केस स्टडी
आप एक प्रभावशाली श्रमिक नेता हैं। वर्तमान में आप देश भर में चल रहे श्रमिक आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। आंदोलन में शामिल श्रमिकों को आपकी इस क्षमता पर पूरा विश्वास है कि जब आप संबंधित प्राधिकारी के समक्ष उनकी माँग रखेंगे तो ऐसी किसी भी बात पर समझौता नहीं करेंगे जो श्रमिक-हितों के विरुद्ध हो। इसलिये आंदोलन में शामिल प्रत्येक श्रमिक आपकी हर बात मानने को तत्पर है। दरअसल, श्रमिकों का विरोध सरकार द्वारा हाल ही में पारित कुछ ऐसे कानूनों को लेकर है, जिनसे उनका अहित होने की आशंका है। श्रमिकों का मानना है कि इन कानूनों के माध्यम से सरकार परोक्षतः उद्योगपतियों को लाभ पहुँचाना चाहती है, जिससे श्रमिकों के शोषण में वृद्धि हो सकती है। देश भर में फैला यह आंदोलन आपके नेतृत्व में बेहद शांतिपूर्ण तरीके से लगभग 3 माह से जारी है। इसी बीच आपको गुप्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि इस आंदोलन के कारण सरकार काफी दबाव में है और श्रमिकों की शर्तें मानने का मन बना रही है। इसी बीच अनेक स्थानों पर आंदोलन में कुछ ऐसे तत्त्व शामिल हो जाते हैं, जो श्रमिकों के भेष में आंदोलन को हिंसक रूप दे रहे हैं। इसके अलावा, देश की सामान्य जनता का धैर्य भी अब जवाब देने लगा है क्योंकि लंबे समय से जारी आंदोलन के कारण उन्हें स्वास्थ्य, शिक्षा एवं परिवहन संबंधी अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दिहाड़ी मज़दूरों व आश्रित लोगों के समक्ष तो आर्थिक व भुखमरी जैसी स्थितियाँ उत्पन्न होने लगी है। ऐसे में, जन सामान्य का एक बड़ा वर्ग आप पर शीघ्रातिशीघ्र आंदोलन समाप्त करने का दबाव बना रहा है और ऐसा न करने पर श्रमिकों के विरुद्ध एक आंदोलन आरंभ करने की तैयारी भी कर रहा है। यदि ऐसा होता है तो सरकार के लिये श्रमिक आंदोलन को कुचलना काफी आसान हो जाएगा। इससे न सिर्फ श्रमिकों की अबतक की सारी मेहनत व्यर्थ हो जाएगी, बल्कि आपकी प्रतिष्ठा को भी ठेस पहुँचेगी।
इस परिस्थिति के आलोक में निम्नलिखित प्रश्नों के तर्कपूर्ण उत्तर दीजिये–
i) आपके समक्ष ऐसे कौन-कौन-से महत्त्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिन पर आप ध्यान केंद्रित करेंगे?
ii) आप आंदोलन में उभरने वाली हिंसा को रोकने हेतु क्या प्रयास करेंगे?
iii) आप जन सामान्य की ओर से प्रस्तुत की जा रही चुनौती का सामना कैसे करेंगे?
05-Jan-2021 | GS Paper - 4
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30-Dec-2020 | GS Paper - 2