तटस्थता, स्विट्ज़रलैंड की विदेश नीति का एक प्रमुख सिद्धांत है। इसके अनुसार, स्विट्ज़रलैंड अन्य देशों के साथ किसी प्रकार के सशस्त्र या राजनीतिक संघर्ष में शामिल नहीं होगा। स्विट्ज़रलैंड ने यह नीति बाह्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने तथा शांति को बढ़ावा देने के लिये अपनाई है।
स्विट्ज़रलैंड की सैन्य तटस्थता की यह नीति विश्व में सबसे पुरानी है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 1815 में पेरिस संधि द्वारा तटस्थता अपनाने के बाद से इसने किसी युद्ध में भाग नहीं लिया है।
प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान, दो केंद्रीय शक्तियों के साथ सीमाओं को साझा करने के बावजूद स्विट्ज़रलैंड ने तटस्थता की नीति का ही अनुसरण किया था। वस्तुतः विश्वयुद्ध के समय, स्विट्ज़रलैंड में जहाँ जर्मन-भाषी लोग केंद्रीय शक्तियों का समर्थन कर रहे थे, वहीं फ्रेंच और इतालवी भाषी मित्र देशों का समर्थन कर रहे थे। इस असंतोष के बावजूद स्विट्ज़रलैंड ने अपनी तटस्थता बनाए रखी।
स्विट्ज़रलैंड कभी भी उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) या यूरोपीय संघ में शामिल नहीं हुआ, संयुक्त राष्ट्र में भी यह वर्ष 2002 में ही शामिल हुआ।