अरब लीग, उत्तरी अफ्रीका और पूर्वोत्तर अफ्रीका एवं दक्षिण-पश्चिम एशिया (मध्य पूर्व) के अरब देशों का एक क्षेत्रीय संगठन है। इसकी स्थापना 22 मार्च, 1945 को मिस्र की राजधानी काहिरा में छह देशों- मिस्र, इराक, जॉर्डन, लेबनान, सऊदी अरब और सीरिया ने मिलकर की थी।
वर्तमान में, अरब लीग में कुल 22 सदस्य हैं। सीरिया में कई वर्षों से चल रहे गृह-युद्ध के दौरान सरकार द्वारा किये गए दमन के परिणामस्वरूप, सीरिया को वर्ष 2011 में इस लीग से निलम्बित कर दिया गया था।
अरब लीग के प्रमुख उद्देश्य, सदस्य देशों के मध्य सम्बंधों को और अधिक घनिष्ठ बनाना तथा उनकी राजनीतिक गतिविधियों में समन्वय स्थापित करना; उनकी स्वतंत्रता एवं सम्प्रभुता की रक्षा करना तथा अरब देशों के हितों को प्रोत्साहन देना आदि हैं।
ध्यातव्य है कि संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन ने इज़रायल के साथ अपने सम्बंधों को सामान्य करने के लिये हाल ही में ‘अब्राहम एकॉर्ड’ (Abraham Accord) नामक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये थे जिसके विरोध में, फिलिस्तीन ने अरब लीग काउंसिल की अध्यक्षता छोड़ दी है।
अब्राहम एकॉर्ड (Abraham Accord) इज़राइल और अरब देशों के बीच विगत 26 वर्षों में होने वाला पहला शांति समझौता है, इससे पूर्व वर्ष 1994 में इज़राइल और जॉर्डन ने शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये थे। इस समझौते की मध्यस्थता करने वाले यू.एस.ए. के अनुसार यह समझौता सम्पूर्ण अरब क्षेत्र में शांति स्थापना के लिये मील का पत्थर साबित होगा।