'एंफोटेरिसिन-बी' एक कवकरोधी (Anti-fungal) दवा है, जिसका उपयोग गंभीर कवक संक्रमण एवं लीशमैनियासिस के विभिन्न रूपों जैसे एस्परगिलोसिस, ब्लास्टोमाइकोसिस, कैंडिडिआसिस, कोक्सीडायोडोमाइकोसिस एवं क्रिप्टोकॉकोसिस आदि के उपचार में किया जाता है।
यह दवा सामान्यतः एंटीमोनियल थेरेपी के विफल हो जाने पर प्रयोग की जाती है। कुछ संक्रमणों से निदान के लिये इसका उपयोग 'फ्लूसाइटोसाइन' के साथ किया जाता है। लीशमैनियासिस के लिये 'एंफोटेरिसिन-बी' का समग्र उपयोग दवा की विषाक्तता तथा लंबे समय तक अंतःशिरा चिकित्सा की आवश्यकता पर निर्भर करता है।
इसका प्रयोग विशेष रूप से म्यूकोक्यूटेनियस रोग में वैकल्पिक चिकित्सा के रूप में उपयोगी बताया गया है। इसे मुक्त रूप से रहने वाले अमीबा के कारण होने वाले प्राथमिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस की सीमित संख्या के उपचार में किया गया है। 'एंफोटेरिसिन-बी' के लिपिड मिसेल फॉर्मूलेशन कम विषाक्त होने के कारण उपयोगी होते हैं।
वर्तमान में इसका उपयोग ‘ब्लैक फंगस’ से निदान के लिये किया जा रहा है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय इसकी आपूर्ति में कमी को ध्यान में रखते हुए इसके घरेलू उत्पादन में बढ़ोतरी के लिये लगातार प्रयास कर रहा है।