पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने प्लास्टिक अपशिष्ट प्रदूषण से निपटने तथा एकल उपयोग प्लास्टिक के उन्मूलन के क्षेत्र में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिये इंडिया प्लास्टिक चैलेंज- हैकथॉन 2021 की घोषणा की है।
यह एक अनूठी प्रतियोगिता है, जो स्टार्ट-अप्स, उद्यमियों तथा उच्च शिक्षा संस्थानों के छात्रों को प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने तथा एकल उपयोग प्लास्टिक के विकल्प विकसित करने के लिये अभिनव समाधान विकसित करने का अवसर प्रदान करेगी।
भारत सरकार ने प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन के लिये कई प्रभावी उपाय किये हैं। सरकार पहले ही प्लास्टिक कचरे के आयात पर प्रतिबंध लगा चुकी है। साथ ही, स्थलीय और जलीय पारिस्थितिक तंत्र पर एकल-उपयोग वाली प्लास्टिक की वस्तुओं के प्रतिकूल प्रभावों को देखते हुए प्रधानमंत्री ने 2022 तक एकल-उपयोग प्लास्टिक को समाप्त करने का आह्वान किया है।
प्लास्टिक कचरे को पर्यावरणानुकूल तरीके से प्रबंधित करने के लिये प्लास्टिक कचरा प्रबंधन नियम, 2016 लाया गया, जिसके तहत 50 माइक्रोन से कम के प्लास्टिक कैरी बैग पर प्रतिबंध लगा दिया गया। इस नियम में संशोधन के लिये मार्च 2021 में एक मसौदा अधिसूचना जारी की गई, जिसमें डिस्पोजेबल प्लास्टिक कटलरी जैसी 12 एकल उपयोग वाली प्लास्टिक वस्तुओं को प्रतिबंधित करने का प्रावधान किया गया है।