‘इनीशियल कॉइन ऑफरिंग’ (ICO) को ‘इनीशियल करेंसी ऑफरिंग’ भी कहा जाता है। यह क्रिप्टोकरेंसी उद्योग के लिये इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) की ही तरह है।
- वस्तुतः यह क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग द्वारा फंडिंग का एक तरीका है, जो प्रायः क्राउडफंडिंग का ही एक रूप है।
- आई.सी.ओ. स्टार्टअप कम्पनियों के लिये पूंजी का एक स्रोत हो सकता है। कम्पनियाँ नए कॉइन बनाने, एप विकसित करने या सर्विस के लिये पैसे जुटाने हेतु इसको लॉन्च करती हैं।
- आई.सी.ओ. में निवेश के बाद कम्पनी अपने निवेशकों को एक नया क्रिप्टोकरेंसी टोकन प्रदान करती है, जिसके माध्यम से निवेशक कम्पनी द्वारा प्रदान किये जा रहे उत्पाद या सेवा का आसानी से उपयोग कर सकते हैं, या सिर्फ कम्पनी में हिस्सेदारी का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।