प्रारंभिक परीक्षा- वायु प्रदूषण, AQI, एनर्जी पॉलिसी इंस्टीट्यूट, क्लीन एयर एक्ट 1970 मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3
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संदर्भ:
- शिकागो विश्वविद्यालय के एनर्जी पॉलिसी इंस्टीट्यूट के अनुसार, दिल्ली की प्रदूषित हवा में सांस लेने वाले लोगों का जीवन करीब 11.9 वर्ष कम हो सकता है।
- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पूर्व निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई ऐसे अध्ययन हुए हैं, जिसमें वायु प्रदूषण को मस्तिष्क स्ट्रोक, मनोभ्रंश और संज्ञानात्मक गिरावट के बढ़ते खतरों से जोड़ा है।
- नवंबर के पहले सप्ताह में दिल्ली का AQI 'बहुत खराब स्तर' में 400 के पार दर्ज किया गया है।
प्रमुख बिंदु-
- वर्ष 2022 के अध्ययन के अनुसार, दिल्ली की हवा 68 दिन ही सांस लेने के लायक रही।
- साफ हवा पर एक रुपये के निवेश से 30 रुपये का फायदा होता है।
- अध्ययन के अनुसार, भारत में होने वाली कुल मौतों में से 18 प्रतिशत के लिए वायु प्रदूषण जिम्मेदार होता है।
- 2019 में अगर प्रदूषण का स्तर बेहतर होता तो उपभोग वाली वस्तुएं बेचने वाली कंपनियों को 22 अरब डालर का लाभ होता।
- वैज्ञानिकों का कहना है कि दिल्ली के कई हिस्सों में AQI 500 के आंकड़े को छू रही है, ये विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित सीमा से करीब 100 गुना अधिक है।
वायु प्रदूषण के नुकसान:
- वायु प्रदूषण के कारण एलर्जी, खांसी, आंख और नाक में जलन की समस्या होती है।
- गर्भवती महिलाओं तथा पेट में पल रहे बच्चे पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।
- अस्थमा के मरीजों के लिए वायु प्रदूषण सबसे खतरनाक होता है।
- प्रदूषण से लोगों में तनाव बढ़ता है और संज्ञानात्मक क्षमता में कमी आती है।
- कर्मचारी बर्नआउट के शिकार हो जाते हैं।
- वायु प्रदूषण व्यक्ति में सिरदर्द, चिड़चिड़ापन और भ्रम की स्थिति को जन्म देता है।
- उत्तरी कैरोलिना में स्कूल जाने वाले बच्चों के बीच किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि वायु प्रदूषण बच्चों की गणितीय क्षमता को प्रभावित करता है।
- मांग में कमी आती हैं चूँकि हवा खराब होने पर लोग आम तौर पर घर में रहते हैं।
- सल्फर डाई आक्साइड और दूसरे प्रदूषक इलेक्ट्रानिक सर्किट को जल्दी खराब कर देते हैं।
- वायु प्रदूषण न केवल फेफड़ों को प्रभावित करता है बल्कि हृदय और मस्तिष्क जैसे अन्य प्रमुख अंगों को भी प्रभावित करता है।
वायु प्रदूषण के कारण:
वायु प्रदूषण में वृद्धि में कई कारकों ने योगदान दिया है, जिसमें कुछ निम्नलिखित हैं-
- लगातार बढ़ती वाहन आबादी
- शहरीकरण और निर्माण गतिविधियों का धूल-धुआं
- औद्योगिक उत्सर्जन
- सर्दियों के महीनों के दौरान वायुमंडलीय स्थिरता, जब प्रदूषक सतह के करीब फंस जाते हैं।
- कूड़े-कचरे एवं कृषि खर पतवार का जलाना
- शहर की भौगोलिक स्थिति; आदि
उक्त सभी कारण दिल्ली के प्रदूषण के लिए भी जिम्मेदार हैं।
प्रदूषण नियंत्रण में हमारा योगदान:
वायु प्रदूषण रोकने की जिम्मेदारी सरकारी एजेंसियों की है लेकिन एक नागरिक के तौर पर हमारी भी कुछ जिम्मेदारियां हैं-
- कूड़ा-कचरा एवं खरपतवार न जलाएं
- निजी वाहन के बजाए सार्वजनिक परिवहन को प्राथमिकता दें
- अनावश्यक बिजली खर्च न करें चूँकि जीवाश्म ईंधन जलाकर ही बिजली पैदा की जाती है
- दोबारा इस्तेमाल किए जा सकने वाले उत्पादों को फिर से इस्तेमाल करें
- ऐसी तकनीकी अपनाएं, जो निर्माण कार्य की धूल न्यून कर सके; आदि
वायु प्रदूषण का मापन:
पर्यावरण संरक्षण एजेंसी (ईपीए) पांच प्रमुख वायु प्रदूषकों के लिए AQI (Air Quality Index) की गणना करती है, जिसके लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता मानक स्थापित किए गए हैं-
- AQI हवा की शुद्धता मापने की इकाई है।
- एयर क्वालिटी इंडेक्स मुख्य रूप से 8 प्रदूषकों (PM10, PM2. 5, NO2, SO2, CO, O3, NH3, and Pb) से मिलाकर बनाया जाता है
- घुले जहरीले कणों को मापने के लिए PM2.5 और PM10 का इस्तेमाल होता है।
- पहचाने गए आठ प्रदूषकों के लिए AQI मान और संबंधित परिवेश सांद्रता के साथ-साथ संबंधित संभावित स्वास्थ्य प्रभाव इस प्रकार हैं-
अमेरिका की हवा:
- अमेरिका की हवा दुनिया में सबसे साफ हवा है।
- अमेरिकी संसद क्लीन एयर एक्ट 1970 में आया।
- 1970 से 2017 तक देश भर में वायु प्रदूषण औसतन 73 प्रतिशत तक गिरा।
आगे की राह:
हमें उस वैज्ञानिक कारणों को समझना होगा, जिसकी वजह से प्रदूषण होता है। स्थानीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर नीति बनाकर हवा को साफ़ करने की दिशा में काम करना होगा और कंपनियों के लिए तकनीक विकसित करनी होगी।
प्रश्न:- निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
- AQI हवा की शुद्धता मापने की इकाई है।
- क्लीन एयर एक्ट, 1970 ब्रिटेन का कानून है।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट-
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न 1 और ना ही 2
उत्तर: (a)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न:
दिल्ली सहित भारत का अधिकांश हिस्सा मुख्य रूप से सर्दियों में वायु प्रदूषण की चपेट में आ जाता है। इसके कारण और समाधान सुझाएँ।
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