शॉर्ट न्यूज़: 17 अगस्त, 2022 (पार्ट - 2)
स्वदेशी हॉवित्जर: एडवांस टोड आर्टिलरी गन सिस्टम
ट्रांस-हिमालयन मल्टी-डायमेंशनल कनेक्टिविटी नेटवर्क
राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन (NIPAM)
युवाओं हेतु वैश्विक रोज़गार रुझान: ILO
भारत और मलेशिया के बीच वायु सेना अभ्यास
स्वदेशी हॉवित्जर: एडवांस टोड आर्टिलरी गन सिस्टम
लाल किले में स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान पहली बार स्वदेश में विकसित होवित्जर तोप, एटीजी, 21 तोपों की सलामी का हिस्सा बनी।
एटीजीएस के बारे में:
- हॉवित्जर लंबी दूरी की तोपों की श्रेणी के लिए एक अम्ब्रेला शब्द है।
- ATAGS परियोजना की शुरुआत 2013 में DRDO द्वारा भारतीय सेना में पुरानी तोपों को आधुनिक 155 मिमी आर्टिलरी गन से बदलने के लिए की गई थी।
- ATAGS को डीआरडीओ द्वारा विकसित किया गया है, जबकि इसे भारत फोर्ज और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड की दो फर्मों ने निर्मित किया गया है।
- DRDO की पुणे स्थित सुविधा आयुध अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (ARDE) नोडल एजेंसी है।
- इस प्रणाली का वर्तमान में गुणवत्ता आश्वासन महानिदेशालय (DGQA) द्वारा मूल्यांकन किया जा रहा है।
- DGQA सशस्त्र बलों को आपूर्ति किए गए सभी हथियारों, गोला-बारूद, उपकरण और स्टोर की गुणवत्ता आश्वासन के लिए एक नोडल एजेंसी है।
एटीएजीएस की खासियत
- 155 एमएम की एटीएजीएस तोप दुनिया में सबसे अधिक दूरी तक गोले दागने में सक्षम है।
- बोफोर्स तोप की तुलना में एटीएजीएस के गोले 48 किलोमीटर की दूरी तक मार करते हैं।
- हर मिनट इससे 5 गोले दागे जा सकते हैं। इसमें सेल्फ लोड सिस्टम बिल्कुल आटोमैटिक राइफल जैसा है। इसमें रात में भी आसानी से निशाना साधा जा सकता है।
- ये वायरलेस कम्युनिकेशन से भी लैस है।
Question of the Day
प्रश्न 1. निम्नलिखित कथनो में से कौन-सा सही नहीं है?
- 155 मिमी x 45 मिमी धनुष हॉवित्जर, एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया (एडब्ल्यूई) लिमिटेड द्वारा निर्मित की गयी है।
- एलएंडटी ने दक्षिण कोरिया की हनवा डिफेंस के साथ ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी (टीओटी) व्यवस्था के तहत वज्र तोपों का निर्माण किया है।
- महिंद्रा डिफेंस भारत में BAE सिस्टम्स के M777 हल्के वजन के होवित्जर का निर्माण कर रहा है,।
- रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा निजी फर्म लार्सन एंड टुब्रो के साथ ATAGS हॉवित्जर का निर्माण किया जा रहा हैं।
Source: Indian Express
ट्रांस-हिमालयन मल्टी-डायमेंशनल कनेक्टिविटी नेटवर्क
- चीन और नेपाल ने ट्रांस-हिमालयन मल्टी-डायमेंशनल कनेक्टिविटी नेटवर्क (Trans-Himalayan Multi-Dimensional Connectivity Network) के निर्माण के लिए अपनी सहमति दी है।
- चीन 2022 में कई परियोजनाओं को शुरू करने के लिए नेपाल को 118 मिलियन अमरीकी डालर की अनुदान सहायता भी देगा।
चीन-नेपाल समझौते की मुख्य बातें
- चीन द्वारा चीन-नेपाल सीमा पार रेलवे के व्यवहार्यता अध्ययन का वित्तपोषण।
- चीन नेपाल में जमीनी सर्वेक्षण करने के लिए विशेषज्ञों को भेजेगा।
- चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के तहत ट्रांस-हिमालयन मल्टी-डायमेंशनल कनेक्टिविटी नेटवर्क का निर्माण।
- दोनों पक्ष काठमांडू रिंग रोड इम्प्रूवमेंट प्रोजेक्ट (द्वितीय चरण) को गति देने और इलेक्ट्रिक पावर इंटरकनेक्शन परियोजनाओं को आगे बढ़ाने पर सहमत हुए।
ट्रांस-हिमालयन मल्टी-डायमेंशनल कनेक्टिविटी नेटवर्क
- इस नेटवर्क को “ट्रांस-हिमालयन नेटवर्क” (Trans-Himalayan Network) भी कहा जाता है। यह बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के तहत नेपाल और चीन के बीच एक आर्थिक गलियारा है। इस नेटवर्क में कई परिवहन बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शामिल हैं, ऐसी ही एक परियोजना “चीन-नेपाल रेलवे” है। चीन-नेपाल रेल परियोजना व्यवहार्यता अध्ययन के चरण में है।
- अन्य परियोजनाओं में शामिल हैं;
- सुरंग सड़क का निर्माण
- अरानिको राजमार्ग का अपग्रेडेशन: यह कोडरी गांव की सीमा और झांगमु के चीनी सीमा पार पर समाप्त होता है।
- सीमा बंदरगाह की बहाली।
- इस नेटवर्क में कोशी इकोनॉमिक कॉरिडोर, करनाली इकोनॉमिक कॉरिडोर और गंडकी इकोनॉमिक कॉरिडोर जैसे नेपाली परिवहन बुनियादी ढांचे में आंतरिक सुधार भी शामिल हैं।
Question of the Day
प्रश्न 2. चीन-नेपाल ट्रांस-हिमालयन मल्टी-डायमेंशनल कनेक्टिविटी नेटवर्क समझौते से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
- इसके तहत चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के तहत ट्रांस-हिमालयन मल्टी-डायमेंशनल कनेक्टिविटी नेटवर्क का निर्माण करना है।
- इसके तहत चीन द्वारा चीन-नेपाल सीमा पार रेलवे के व्यवहार्यता अध्ययन का वित्तपोषण किया जायेगा।
- इस नेटवर्क में कोशी इकोनॉमिक कॉरिडोर, करनाली इकोनॉमिक कॉरिडोर और गंडकी इकोनॉमिक कॉरिडोर जैसे नेपाली परिवहन बुनियादी ढांचे में आंतरिक सुधार भी शामिल हैं।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर : (d)
Source: HT
राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन (NIPAM)
- योजना ने 15 अगस्त, 2022 की समय सीमा से पहले 31 जुलाई, 2022 को दस लाख छात्रों को प्रशिक्षित करने के अपने लक्ष्य को पूरा कर लिया है।
- National Intellectual Property Awareness Mission दिसंबर, 2021 को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा बौद्धिक संपदा कार्यालय और पेटेंट, डिजाइन और ट्रेडमार्क महानियंत्रक (CGPDTM) के कार्यालय के सहयोग से शुरू किया गया था।
मुख्य बिंदु
- केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आजादी का अमृत महोत्सव के अनुरूप बौद्धिक संपदा जागरूकता बढ़ाने का आदेश दिया है।
- बौद्धिक संपदा पर प्रशिक्षित छात्रों या शिक्षकों सहित प्रतिभागियों की संख्या 10,05,272 है।
- 3662 शिक्षण संस्थानों को कवर किया गया है।
- भौगोलिक कवरेज: 28 राज्य और 7 केंद्रशासित प्रदेश
मिशन के बारे में
- इस कार्यक्रम के तहत बौद्धिक संपदा (IP) पर जागरूकता और प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
- यह कार्यक्रम नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ाने और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था और इस प्रकार समाज के सांस्कृतिक और आर्थिक विकास में योगदान देता है।
- यह पूरे भारत में दस लाख छात्रों के बीच बौद्धिक संपदा पर जागरूकता बढ़ाकर एक आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान देने का प्रयास करता है।
- राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन दो स्तरों में छात्रों को लक्षित करता है:
- लेवल ए – इसमें कक्षा 9वीं से 12वीं तक के स्कूली छात्र शामिल हैं।
- लेवल बी – इसमें विश्वविद्यालयों या कॉलेजों के छात्र शामिल हैं।
बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR)
- IPR व्यक्तियों को उनके बौद्धिक रचना पर दिये गए अधिकार हैं।
- इसमें आविष्कार, साहित्यिक, कलात्मक कार्य और वाणिज्य में उपयोग किये जाने वाले प्रतीक, नाम तथा चित्र शामिल होते हैं।
- ये आमतौर पर निर्माता को एक निश्चित अवधि के लिये उसकी रचना के उपयोग पर एक विशेष अधिकार प्रदान करते हैं।
- इन अधिकारों को मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा के अनुच्छेद-27 में उल्लिखित किया गया है।
- बौद्धिक संपदा के महत्त्व को पहली बार औद्योगिक संपदा के संरक्षण के लिये पेरिस कन्वेंशन (1883) और साहित्यिक तथा कलात्मक कार्यों के संरक्षण के लिये बर्न कन्वेंशन (1886) में मान्यता दी गई थी।
- दोनों संधियों को विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) द्वारा प्रशासित किया जाता है।
बौद्धिक संपदा अधिकारों के प्रकार
- पेटेंट,
- कॉपीराइट
- औद्योगिक डिजाइन अधिकार
- ट्रेडमार्क
- पौधे की किस्म के अधिकार
- भौगोलिक संकेत
- व्यापार रहस्य
- राष्ट्रीय कानून
- भारतीय पेटेंट अधिनियम 1970
- राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) नीति 2016
Question of the Day
प्रश्न 3. राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन (NIPAM) के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनो पर विचार कीजिये:
- राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन (NIPAM) ने 10 लाख छात्रों को बौद्धिक संपदा (IP) जागरूकता और बुनियादी प्रशिक्षण देने का लक्ष्य हासिल कर लिया है।
- यह कार्यक्रम बौद्धिक संपदा कार्यालय, पेटेंट, डिज़ाइन और व्यापार चिह्न महानियंत्रक कार्यालय (CGPDTM), वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय तथा गृह मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से कार्यान्वित किया जा रहा है। ।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर : (a)
Source: Indian Express
युवाओं हेतु वैश्विक रोज़गार रुझान: ILO
- अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) ने "युवाओं हेतु वैश्विक रोज़गार रुझान 2022: युवाओं के भविष्य परिवर्तन में निवेश" शीर्षक से रिपोर्ट जारी की है।
- यह रिपोर्ट अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा human-centred recovery from Covid-19 pandemic के लिए ग्लोबल कॉल टू एक्शन के एक भाग के रूप में जारी की गई है।
मुख्य बिंदु
- वर्ष 2022 में 40.3% युवा पुरुषों की तुलना में वैश्विक स्तर पर युवा महिलाओं हेतु 27.4% रोज़गार के अवसर होने का अनुमान है।
- कोविड–19 महामारी ने 15 से 24 वर्ष की आयु के लोगों के सामने कई श्रम बाज़ार चुनौतियों को और बद्तर कर दिया है, जिन्होंने वर्ष 2020 की शुरुआत से वयस्कों की तुलना में रोज़गार में अधिक नुकसान का अनुभव किया है।
- उच्च आय वाले देश वर्ष 2022 के अंत तक वर्ष 2019 के सामान युवा बेरोजगारी दर हासिल करने की अपेक्षा कर रहे हैं।
- इस बीच दूसरे देशों में दरें उनके पूर्व-संकट से 1% से अधिक रहने का अनुमान है।
- वर्ष 2030 तक ग्रीन और ब्लू इन्वेस्टमेंट्स के माध्यम से युवाओं के लिये विशेष रूप से स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा, संधारणीय कृषि, पुनर्चक्रण और अपशिष्ट प्रबंधन में अतिरिक्त (लगभग 8.4 मिलियन) रोज़गार सृजित किये जा सकते हैं।
- वर्ष 2030 तक सार्वभौमिक ब्रॉडबैंड कवरेज प्राप्त करने से वैश्विक स्तर पर 24 मिलियन से अधिक रोज़गार सृजन की संभावना है।
भारत से संबंधित निष्कर्ष:
- वर्ष 2020 के सापेक्ष वर्ष 2021 के पहले नौ महीनों में युवा रोज़गार भागीदारी दर में 0.9% की गिरावट आई, जबकि इसी अवधि में वयस्कों के लिये इसमें 2% की वृद्धि हुई।
- 15-20 वर्ष की आयु-वर्ग के लिये यह स्थिति विशेष रूप से गंभीर है।
- युवा भारतीय महिलाओं ने वर्ष 2021 और वर्ष 2022 में युवा भारतीय पुरुषों की तुलना में सापेक्ष रोज़गार में कमी का अनुभव किया है।
- वैश्विक श्रम बाज़ार में युवा भारतीय पुरुषों की भागीदारी 16% जबकि युवा भारतीय महिलाओं की भागीदारी मात्र 5% है।
- सभी विद्यालय लगभग 18 महीने तक बंद रहे और 24 % बच्चों में ग्रामीण क्षेत्र में केवल 8% और शहरी क्षेत्रों में 23% बच्चों की ऑनलाइन शिक्षा तक पर्याप्त पहुँच थी।
- भारत में, औसतन 92% बच्चों ने कम-से-कम एक भाषा में मूलभूत क्षमता खो दी और 82% ने गणित में मूलभूत क्षमता खो दी।
- अध्ययन में पाया गया कि गैर-सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों को अक्सर सरकारी विद्यालयों की तुलना में काफी कम वेतन का भुगतान किया जाता है।
- भारत में घरेलू-कार्य को अत्यधिक अनौपचारिक कार्य के रूप में देखा जाता है, जिसका पारिश्रमिक अत्यंत कम है।
Question of the Day
प्रश्न 4. इंटरनेशनल लेबर आर्गेनाइजेशन द्वारा निम्नलिखित में से कौन-सी रिपोर्ट जारी की जाती हैं?
- वर्ल्ड ऑफ वर्क रिपोर्ट
- वैश्विक मज़दूरी रिपोर्ट
- विश्व सामाजिक सुरक्षा रिपोर्ट
- सामाजिक संवाद रिपोर्ट
उपर्युक्त में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1, 3
(b) केवल 2, 3 और 4
(c) केवल 2 और 4
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर : (d)
Source: The Hindu
भारत और मलेशिया के बीच वायु सेना अभ्यास
- उदारशक्ति भारतीय वायु सेना (IAF) और रॉयल मलेशियाई वायु सेना (RMAF) के बीच एक द्विपक्षीय अभ्यास है।
- चार दिवसीय द्विपक्षीय अभ्यास हाल ही में मलेशिया में शुरू हुआ है।
- उदाराशक्ति 2022 में, भारतीय वायु सेना Su-30 MKI और C-17 विमान के साथ हवाई अभ्यास में भाग ले रही है।
- दूसरी ओर, मलेशियाई वायु सेना Su 30 MKM विमान के साथ भाग ले रही है।
- चार दिनों के दौरान, दो वायु सेनाओं के बीच विभिन्न हवाई युद्ध अभ्यास किए जाएंगे।
पृष्ठभूमि
- पहला द्विपक्षीय वायु सेना अभ्यास जिसने फ्रंटलाइन सुखोई -30 लड़ाकू विमानों का मंचन किया, 2018 में आयोजित किया गया था।
- 2008 से 2010 तक, मलेशियाई पायलटों को SU-30 SKM विमान पर प्रशिक्षण देने के लिए भारतीय वायु सेना प्रशिक्षण दल को मलेशिया में तैनात किया गया था।
अभ्यास का महत्व
- यह अभ्यास दोस्ती के लंबे समय से चले आ रहे बंधन को मज़बूत करेगा और दोनों सेनाओं के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ाएगा। इस प्रकार, यह क्षेत्र में सुरक्षा को मजबूत करेगा।
- इस अभ्यास के माध्यम से, IAF को रॉयल मलेशियाई वायु सेना के साथ सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने और सीखने का अवसर मिलेगा। वे आपसी युद्ध क्षमताओं पर भी चर्चा करेंगे।
Question of the Day
प्रश्न 5. भारत और मलेशिया के बीच वायु सेना अभ्यास उदारशक्ति के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनो पर विचार कीजिए:
- भारतीय वायु सेना (IAF) और रॉयल मलेशियाई वायु सेना (RMAF) के बीच यह अभ्यास प्रत्येक दो वर्ष में आयोजित किया जाता है।
- भारतीय वायु सेना Su-30 MKI और C-17 विमान के साथ हवाई अभ्यास में भाग ले रही है,जबकि मलेशियाई वायु सेना अमेरिकी f-16 विमान के साथ भाग ले रही है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 न तो 2
उत्तर : (a)
Source: PIB