यदि भारत को 2047 तक उच्च आय वाला देश बनना है,तो आवश्यक रूप से श्रम शक्ति में महिलओं की भागीदारी बढ़ानी होगी। विवेचना करें। (250 शब्द)

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Sanskriti Mains Mission: GS Paper - 3

यदि भारत को 2047 तक उच्च आय वाला देश बनना है,तो आवश्यक रूप से श्रम शक्ति में महिलओं की भागीदारी बढ़ानी होगी। विवेचना करें। (250 शब्द)

06-Oct-2023 | GS Paper - 3

Solutions:

भूमिका-

  • देश में लिंगानुपात, माहिलाओं की शैक्षिक स्थिति, अर्थव्यवस्था में उनके योगदान का संक्षेप में परिचय देते हुए संक्षिप्त भूमिका लिखें।

मुख्य भाग-

  • कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी, भागीदारी गुणात्मक है या नहीं।
  • विश्व बैंक का रिपोर्ट-
  1. उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं के लिए महिला श्रम बल भागीदारी दर का औसत स्तर लगभग 50 प्रतिशत है और भारत में यह 25 प्रतिशत है।
  2. शहरी श्रमिक जनसंख्या अनुपात (WPR) में Q4 FY22 के सापेक्ष Q4 FY23 में मामूली सुधार आया है और पुरुषों तथा महिलाओं के लिए क्रमशः 1.4 और 2.3 प्रतिशत अंक की वृद्धि हुई।
  • विपरीत परिस्थिति-
  1. महिलाओं के लिए WPR में वृद्धि मुख्य रूप से अवैतनिक कार्यों में महिलाओं की हिस्सेदारी में 11.7 प्रतिशत की वृद्धि के कारण है, जो कि Q4 FY22 के बाद से 1.5 प्रतिशत अंक की वृद्धि है।
  2. शहरी क्षेत्रों में महिलाओं के लिए नियमित वेतनभोगी रोजगार की हिस्सेदारी घट रही है। 
  3. भारतीय राज्यों में महिला श्रम बल की भागीदारी में महत्वपूर्ण भिन्नता है. प्रति व्यक्ति आय के साथ संबंध पूरी तरह से यू-आकार के पैटर्न के अनुरूप नहीं है। 
  • समाधान-
  1.  नौकरियों की मात्रा में वृद्धि के साथ-साथ गुणवत्ता भी महत्वपूर्ण है। 
  2. महिलाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रम।
  • निष्कर्ष-

इस प्रकार, भारत को उच्च आय वाला देश बनने के लिए महिला भागीदारी दर को और अधिक बढ़ाना होगा।

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