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काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में जानवरों के लिए एलिवेटेड रोड बनाने की मंजूरी

प्रारम्भिक परीक्षा – काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में जानवरों के लिए एलिवेटेड रोड बनाने की मंजूरी
मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर- 1 (भूगोल)

संदर्भ

राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) ने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व के जानवरों द्वारा आमतौर पर भारी बाढ़ के दौरान उपयोग किए जाने वाले नौ गलियारों पर एक ऊंची सड़क निर्माण को मंजूरी दे दी है।

NBWL

प्रमुख बिंदु :-

  • राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) ने असम में 5 महत्वपूर्ण परियोजनाओं को मंजूरी दी है। 
  • इन परियोजनाओं में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के पास एक एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण, गुवाहाटी रिंग रोड परियोजना और दीपर बील में एलिवेटेड रेलवे कॉरिडोर आदि की मंजूरी दे दी है। 
  • राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) ने गुवाहाटी के बाहरी इलाके में दीपोर बील की दक्षिणी सीमा के साथ दो ऊंचे रेलवे गलियारों को भी मंजूरी दे दी है।
    • दीपोर बील :- एक आर्द्रभूमि और महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र, एक रामसर साइट है। 
  • इन परियोजनाओं के तहत काजीरंगा के मुख्य क्षेत्र की उत्तरी सीमा से सटे मुख्य राजमार्ग के साथ 35 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड सड़क का निर्माण किया जायेगा, जिसकी लगत 6,000 करोड़ है। 
  • असम सरकार के द्वारा केंद्र सरकार को सौंपे गए ब्लूप्रिंट के अनुसार, चार लेन की एलिवेटेड रोड में दो सुरंगें होंगी, एक की अनुमानित लंबाई 1.5 किमी और दूसरी की अनुमानित लंबाई 600 मीटर होगी।

Deeporbil

समस्या :-

  • हाई-स्पीड ट्रेनों के कारण कई हाथियों की मृत्यु हो चुकी है, जो आर्द्रभूमि और आंशिक रूप से पहाड़ी रानी रिजर्व फॉरेस्ट, गुवाहाटी के बीच पटरियों के पार चलते हैं।
  • असम के लिए एनबीडब्ल्यूएल द्वारा अनुमोदित दो अन्य परियोजनाएं गुवाहाटी रिंग रोड परियोजना और भारत-भूटान सीमा पर असम माला परियोजना सड़क हैं।

राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (National Board for Wildlife) :-

  • यह एक वैधानिक निकाय है जिसे 2002 में एक संशोधन के माध्यम से वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की धारा 5ए के तहत स्थापित किया गया था।
  • इसने वर्ष 1952 में गठित भारतीय वन्यजीव बोर्ड का स्थान लिया है।
  • इस बोर्ड के अध्यक्ष प्रधानमंत्री होते हैं।
  • यह भारत में सभी वन्यजीवों से संबंधित मामलों के लिए सर्वोच्च निकाय है। 
  • यह राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभ्यारण्यों से संबंधित सभी परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान करता है।
  • यह वन्यजीवों एवं वनों के संरक्षण और विकास के लिए नीति बनाने पर केंद्र सरकार को सलाह दे सकता है।

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान:-

kajiranga

  • यह उद्यान भारत में असम के गोलाघाट और नागांव क्षेत्रों में स्थित है। 
  • इस अभयारण्य के उत्तर में ब्रह्मपुत्र नदी और दक्षिण भारत में कार्बी आंगलोंग पर्वत स्थित है।
  • वर्ष 1905 में काजीरंगा अभयारण्य को आरक्षित वन के रूप में स्थापित किया गया था। 
  • वर्ष 1974 में इस वन को काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान  घोषित किया गया था। 
  • वर्ष 1985 में यूनेस्को ने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान को विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया था। 
  • वर्ष 2007 में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व घोषित किया गया।
  • यह राष्ट्रीय उद्यान पूर्वी हिमालयी के जैव विविधता हॉटस्पॉट में स्थित है।

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाने वाले वन्यजीव:- 

  • इस राष्ट्रीय उद्यान में लुप्तप्राय एक सींग वाले गैंडे, हांथी, जंगली भैंस, रॉयल बंगाल टाइगर एवं हिरण आदि पाए जाते हैं।

प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न:- हाल ही में राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) ने किस राज्य में जानवरों की सुरक्षा के लिए एलिवेटेड रोड बनाने की मंजूरी प्रदान की है?

(a) मेघालय 

(b) त्रिपुरा   

(c) असम 

(d) मणिपुर 

उत्तर - (c)

स्रोत: THE HINDU

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