चर्चा में क्यों ?
हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान ने दक्षिण कोरिया के जेजू द्वीप के पास अपना संयुक्त वायु और नौसैनिक अभ्यास "फ्रीडम एज" शुरू किया।

प्रमुख बिंदु:
- यह बड़े पैमाने का अभ्यास उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल खतरों के खिलाफ त्रिपक्षीय रक्षा सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
- उत्तर कोरिया ने इस अभ्यास की निंदा करते हुए इसे “उकसावे वाला कदम” बताया, जबकि सहयोगी देश इसका बचाव करते हुए इसके रक्षा और सामरिक महत्व पर ज़ोर दे रहे हैं।
फ्रीडम एज अभ्यास के प्रमुख पहलू
- बहु-क्षेत्रीय संचालन : फ्रीडम एज एक बहु-क्षेत्रीय सैन्य अभ्यास है, जो तीन प्रमुख घटकों को कवर करता है:
- समुद्री और वायु संचालन
- साइबरस्पेस समन्वय
- चिकित्सा निकासी और आपातकालीन प्रतिक्रिया अभ्यास
- बैलिस्टिक मिसाइल और वायु रक्षा प्रशिक्षण
- अभ्यास में अमेरिकी इंडो-पैसिफिक कमांड, अमेरिकी मरीन और वायु सेना के आधुनिक उपकरणों की भागीदारी शामिल है। इसे अब तक का सबसे उन्नत त्रिपक्षीय अभ्यास बताया गया है।
- अवधि और स्थान
- दिनांक: 15-19 सितंबर, 2025
- स्थान: जेजू द्वीप, दक्षिण कोरिया
- प्रतिभागी: अमेरिका, दक्षिण कोरिया, जापान
सामरिक महत्व
- फ्रीडम एज अभ्यास तीन प्रमुख कारणों से महत्वपूर्ण है:
- उत्तर कोरिया के शस्त्रागार का मुकाबला
- प्योंगयांग की बैलिस्टिक मिसाइल रेंज और परमाणु क्षमता में वृद्धि क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए प्रत्यक्ष खतरा है।
- त्रिपक्षीय सुरक्षा संरेखण
- अभ्यास कैम्प डेविड शिखर सम्मेलन की प्रतिबद्धताओं पर आधारित है और इसमें रियल-टाइम मिसाइल चेतावनी डेटा का साझा करना शामिल है।
- महाशक्तियों के बीच सामरिक प्रतिस्पर्धा
- किम जोंग उन रूस और चीन के साथ संबंध मजबूत कर रहे हैं।
- अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान अपने सैन्य गठबंधन और सामरिक तालमेल को मजबूत कर रहे हैं।
प्रश्न. फ्रीडम एज 2025 सैन्य अभ्यास कहाँ आयोजित किया गया था ?
(a) बुसान, दक्षिण कोरिया
(b) जेजू द्वीप, दक्षिण कोरिया
(c) ओकिनावा, जापान
(d) गुआम, अमेरिका
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