‘एफ.आई.एस.टी. कार्यक्रम’ द्वारा समर्थित शोध कार्यों के अंतर्गत ‘बिट्स पिलानी' के शोधकर्ताओं ने ‘लिथियम आयन प्लस बैटरी और सुपर केपैसिटर’ के लिये तापीय स्थिर ठोस इलेक्ट्रोलाइट के रूप में ठोस-अवस्था में ऊर्जा भंडारण उपकरणों को विकसित किया है।
यह इलेक्ट्रोलाइट 30 से 500 डिग्री सेल्सियस तापमान के एक विस्तृत दायरे में उपयोग हेतु संभावनाएँ प्रदान करता है। इससे लिथियम आयन बैटरी का प्रदर्शन बेहतर होगा। वस्तुतः मौजूदा आयन बैटरी की कुछ सीमाएँ हैं, जैसे- तरल इलेक्ट्रोलाइट्स पर निर्भरता और परिचालन तापमान का सीमित दायरा।
शोध टीम ने डी.एस.टी. एफ.आई.एस.टी.-समर्थित ‘हाई टेंपरेचर एक्स-रे डिफ्रेक्शन’ (HTXRD) फैसिलिटी रिगाकू स्मार्टलैब का उपयोग किया है, जो विशेष रूप से नए ठोस इलेक्ट्रोलाइट्स की तापीय स्थिरता के मूल्यांकन के लिये उपयोगी है। एक्स.आर.डी. पैटर्न मूल स्थिति में 500 डिग्री सेल्सियस तक प्राप्त किये गए थे।
विदित है कि अनुसंधान कार्यों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST) द्वारा वर्ष 2000-01 में ‘उच्च शिक्षा संस्थानों में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी अवसंरचना को बेहतर बनाने के लिये धनराशि (FIST) कार्यक्रम’ का शुभारंभ किया गया था।