिलनाडु में कुडलूर के दक्षिण में बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। 
  • इसकी लंबाई 760 कि॰मी॰ है। इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ - अमरावती, भवानी, हेमावती तथा काबिनि/कपिला  हैं । 
  • इसकी द्रोणी कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु तथा पुडुचेरी में विस्तृत है।
  • भारत में दूसरा सबसे बड़ा जलप्रपात कावेरी नदी बनाती है। इसे शिवसमुंदरम् के नाम से जाना जाता है। 
  • प्रपात द्वारा उत्पादित विद्युत मैसूर, बंगलुरु तथा कोलार स्वर्ण-क्षेत्र को प्रदान की जाती है।

कावेरी नदी जल विवाद:-

  • कर्नाटक से निकलने वाली कावेरी नदी केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी से प्रवाहित होते हुए बंगाल की खाड़ी में गिरती है। 
  • कावेरी नदी पर कर्नाटक के द्वारा बांध बनाने, नदी का रुख मोड़ने, अन्य राज्यों को कम पानी देने के कारण केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी (केन्द्रशासित) राज्यों  में जल विवाद बना हुआ है। 

भारत के प्रमुख नदी जल विवाद

कावेरी जल विवाद

  • कर्नाटक
  • तमिलनाडु
  • केरल

कृष्णा नदी जल विवाद

  • आंध्र प्रदेश
  • कर्नाटक

गोदावरी जल विवाद

  • मध्य प्रदेश
  • कर्नाटक
  • ओडिशा
  • आंध्र प्रदेश

कर्मनाशा नदी जल विवाद

  • उत्तर प्रदेश
  • बिहार

माही नदी जल विवाद

  • गुजरात
  • राजस्थान
  • मध्य प्रदेश

अलियार और भिवानी नदी जल विवाद

  • तमिलनाडु
  • केरल

नर्मदा नदी जल विवाद

  • गुजरात
  • मध्य प्रदेश
  • महाराष्ट्र
  • राजस्थान

सोन नदी जल विवाद

  • बिहार
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्य प्रदेश

यमुना नदी जल बंटवारा विवाद

  • हरियाणा
  • उत्तर प्रदेश
  • राजस्थान
  • दिल्ली
  • हिमाचल प्रदेश

सतलुज यमुना लिंक नहर (एसवाईएल)

  • हरियाणा-पंजाब के बीच

महादयी नदी जल विवाद

  • कर्नाटक-गोवा में झगड़ा

बराक नदी जल विवाद

  • असम
  • मणिपुर

प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न:-  हाल ही में भारतीय विज्ञान संस्थान (IISC),बेंगलुरु के वैज्ञानिकों द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में किस नदी बेसिन में 50 वर्षों में लगभग 12,850 वर्ग किमी क्षेत्र में प्राकृतिक वनस्पति नष्ट हो गई है?

(a)  गोदावरी 

(b)  कृष्णा  

(c)  कावेरी  

(d)  पेन्नार  

उत्तर: (c)

मुख्य परीक्षा प्रश्न:- कावेरी नदी जल विवाद क्या है ? इसके समाधान के उपाय सुझाएँ?   


स्रोत :THE HINDU
« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR