राष्ट्रीय मस्तिष्क अनुसंधान केंद्र (National Brain Research Centre)/h1>
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने हरियाणा के मानेसर में 'राष्ट्रीय मस्तिष्क अनुसंधान केंद्र' (NBRC) में अपनी तरह की विश्व की पहली सर्वाधिक परिष्कृत एम.आर.आई. सुविधा का शुभारंभ किया है।
इसके साथ भारत मानव तंत्रिका विज्ञान के क्षेत्र में शक्तिशाली 3-टी एम.आर.आई. प्लेटफॉर्म की शुरुआत करेगा। इसके माध्यम से गहन स्कैनिंग की प्रक्रिया त्वरित गति से होती है। यह स्कैनिंग के समय को पहले की तुलना में लगभग एक-चौथाई कर देती है।
जर्मनी के सीमेंस से प्राप्त एम.आर.आई. स्कैनर 'प्रिज़्मा' का उपयोग अमेरिका की मस्तिष्क पहल तथा यूरोपीय मानव मस्तिष्क परियोजना जैसी कई अंतर्राष्ट्रीय पहलों में किया जा रहा है।
इसका उपयोग पार्किंसंस, अल्ज़ाइमर, चिंता व अवसाद जैसे रोगों सहित सामान्य मस्तिष्क व मानसिक विकारों से पीड़ित रोगियों के लिये मानव समूह डेटा विकसित करने हेतु किया जा रहा है।
राष्ट्रीय मस्तिष्क अनुसंधान केंद्र भारत का एक प्रमुख स्वायत्त संस्थान है। यह जैव प्रौद्योगिकी विभाग के तहत एक नोडल केंद्र है।