New
GS Foundation (P+M) - Delhi : 22nd August, 3:00 PM August End Offer UPTO 75% Off, Valid Till : 29th Aug 2025 GS Foundation (P+M) - Prayagraj : 24th August, 5:30 PM August End Offer UPTO 75% Off, Valid Till : 29th Aug 2025 GS Foundation (P+M) - Delhi : 22nd August, 3:00 PM GS Foundation (P+M) - Prayagraj : 24th August, 5:30 PM

Sanskriti Mains Mission: GS Paper - 1

हाल के वर्षों में पश्चिमी विक्षोभ एवं अल-नीनो से भारत पर क्या प्रभाव पड़ रहा है? व्याख्या कीजिए। (शब्द सीमा 250),पेपर 1 ( भारतीय जलवायु )

28-Jan-2024 | GS Paper - 1

Solutions:

उत्तर प्रारूप 

भूमिका 

पश्चिमी विक्षोभ एवं अल-नीनो एक मौसमी घटना है,की चर्चा करते हुए संक्षिप्त में भूमिका लिखें।

मुख्य भाग 

  • यह एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात है, जो पछुआ - जेट पवनों द्वारा भूमध्यसागरीय क्षेत्र एवं इराक, ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान होते हुए भारतीय भू-भाग में प्रवेश कर हिमपात/ बर्फबारी एवं वर्षा करता है। 
  • अल -नीनो एक संकरी गर्म समुद्री जलधारा है, जो कभी-कभी दक्षिणी अमेरिका के पेरू तट से कुछ दूरी पर दिसम्बर के महीने में दिखाई देती है। 

पश्चिमी विक्षोभ एवं अल-नीनो का भारत पर प्रभाव:-

  • हाल के वर्षों में पश्चिमी विक्षोभ एवं अल-नीनो का भारत पर अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों प्रभाव पड़ रहे हैं। 

दीर्घकालिक प्रभाव:- 

  • दीर्घकालिक प्रभावों में कम पनबिजली का उत्पादन, ग्लेशियर-पिघलने की दर में वृद्धि और पेयजल आपूर्ति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा है, क्योंकि कम बर्फबारी से भू-जल का बहुत कम पुनर्भरण होगा है।

अल्पकालिक प्रभाव :-

  • शुष्क मौसम के परिणामस्वरूप जंगल की आग में वृद्धि, कृषि सूखा और फसल उत्पादन में गिरावट, खाद्यान संकट, गर्मियों में पानी की कमी आदि हो सकती है,आदि का उल्लेख करें। 

निष्कर्ष 

पश्चिमी विक्षोभ एवं अल-नीनो का भारत पर पड़ने वाले प्रभावों को कम करने के उपाय बताते हुए संक्षिप्त में निष्कर्ष लिखें। 



« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR
X