सलखन जीवाश्म पार्क: यूनेस्को की संभावित विश्व धरोहर सूची में उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक कदम
चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में स्थित सलखन जीवाश्म पार्क कोयूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की अस्थायी सूची में शामिल कर लिया गया है।
यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जो इस स्थल के वैज्ञानिक, भूवैज्ञानिक और पारिस्थितिक महत्व को वैश्विक मंच पर मान्यता देती है।
स्थान और महत्व
स्थिति: सोनभद्र जिले के रॉबर्ट्सगंज से लगभग 15 किमी दूरसलखन गांवमें स्थित।
वैश्विक विशेषता: यह स्थल दुनिया केसबसे प्राचीन जीवाश्म स्थलों में से एक है।
जीवाश्म: यहां लगभग 1.4 अरब वर्ष पुराने स्ट्रोमेटोलाइट्स और शैवाल के जीवाश्म पाए गए हैं, जो पृथ्वी पर प्राचीनतम जीवन के प्रमाण माने जाते हैं।
यूनेस्को टैग की ओर उठाए गए कदम
प्रक्रिया की शुरुआत: अस्थायी सूची में शामिल होना यूनेस्को नामांकन प्रक्रिया कापहला औपचारिक चरणहै।
आगे की योजना:उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एकविस्तृत डोज़ियरतैयार किया जा रहा है, जिसे भारत सरकार के माध्यम से यूनेस्को को भेजा जाएगा।
अंतिम निर्णय:स्थल कानिरीक्षण, मूल्यांकन और स्वीकृति की प्रक्रिया लगभग 1 वर्ष में पूर्ण होती है।
UNESCO की संभावित (Tentative) विश्व धरोहर सूची क्या है?
यूनेस्को की संभावित विश्व धरोहर सूची (Tentative List) वह सूची है जिसमें किसी देश द्वारा उन सांस्कृतिक या प्राकृतिक स्थलों को शामिल किया जाता है जिन्हें वह भविष्य में विश्व धरोहर स्थल (World Heritage Site) के रूप में नामांकित करना चाहता है।
वैज्ञानिक पुष्टि और सहयोग
महत्वपूर्ण समझौता: 26 जून 2024 को यूपी इको-टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड और बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पैलियोसाइंसेज़, लखनऊ के बीच एक MoU पर हस्ताक्षर किए गए।
वैज्ञानिक प्रमाण: संस्थानों द्वारा किए गए अध्ययन में पृथ्वी पर सबसे पुराने जीवन रूपों की मौजूदगी की पुष्टिकी गई है।
पर्यटन और विकास के प्रयास
इको-टूरिज्म को बढ़ावा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में इको-टूरिज्म को प्रोत्साहित करने के प्रयासों में तेजी आई है।
नई पहलें:
विस्टाडोम पर्यटक रेलगाड़ियांशुरू की गईं, जोदुधवा टाइगर रिज़र्वजैसे स्थलों से जोड़ती हैं।
सलखन पार्क को वैज्ञानिक शिक्षा, अनुसंधान और पारिस्थितिक पर्यटन का केंद्र बनाने की योजना।
प्रश्न :-सलखन जीवाश्म पार्क किस राज्य में स्थित है?