‘सौभाग्य योजना’ (प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना) की शुरुआत25 सितंबर, 2017 को की गई थी। यह विश्व की सबसे बडी़ घरेलू विद्युतीकरण योजनाओं में से एक है। सौभाग्य योजना के प्रारंभ होने के बाद से 31 मार्च, 2021 तक 2.82 करोड़ घर विद्युतीकृत हो चुके हैं।
इस योजना का लक्ष्य कनेक्टिविटी व पहुँच के माध्यम से देश के ग्रामीण क्षेत्रों में सभी गैर-विद्युतीकृत परिवारों व शहरी क्षेत्रों में गरीब परिवारों को सार्वभौमिक घरेलू विद्युतीकरण प्रदान करना था।
इस योजना में घरों तक विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये निकटतम खंभे से घर तक सर्विस केबल प्रदान की जाती है तथा विद्युत मीटर लगाया जाता है। साथ ही, एल.ई.डी. बल्ब के साथ सिंगल लाइट पॉइंट वायरिंग और एक मोबाइल चार्जिंग पॉइंट भी प्रदान किये जाते हैं।
इस यात्रा की शुरुआत 'दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना' (DDUGJY) से हुई, जिसके तहत गाँवों में विद्युतीकरण के बुनियादी ढाँचा निर्माण की परिकल्पना की गई थी। यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता और विश्वसनीयता में सुधार करने के लिये मौजूदा बुनियादी ढाँचे तथा फीडरों, वितरण ट्रांसफार्मर की मीटरिंग आदि के सुदृढ़ीकरण व संवर्द्धन पर केंद्रित थी।