हाल ही में, अरुणाचल प्रदेश के पापुम पारे ज़िले में डेपो और तमांग क्षेत्रों में पैलियो-प्रोटरोज़ोइक कार्बनलेस फाइलाइट चट्टानों में वैनेडियम के वृहद निक्षेप पाए गए हैं। अरुणाचल प्रदेश को वैनेडियम के प्रमुख उत्पादक राज्य के रूप में देखा जा रहा है जो भविष्य में भारत के वैनेडियम आयात को कम करने में सहायक होगा।
वेनेडियम (V) की परमाणु संख्या 23 है। यह एक कठोर, सिल्वर-ग्रे (धूसर) रंग की अघातवर्धनीय (Malleable) धातु है, जो पृथ्वी पर पाए जाने वाले दुर्लभ तत्त्वों में से एक है। इसे वैनैडिफेरस मैग्नेटाइट अयस्क (लौह अयस्क) के प्रसंस्करण से एकत्र धातुमल (Slag) के उपोत्पाद के रूप में प्राप्त किया जाता है। यह एक मूल्यवान धातु है जिसका उपयोग स्टील और टाइटेनियम को मज़बूती प्रदान करने के लिये किया जाता है।
विश्व में वैनेडियम का सबसे बड़ा भंडार चीन में हैं, इसके बाद रूस और दक्षिण अफ्रीका का स्थान है। चीन विश्व के 57% वैनेडियम उत्पादन के साथ इसका सबसे बड़ा उपभोक्ता भी है। भारत इसका एक महत्त्वपूर्ण उपभोक्ता है लेकिन प्राथमिक उत्पादक नहीं है। जी.एस.आई. के आँकड़ों के अनुसार, भारत ने वर्ष 2017 में विश्व भर में उत्पादित लगभग 84,000 टन वैनेडियम के 4% का उपभोग किया है।