वर्मीवेट, राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान (National Innovation Foundation) द्वारा विकसित एक स्वदेशी हर्बल दवा है। यह पशुओं में कृमि उपचार हेतु वर्तमान में प्रयोग की जाने वाली रासायनिक विधि का एक विकल्प है।
- वर्मीवेट का उपयोग मवेशियों के पेट में पाए जाने वाले कृमियों (Indoparasites) के उपचार के लिये किया जाता है। इसे 'ज़मीनी स्तर के ज्ञान' (Grassroot knowledge) के लिये पेटेंट भी दिया गया है।
- ध्यातव्य है कि पशुओं में कृमियों की वजह से वज़न में कमी तथा रक्ताल्पता की समस्या उत्पन्न होती है और प्रजनन स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। साथ ही, ये शारीरिक वृद्धि को भी बाधित करते हैं। दूसरी तरफ, रासायनिक कृमिनाशकों का अनुचित प्रयोग करने से कृमियों में प्रतिरोधकता विकसित हो जाती है।
- राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत कार्य करता है। यह ज़मीनी स्तर के नवाचारों (Grassroot Innovations) को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिये कार्य करता है।
- भारत के बौद्धिक सम्पदा अधिकार संगठन (IPR India) द्वारा ज़मीनी स्तर के नवाचारों तथा अन्य पारम्परिक विधियों को मान्यता प्रदान की गई है। ज़मीनी स्तर के नवाचार से तात्पर्य आम जनता द्वारा किये गए नवाचारों से है।