देश में प्रौद्योगिकी विकास व तकनीकी उत्कृष्टता की उपलब्धियों को दर्शाने के लिये प्रत्येक वर्ष 11 मई को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा 'राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस' मनाया जाता है।
- वर्ष 2020 के लिये राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस का विषय है- विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं खोजों के माध्यम से अर्थव्यवस्था को पुनः संगठित करना (Rebooting Economy through Science, Technology and Research Translation–RESTART)। यह विषय कोविड-19 महामारी के संकट के समय में तकनीकी व चिकित्सकीय समाधानों की उपयोगिता को दर्शाता है।
- यह दिवस नवाचारों, तकनीकी रचनात्मकता तथा विज्ञान–उद्योग एकीकरण के प्रयासों का प्रतीक है, वस्तुतः यह दिवस हमारे दैनिक जीवन में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के महत्त्व को रेखांकित करता है।
- इस दिन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में योगदान देने वाले व्यक्तियों को 'प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड' द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं।
- ध्यातव्य है कि 11 मई, 1998 को भारत ने 'ऑपरेशन शक्ति' के तहत अपना दूसरा सफल परमाणु परीक्षण किया था (पहला परीक्षण स्माइलिंग बुद्धा, वर्ष 1974 में किया गया था), जिसके बाद भारत एक पूर्णकालिक नाभिकीय राष्ट्र बन गया था। साथ ही, आज ही के दिन स्वदेशी विमान हंसा-3 तथा त्रिशूल मिसाइल का भी सफल परीक्षण किया गया था।