हाल ही में, यूरोपीय खाद्य सुरक्षा एजेंसी (EFSA) ने मीलवॉर्म (पीले रंग के ग्रब) को मानव भोजन के सुरक्षित स्रोत के रूप में स्वीकृत किया है। विदित है कि यूरोप में पहले से ही खाद्य-सामग्री के रूप में कीटों के बीटल लार्वा का उपयोग किया जाता है। मीलवॉर्म वर्ष 2015 के यूरोपीय संघ के एक विनियमन के तहत जोखिम मूल्यांकन प्रक्रियाओं के अधीन वर्ष 2018 में एफ्सा (EFSA) को सौंपी गई कीटों की पहली अनुमोदित प्रजाति है।
संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन के अनुसार खानेयोग्य कीट खाद्य असुरक्षा से निपटने में मददगार हो सकते हैं। कीट के मुख्य घटक प्रोटीन, वसा तथा फाइबर होते हैं, जो भावी टिकाऊ तथा कम कार्बन-उत्सर्जक स्रोत प्रदान करते हैं। टेनेब्रियो मोलिटर का लार्वा सामान्यतः पालतू सरीसृपों और मछलियों के भोजन के रूप में उपयोग किया जाता है। मीलवॉर्म यूरोपीय संघ में बिक्री हेतु अपनी तरह का पहला खाद्य हो सकता है।
यह मीलवॉर्म की एक डार्कलिंग बीटल प्रजाति टेनेब्रियो मोलिटर का लार्वा रूप हैं। होलोमेटाबोलिक कीट प्रजातियों की तरह ये चार चरणों- अंडा, लार्वा, प्यूपा और वयस्क से गुज़रते हैं। इसे करी, पास्ता जैसे व्यंजन बनाने तथा बिस्किट, ब्रेड आदि बनाने के लिये सुखाकर आटे के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में कीटों का पहले से ही खाद्य-पदार्थों के रूप में उपयोग किया जाता है। झींगे (Prawn)और डस्टमाईट से संबंधित एलर्जीग्रसित लोगों के लिये टेनेब्रियो मोलिटर लार्वा से निर्मित व्यंजन हानिकारक होते हैं। यूरोपीय संघ के दो राष्ट्र, ऑस्ट्रिया और जर्मनी कीट-आधारित स्नैक्स के लिये विख्यात हैं।