अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के 'ओसीरिस-रेक्स' (OSIRIS-REx)अंतरिक्ष यान ने क्षुद्रग्रह बेनू से धूल और कंकड़ के कुछ नमूने एकत्र किये, जिन्हें यह वर्ष 2023 तक पृथ्वी पर पहुँचाएगा।
ओसीरिस-रेक्स अंतरिक्ष यान वर्ष 2016 में लॉन्च किया गया था, जो वर्ष 2018 में अपने लक्ष्य पर पहुँच गया। बेनू क्षुद्रग्रह धरती से 32 करोड़ 10 लाख किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
क्षुद्रग्रह मुख्यता चट्टानी, हीरे के आकार के अंतरिक्ष में तैरते मलबे के ढेर होते हैं, जिन्हें लघु ग्रह भी कहा जाता है। ये सूर्य की परिक्रमा करते हैं तथा ग्रहों की तुलना में बहुत छोटे होते हैं। अमेरिका किसी क्षुद्र ग्रह से नमूने एकत्र करने वाला दूसरा देश बन गया है, इससे पहले जापान ऐसा कर चुका है।
क्षुद्रग्रह को उनकी उपस्थिति के संदर्भ में तीन वर्गों में विभाजित किया गया है। पहले वर्ग में मंगल और बृहस्पति ग्रहों के बीच मुख्य क्षुद्रग्रहों की पट्टी में लगभग 1.1-1.9 मिलियन क्षुद्रग्रहों के पाए जाने का अनुमान लगाया गया है।
दूसरा वर्ग ट्रोज़न का है, जो एक बड़े ग्रह के साथ कक्षा को साझा करते हैं। नासा द्वारा बृहस्पति, नेपच्यून और मार्स के साथ-साथ वर्ष 2011 में पृथ्वी की कक्षा में भी ट्रोज़न की उपस्थिति दर्ज की गई थी, जबकि तीसरे वर्ग में पृथ्वी के करीब से परिक्रमा करने वाले नियर-अर्थ एस्ट्रोइड्स (NEA), जिन्हें सम्भावित खतरनाक क्षुद्रग्रहों (PHAs) के रूप में जाना जाता है, को रखा गया है, जिनकी संख्या 1,400 से अधिक है।