चर्चा में क्यों?
नई दिल्ली में केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में राष्ट्रीय निवेश और अवसंरचना कोष (NIIF) की शासी परिषद की छठी बैठक आयोजित हुई।

NIIF की निवेश प्रगति:
- NIIF के तहत ₹30,000 करोड़ से अधिक की परिसंपत्तियाँ अब प्रबंधन के तहत हैं, जो कि ₹1,17,000 करोड़ से अधिक की पूंजी उत्प्रेरित कर चुकी हैं।
- NIIF की रणनीति, प्रदर्शन, और चार सक्रिय फंडों की प्रगति पर बैठक में चर्चा की गई:
- मास्टर फंड - ग्रीनफील्ड परियोजनाओं में निवेश (जैसे: बंदरगाह, लॉजिस्टिक्स, एयरपोर्ट, डेटा सेंटर)
- फंड ऑफ फंड्स
- जलवायु और स्थिरता कोष / भारत-जापान कोष
- स्ट्रैटेजिक ऑपर्च्युनिटीज फंड
राष्ट्रीय निवेश और अवसंरचना कोष (NIIF)
- इसकी घोषणा केंद्रीय बजट 2015-16 में की गई थी।
- दिसंबर 2015 में स्थापना हुई।
- उद्देश्य: भारत में बुनियादी ढांचे और अन्य रणनीतिक क्षेत्रों में दीर्घकालिक निवेश को बढ़ावा देना।
मुख्य उद्देश्य:
- सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की साझेदारी के ज़रिए भारत में अवसंरचना परियोजनाओं के लिए पूंजी जुटाना।
- विदेशी और घरेलू निवेश को आकर्षित करना।
- दीर्घकालिक, स्थिर और विकासोन्मुख निवेश मंच उपलब्ध कराना।
संरचना और संचालन:
- NIIF Limited एक एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) है, जो विभिन्न फंडों का संचालन करती है।
- इसका 50% तक हिस्सा भारत सरकार के पास है, जिससे इसे "संप्रभु-संबद्ध कोष" माना जाता है।
- शेष हिस्सा विभिन्न संप्रभु धन कोषों, पेंशन फंडों, बहुपक्षीय विकास बैंकों आदि द्वारा निवेश किया जाता है।
प्रश्न. राष्ट्रीय निवेश और अवसंरचना कोष (NIIF) की शासी परिषद की छठी बैठक की अध्यक्षता किसने की?
(a) अजय सेठ
(b) अनुराधा ठाकुर
(c) निर्मला सीतारमण
(d) उदय कोटक
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