प्रधानमंत्री द्वारा नई दिल्ली में ‘पी.एम. गतिशक्ति-मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के लिये राष्ट्रीय मास्टर प्लान’ का शुभारंभ किया गया है। यह प्लान प्रमुख अवसंरचना परियोजनाओं से संबंधित सभी पक्षों के लिये समग्र योजना को संस्थागत रूप देकर पिछले सभी मुद्दों को सुलझाएगा। अर्थात् इसके माध्यम से सभी परियोजनाओं को एक साझा नजरिये से तैयार और कार्यान्वित किया जाएगा। इससे लगभग 100 लाख करोड़ रुपए की बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं के विकास को गति मिलेगी।
इसमें विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों की अवसंरचना परियोजनाओं, जैसे- भारतमाला, सागरमाला, अंतर्देशीय जलमार्गों, शुष्क/भूमि बंदरगाहों, उड़ान इत्यादि को शामिल किया जाएगा। इसके अंतर्गत कनेक्टिविटी बेहतर करने एवं भारतीय व्यवसायों को और भी अधिक प्रतिस्पर्द्धी बनाने के लिये टेक्सटाइल क्लस्टर, फार्मास्युटिकल क्लस्टर, रक्षा कॉरिडोर, एग्री जोन जैसे आर्थिक क्षेत्रों को कवर किया जाएगा।
पी.एम. गतिशक्ति में एक केंद्रीकृत पोर्टल में विभिन्न मंत्रालयों तथा विभागों की सभी मौजूदा और नियोजित पहलों का विवरण शामिल होगा। यह प्रत्येक विभाग की गतिविधियों के साथ-साथ शासन–प्रणाली के विभिन्न स्तरों पर समन्वय स्थापित करने में सहायक होगा।
इस मास्टर प्लान में विभिन्न प्रौद्योगिकियों के व्यापक अनुप्रयोग पर ज़ोर दिया गया है। यह जी.आई.एस. आधारित स्थानिक नियोजन एवं 200 से अधिक परतों वाले विश्लेषणात्मक उपकरणों के माध्यम से एक ही स्थान पर संपूर्ण डाटा प्रदान करेगा, जिससे कार्यान्वन से जुड़ी एजेंसी को अपना कामकाज करने में सहूलियत होगी।
इससे रोज़गार के नए अवसर सृजित होंगे, जिससे अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। यह पहल लॉजिस्टिक्स संबंधी लागत में कटौती और आपूर्ति शृंखला में सुधार करके स्थानीय उत्पादों को प्रतिस्पर्द्धी बनाएगी।