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सेमीकॉन इंडिया 2023

प्रारम्भिक परीक्षा –  सेमीकॉन इंडिया 2023
मुख्य परीक्षा – सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र  – 3 

चर्चा में क्यों 

 प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी  ने  गुजरात  के गांधीनगर  में सेमीकॉन इंडिया 2023 (SEMICON India 2023) का उद्घाटन किया।

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प्रमुख बिंदु 

  • सेमीकंडक्टर डिजाइन, विनिर्माण और प्रौद्योगिकी विकास के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के उद्देश्य  के लिए उद्योग और उद्योग संघों के साथ साझेदारी में भारत सेमीकंडक्टर मिशन के तहत 'सेमीकॉनइंडिया 2023' का आयोजन किया गया।
  • इससे  भारत में  सेमीकंडक्टर मिशन के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
  • इसका लक्ष्य  उद्योग , शिक्षा  और अनुसंधान संस्थानों से जुड़े विश्व स्तर के अग्रणी व्यक्तियों को एक साथ लाना है। 
  • भारत को सेमीकंडक्टर के डिजाइन, विनिर्माण और प्रौद्योगिकी विकास के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने की परिकल्पना करता है।
  • सेमीकॉनिक इंडिया 2023 में माइक्रोन टेक्नोलॉजी, एप्लाइड मैटेरियल्स, फॉक्सकॉन, एसईएमआई, कैडेंस और एएमडी जैसी प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
  • भारत को  वैश्विक निवेशकों के लिए एक  चिप बनाने वाले केंद्र के रूप में विकसित करना  है । 

सेमीकॉन इंडिया 2023 की थीम?

  • इस सम्‍मेलन की थीम - भारत की सेमीकंडक्‍टर व्यवस्था तंत्र को बढ़ावा देना।

सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम 

  • केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2021 में एक स्थायी सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम के विकास के लिए 76,000 करोड़ रुपये के वित्तीय परिव्यय के साथ सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम को मंजूरी दी थी।
  • सेमीकॉन इंडिया प्रोग्राम का लक्ष्य उन कंपनियों को सहायता प्रदान करना है जो सिलिकॉन सेमीकंडक्टर फैब्स, डिस्प्ले फैब्स आदि  सेमीकंडक्टर डिजाइन में लगे हुए हैं।
  • यह कार्यक्रम पूंजी समर्थन और तकनीकी सहयोग की सुविधा प्रदान करके सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले विनिर्माण को प्रोत्साहन देगा।

सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में भारत की स्थिति

  • भारत वर्तमान में  सेमीकंडक्टर चिप के लिए  का आयात  पर निर्भर है।
  • वर्ष 2025 तक इस बाज़ार के 24 बिलियन डॉलर से बढ़कर 100 बिलियन डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है।
  • केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले विनिर्माण पारितंत्र' (semiconductors and display manufacturing ecosystem) के विकास का समर्थन करने के लिये 76,000 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की है।
  • इसके तहत, डिज़ाइन कंपनियों को चिप्स डिज़ाइन करने हेतु प्रोत्साहन के लिये 50 प्रतिशत राशि प्रदान की जाएगी।
  • भारत ने Scheme for Promotion of Manufacturing of Electronic Components and Semiconductors (SPECS) की   शुरुआत की है।
  • वर्ष 2021 में  सेमीकंडक्टर डिज़ाइन में शामिल कम-से-कम 20 घरेलू कंपनियों के संपोषण के लिये  डिज़ाइन लिंक्ड इंसेंटिव (DLI) योजना  प्रारंभ किया गया है ।
  • सेमीकंडक्टर का उपभोग  भारत में वर्ष 2026 तक 80 बिलियन अमेरिकी डॉलर और वर्ष 2030 तक 110 बिलियन अमेरिकी डॉलर को पार कर जाने का अनुमान है।

सेमीकंडक्टर क्या है ?

  • सेमीकंडक्टर एक पदार्थ है,जिसमें विशिष्ट विद्युत गुण होते हैं जो  कंप्यूटर एवं  अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए नींव के रूप में कार्य करता है।
  • इनकी स्थिति  सुचालकों और कुचालकों  के मध्य की होती है। 
  • सेमीकंडक्टर आमतौर पर सिलिकॉन एवं जर्मेनियम चिप्स होते हैं।
  • इनका प्रयोग  कंप्यूटर, मोबाइल , गैजेट्स, व्हीकल और माइक्रोवेव ओवन  जैसे कई प्रोडक्ट्स में होता है।

सेमीकंडक्टर की मांग 

  • वर्तमान  में ऑटोमोबाइल, घरेलू गैजेट्स और ECG मशीनों जैसे आवश्यक चिकित्सा उपकरणों के अभिन्न अंग बन गए हैं।
  • ये किसी प्रोडक्ट की कंट्रोलिंग और मेमोरी फंक्शन को ऑपरेट करते हैं।
  • वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन स्टडी की वजह से डेस्कटॉप, लैपटॉप, मोबाइल, टैबलेट की मांग बढ़ी,जिससे  सेमीकंडक्टर की मांग स्वतः ही बढ़  गयी।
  • बढ़ती हुई खपत के कारण  पिछले एक दशक में चिप के खपत में वृद्धि हुई जैसे कार निर्माण सामग्री में इलेक्ट्रॉनिक घटकों के बढ़ते योगदान के कारण।
  • कोविड और लॉकडाउन का प्रभाव अर्द्धचालको के उत्पादन पड़ा जिसके कारण मांग अधिक आपूर्ति कम हो गई ।

सेमीकंडक्टर महत्वपूर्ण क्यों हैं ?

  • यह एयरोस्पेस, ऑटोमोबाइल, संचार, स्वच्छ ऊर्जा, सूचना प्रौद्योगिकी और चिकित्सा उपकरणों आदि सहित सभी क्षेत्रों के लिये ही अर्द्धचालक अत्यंत आवश्यक हैं।
  • सेमीकन्डक्टर की बढती मांग के साथ आपूर्ति श्रंखला में covid-19 के कारण  असंतुलन की स्थिति बनी, जिससे वैश्विक स्तर पर चिप की कमी पैदा हो गई। 
  • ज्ञातव्य है कि सेमीकंडक्टर्स और डिस्प्ले आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स के लिये आधारभूत घटक हैं।
  • ये भारत में ओद्योगिक क्रांति 4.0(industrial revolution) के तहत डिजिटल परिवर्तन को गति प्रदान कर सकते हैं। 
  • ये सेमीकंडक्टर चिप्स ICT (सूचना और संचार प्रौद्योगिकी) के विकास में  महत्त्वपूर्ण योगदान करते हैं।
  • सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम का अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में गुणक प्रभाव उत्पन्न कर सकता है।
  • वर्तमान में विश्व के कुछ ही देशों के पास सेमीकंडक्टर चिप्स निर्माण की क्षमता है, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, ताइवान, दक्षिण कोरिया, जापान और नीदरलैंड का इस क्षेत्र में प्रभुत्व है।

प्रश्न : निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए 

  1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में सेमीकॉन इंडिया 2023 (SEMICON India 2023) का उद्घाटन किया ।
  2. सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम का अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में गुणक प्रभाव उत्पन्न  कर सकता है ।

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?

(a) कवक कथन 1 

(b) केवल कथन 2 

(c) कथन 1 और कथन 2 

(d) कोई भी नहीं 

उत्तर : (b) 

मुख्य परीक्षा प्रश्न : सेमीकॉन इंडिया भारतीय सेमीकंडक्टर उद्योग के पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करेगा । टिप्पणी कीजिए।

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