प्रारम्भिक परीक्षा – ताइवान में 7.4 तीव्रता आया भूकंप आया मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन पेपर-1 (भूगोल) |
चर्चा में क्यों
हाल ही में ताइवान के पूर्वी हिस्से में 7.4 की तीव्रता वाला भूकंप आया।
प्रमुख बिंदु :-
- इस भूकंप की तीव्रता 7.4 थी।
- इसका केंद्र ताइवान के हुआलिएन शहर से 18 किलोमीटर (11 मील) दक्षिण में 34.8 किलोमीटर की गहराई पर था।
- इस भूकंप के कारण जापान के कुछ हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किये गए।
- इस भूकंप के पश्चात् दक्षिणी जापान के कुछ हिस्सों में सुनामी की चेतावनी जारी की गई।
- इससे पहले ताइवान में सितंबर 1999 में 7.6 तीव्रता का भूकंप आया था।
ताइवान एवं जापान में भूकंप आने का कारण :-
- ताइवान एवं जापान दोनों यूरेशिया एवं परि-प्रशांत प्लेटों के मध्य स्थित है।
- इन प्लेटों के संचलन के कारण यहाँ लगभग प्रतिदिन लगभग 1,500 भूकंप के झटके महसूस किये जाते हैं।
- कभी-कभी भूकंपों की तीव्रता अत्यधिक होने के कारण इन देशों को अत्यधिक जन-धन की क्षति तथा सुनामी का सामना करना पड़ता है।
- सुनामी (Tsunami):-'स्यू-ना-मी' जापानी भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ है तट पर आती समुद्री लहरें।
- इनका ज्वारीय तरंगों से कोई संबंध नहीं होता है।
- ये वस्तुतः बहुत लंबी एवं कम कंपन वाली समुद्री लहरें हैं, जो महासागरीय भूकंपों के प्रभाव से महासागरों में उत्पन्न होती हैं।
- जापान के उत्तर-पूर्वी तट पर मार्च 2011 में भूकंप के कारण सुनामी आई थी।
भूकंप (Eearthquake) :-
- यह भू-पृष्ठ पर होने वाला आकस्मिक कंपन है।
- इसकी उत्पत्ति प्राकृतिक रूप से भू-तल के नीचे (भू-गर्भ में) होती है।
भूकंप की उत्पत्ति के कारण :-
- इसकी उत्पत्ति प्राकृतिक एवं मानवीय दोनों ही कारणों से हो सकती है।
- प्राकृतिक कारणों में ज्वालामुखी क्रिया, प्लेट विवर्तनिक घटनाएं एवं भूगर्भिक गैसों का प्रसार आदि हैं।
- कृत्रिम या मानव निर्मित भूकंप मानवीय क्रियाओं की अवैज्ञानिकता के कारण आते हैं।
- भूकंप आने के पहले वायुमंडल में 'रेडॉन' गैसों की मात्रा में वृद्धि हो जाती है।
- जिस स्थान पर इस गैस की मात्रा में वृद्धि होती है, वहां भूकंप आने का संकेत होता है।
- जहाँ भूकंपीय तरंगें उत्पन्न होती हैं, उसे 'भूकंप मूल' (Focus) कहा जाता है तथा जहाँ सबसे पहले भूकंपीय तरंगों का अनुभव किया जाता है, उसे भूकंप केन्द्र (Epi-centre) कहा जाता है ।
भूकंपों की तीव्रता का मापन :-
- वर्तमान समय में दो पैमानों के आधार भूकंप का मापन किया जाता है-
- मरकेली पैमाना तथा 2. रिक्टर पैमाना ।
भूकंप का विश्व वितरण (World Distribution of Earthquake):
- पृथ्वी की सतह पर भूकंपों एवं ज्वालामुखीयता से प्रभावित क्षेत्रों के विश्व वितरण में एक प्रकार का संबंध है, क्योंकि दोनों का ही संबंध भू-गर्भ में होने वाले अंतर्जनित भू-संचलन से है।
- पृथ्वी की सतह पर भूकंपों का वितरण पेटियों के रूप में फैले हुए क्षेत्रों में पाया जाता है, जिसे भूकंप पेटी कहते हैं।
- भूकंप की मुख्य पेटियों में 1. परि-प्रशांत महासागरीय पेटी 2. मध्य अटलांटिक पेटी तथा 3. मध्य महाद्वीपीय पेटी सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण हैं।
भूकंप का प्रभाव
- भूकंप विनाशकारी होते हैं, जिनसे तीव्रता के अनुसार, अधिक जन-धन की क्षति होती है।
- भूकंप से सागरों में अप्रत्याशित ऊंची लहरें उठती (ज्वार) है, जिससे तटीय क्षेत्रों में भयंकर बाढ़ आ जाती है।
- पर्वतीय भागों में भूस्खलन होता है।
- इससे भूमि में उत्थान अथवा निमज्जन की घटना भी होती है।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न :- हाल ही में किस एशियाई देश में 7.4 की तीव्रता वाला भूकंप आया?
(a) जापान
(b) ताइवान
(c) उत्तर कोरिया
(d) दक्षिण कोरिया
उत्तर (b)
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