प्रारंभिक परीक्षा: मधुमेह, हार्ट अटैक, मासिक धर्म, अग्न्याशयी हार्मोंस मुख्य परीक्षा: सामान्य अध्ययन, पेपर-2 |
संदर्भ:
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल ‘न्यूट्रीशन, प्रिवेंशन एंड हैल्थ’ में प्रकाशित एक अमेरिकी शोध में कहा गया कि ऐसी लड़कियां जिन्हें 13 वर्ष की आयु से पहले ही मासिक धर्म शुरू हो जाता है; उनके 65 साल की उम्र से पहले मधुमेह के साथ-साथ हृदयघात से पीड़ित होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

प्रमुख बिदु:
- शोधकर्ताओं ने जल्दी मासिक धर्म शुरू होने के कारण टाइप-2 मधुमेह के बढ़ते जोखिम को बताया।
- टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित महिलाओं में पहला मासिक धर्म आया-
- 32 फीसदी महिलाओं में 10 वर्ष की आयु में या उससे पहले
- 14 फीसद महिलाओं में 11 वर्ष की आयु में
- 29 फीसद महिलाओं को 12 वर्ष की आयु में
- अमेरिकी शोध में 20 साल से 65 साल के बीच की 17 हजार से अधिक महिलाओं को शामिल किया गया था।
- इनमें से 11.5 फीसद या 203 महिलाओं ने किसी न किसी प्रकार की हृदय संबंधी बीमारी से पीड़ित होने की जानकारी दर्ज हुई है।
- वैज्ञानिकों ने अपने शोध में कहा कि कम उम्र में पहला मासिक धर्म आना महिलाओं में कार्डियोमेटाबोलिक रोग प्रक्षेपवक्र के प्रारंभिक संकेतकों में से एक है।

पीरियड्स या मासिक धर्म:
- इसे माहवारी, रजोधर्म, मेंस्ट्रुअल साइकिल या एमसी और पीरियड्स के नाम से भी जाना जाता है।
- मासिक धर्म महीने में एक बार आता है।
- सामान्यतः 12 से 13 साल की उम्र में पहला मासिक-धर्म शुरू होता है।
- यह चक्र सामान्य तौर पर 28 से 35 दिनों का होता है।
क्यों होता है मासिक धर्म:
- अंडाशय इस्ट्रोजन एवं प्रोजेस्ट्रोन नामक हार्मोन उत्पन्न होने से प्रत्येक महीने में एक बार गर्भाशय की परत मोटी होने लगती है।
- हार्मोन अंडाशय को एक अनिषेचित डिम्ब उत्पन्न एवं उत्सर्जित करने का संकेत देते हैं।
- अगर लड़की नियत समय पर यौन संबंध नहीं बनाती हैं तो गर्भाशय में गर्भावस्था के लिए तैयार हो रही परत, टूटकर रक्तस्राव के रूप में बाहर निकल जाती है।

हार्ट अटैक या हृदयघात:
- इसे मायोकार्डियल इनफार्क्शन (Myocardial infarction) के रूप में जाना जाता है।
- ऐसे में हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनी पूरी तरह से अवरुद्ध होने के कारण अचानक खून की सप्लाई बंद कर देती है।
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डायबिटीज या मधुमेह:
- आयुर्वेद में डायबिटीज को मधुमेह रोग कहा जाता है।
- डायबिटीज रोग एक तरह का मेटाबॉलिक डिसॉर्डर है, जिसमें शरीर पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है।
- शरीर में इंसुलिन की कमी से शुगर का स्तर बढ़ने लगता है।
- ये बीमारी अनुवाशिंक भी होती है और खराब जीवनशैली के कारण भी होती है।
अग्न्याशयी हार्मोन:
- इंसुलिन:
- इंसुलिन रक्त शर्करा (ग्लूकोज) के स्तर को अधिक होने से रोकता है।
- यह वसा, मांसपेशियों और यकृत में कोशिकाओं को ग्लूकोज को अवशोषित और संग्रहीत करने के लिए संकेत देता है।
- ग्लूकागन:
ग्लूकागन रक्त शर्करा (ग्लूकोज) के स्तर को बहुत कम होने से रोकता है।
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डायबिटीज या मधुमेह के प्रकार:
1. टाइप 1 मधुमेह:
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- यह एक ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया (शरीर गलती से खुद पर हमला करता है) के कारण होता है।
- यह प्रतिक्रिया आपके शरीर को इंसुलिन बनाने से रोकती है।
- मधुमेह से पीड़ित लगभग 5-10% इससे ग्रसित होते हैं।
- इससे ग्रसित व्यक्ति को जीवित रहने के लिए प्रतिदिन इंसुलिन लेने की आवश्यकता होती है।
- इसे ‘किशोर-मधुमेह’ के रूप में भी जाना जाता है।
2. टाइप 2 मधुमेह:
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- इससे पीड़ित व्यक्ति का शरीर इंसुलिन का अच्छी तरह से उपयोग नहीं करता है।
- मधुमेह से पीड़ित लगभग 90-95% लोगों में टाइप 2 मधुमेह होता है।
- स्वस्थ जीवनशैली में परिवर्तन करके इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
3. गर्भावस्थाजन्य मधुमेह:
गर्भावस्था के दौरान विकसित मधुमेह, जिसमें पीड़ित महिला में इसकी पुष्टि पहली बार हुई हो।

- विश्व मधुमेह दिवस प्रत्येक वर्ष 14 नवंबर को मनाया जाता है।
- विश्व हृदय दिवस प्रत्येक वर्ष 29 सितंबर को मनाया जाता है।
- विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस 28 मई को मनाया जाता है।
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प्रश्न:- ‘मधुमेह’ के संबंध में, निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
- टाइप 2 मधुमेह को किशोर मधुमेह के रूप में जाना जाता है।
- टाइप 1 मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति में इन्सुलिन नहीं बनता है।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट-
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न 1 और ना ही 2
उत्तर- (b)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न:
गैर संक्रामक रोग मधुमेह के प्रकार और कारण का उल्लेख करते हुए इसका उपचार सुझाएँ।
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