चर्चा में क्यों?
हाल ही में, विश्व आर्थिक मंच (WEF) द्वारा वैश्विक जोखिम रिपोर्ट -2022 का 17वा संस्करण जारी किया गया। रिपोर्ट में व्यक्तिगत और सामूहिक उन्नति के लिये महत्त्वपूर्ण अल्पकालिक जोखिमों की पहचान की गई है।
मुख्य बिंदु

- डब्ल्यू.ई.एफ. के सर्वेक्षण में वैश्विक सुधार के लिये निराशाजनक दृष्टिकोण देखा गया है। यह वैश्विक जी.डी.पी. में गिरावट का मुख्य कारण हो सकता है।
- जलवायु परिवर्तन को पुनः वैश्विक जोखिम के मुख्य कारण के रूप में दर्ज किया गया है। जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई करने में विफलता वैश्विक जी.डी.पी. के आकार को 1/6 तक कम कर सकती है। कॉप-26 में की गई प्रतिबद्धताएँ अभी भी 1.5 डिग्री सेल्सियस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये पर्याप्त नहीं हैं।
- रिपोर्ट में शामिल किये जाने वाले अन्य कारक निम्नलिखित हैं :
- जल संकट
- अकाल के कारण सूखा
- देशों के मध्य संघर्ष
- सामूहिक विनाश के हथियारों का संभावित उपयोग
- विश्व अर्थव्यवस्था की महामारी के बाद की स्थिति
- अन्य मुख्य कारणों में सामाजिक सामंजस्य में कमी, आजीविका संकट और मानसिक स्वास्थ्य में गिरावट को जोखिमों के रूप में पहचाना गया, जो कि कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद से सबसे अधिक बढ़ गया है। ऐसा माना जा रहा है कि अगले तीन वर्षों में वैश्विक सुधार अस्थिर और असमान होगा।