शॉर्ट न्यूज़: 02 जून, 2022
मिताली एक्सप्रेस
इज़राइल-यू.ए.ई. मुक्त व्यापार समझौता
अस्त्र मार्क-1 मिसाइल
मिताली एक्सप्रेस
चर्चा में क्यों
हाल ही में, भारत -बांग्लादेश के मध्य संयुक्त रूप से एक नई क्रॉस-बॉर्डर यात्री ट्रेन ‘मिताली एक्सप्रेस’ को शुरू किया गया है, जो दोनों देशों के मध्य लोगों से लोगों के बीच संपर्क को मजबूत करने में सहायक होगी।
प्रमुख बिंदु
- यह नई द्वि-साप्ताहिक ट्रेन पश्चिम बंगाल के उत्तर में न्यू जलपाईगुड़ी से बांग्लादेश में ढाका के मध्य चलाई जाएगी। यह ट्रेन भारत में हल्दीबाड़ी और उत्तरी बांग्लादेश में चिलाहाटी से होते हुए अपने गंतव्य तक पहुँचेगी।
- यह एक्सप्रेस ट्रेन बांग्लादेश को उत्तर बंगाल के साथ-साथ भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र से जोड़ती है, जो दोनों देशों के मध्य पर्यटन को बढ़ावा देने में सहायक होगी।
- इस ट्रेन के माध्यम से बांग्लादेशी नागरिकों को भारत से होते हुए नेपाल तक आसान पहुँच प्राप्त होगी।
- विदित है कि इस ट्रेन का वर्ष 2021 में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों द्वारा वस्तुतः उद्घाटन किया जा चुका है, जो कोविड-19 महामारी के कारण शुरू नहीं की जा सकी थी।
भारत और बांग्लादेश के मध्य दो अन्य यात्री ट्रेन सेवायें
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- मैत्री एक्सप्रेस- कोलकाता से ढाका (सप्ताह में पांच दिन)
- बंधन एक्सप्रेस- कोलकाता से खुलना (सप्ताह में दो दिन)
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इज़राइल-यू.ए.ई. मुक्त व्यापार समझौता
चर्चा में क्यों
हाल ही में, इज़राइल ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किया है।
प्रमुख बिंदु
- यू.ए.ई., इज़राइल के साथ मुक्त व्यापार समझौता (Free Trade Agreement: FTA) करने वाला पहला खाड़ी देश है। इस समझौते के लागू होने से यू.ए.ई.-इज़राइल व्यापार वर्ष 2022 में लगभग 2 बिलियन डॉलर, जबकि अगले पाँच वर्षों में बढ़कर लगभग 5 बिलियन डॉलर हो जाएगा।
- इस समझौते से इन दोनों देशों के मध्य नवीकरणीय ऊर्जा, उपभोक्ता वस्तुओं, पर्यटन और जीव विज्ञान क्षेत्रों में सहयोग मजबूत होगा। यह समझौता व्यापार किये जाने वाले सभी उत्पादों के 96% पर सीमा शुल्क को समाप्त कर देगा।
- यह मुक्त व्यापार समझौता अब्राहम शांति समझौते पर आधारित है। विदित है कि यू.ए.ई. इजराइल के साथ संबंधों को सामान्य करने वाला पहला खाड़ी देश है तथा मिस्र एवं जॉर्डन के बाद ऐसा करने वाला तीसरा अरब देश है।
अस्त्र मार्क-1 मिसाइल
चर्चा में क्यों
हाल ही में, रक्षा मंत्रालय ने अस्त्र मार्क (एम.के.)-1 मिसाइल की आपूर्ति के लिये हैदराबाद स्थित सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत डायनेमिक्स लिमिटेड के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं।
मिसाइल का प्रमुख विशेषताएँ
- इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा स्वदेशी रूप में डिजाइन और विकसित किया गया है।
- यह दृश्य सीमा से परे हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल (BVRAAM) है, जिसकी रेंज लगभग 110 किमी. है।
- यह ध्वनि की गति से चार गुना अधिक गति (लगभग 4.5 मैक) से यात्रा कर सकती है तथा अधिकतम 20 किमी. की ऊँचाई तक पहुँच सकती है।
- यह मिसाइल अपने लड़ाकू विमानों को लार्ज स्टैंड-ऑफ रेंज प्रदान करते हैं जो प्रतिकूल वायु सुरक्षा उपायों को बेअसर करके शत्रु हवाई संपत्ति को क्षतिग्रस्त कर सकते हैं।
- इस मिसाइल को वायुसेना के सुखोई-30 एम.के.आई. एवं तेजस तथा नौसेना के मिग-29के. जैसे लड़ाकू विमानों पर तैनाती के लिये विकसित किया गया है।
क्या है अस्त्र मिसाइल परियोजना
- अस्त्र मिसाइल परियोजना आधिकारिक तौर पर 2000 के दशक की शुरुआत में प्रारंभ की गई थी तथा 2017 में एम.के.-1 संस्करण का विकास चरण पूरा हो गया था, तत्पश्चात् इसके कई सफल परीक्षण किये जा चुके हैं।
- इस परियोजना के तहत अस्त्र एम.के.-1 के अतिरिक्त अस्त्र एम.के.-2 मिसाइल का विकास भी किया जा रहा है जिसकी रेंज 150 किमी. से अधिक होगी। साथ ही, लंबी दूरी वाले एम.के.-3 संस्करण की परिकल्पना भी की गई है।