New
GS Foundation (P+M) - Delhi: 5 May, 3:00 PM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 11 May, 5:30 PM Call Our Course Coordinator: 9555124124 Request Call Back GS Foundation (P+M) - Delhi: 5 May, 3:00 PM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 11 May, 5:30 PM Call Our Course Coordinator: 9555124124 Request Call Back

CURRENT AFFAIRS

दिल्ली नगर निगम (संशोधन) विधेयक, 2022

01-Apr-2022

हाल ही में, गृह राज्य मंत्री ने लोकसभा में ‘दिल्ली नगर निगम (संशोधन) विधेयक, 2022’ प्रस्तुत किया।

चीन नेपाल संबंध

31-Mar-2022

हाल ही में, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने नेपाल के शीर्ष नेतृत्व के साथ आपसी सहयोग पर द्विपक्षीय वार्ता की। विदित है कि शेर बहादुर सिंह देउबा के पिछले वर्ष पाँचवीं बार प्रधानमंत्री बनने के बाद किसी उच्च पदस्थ चीनी अधिकारी की नेपाल की यह पहली यात्रा थी। 

सड़कों पर रहने वाले बच्चों का पुनर्वास

31-Mar-2022

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के प्रमुख ने भारत में सड़कों पर रहने वाले बच्चों के पुनर्वास को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने इसके पीछे कुछ राज्य सरकारों के उदासीन रवैये को जिम्मेदार माना है।

जलवायु परिवर्तन के समय में पशुचारण

30-Mar-2022

भारत के 13 मिलियन लोगों सहित दुनिया भर के तक़रीबन 100-200 मिलियन लोगों के लिये पशुपालन आज भी एक अहम आर्थिक गतिविधि है। पृथ्वी की सतह का एक चौथाई भाग चारागाह के तौर पर प्रयोग होता है।

अंतरिक्ष क्षेत्र में परमाणु ऊर्जा का प्रयोग 

30-Mar-2022

‘रेडियोआइसोटोप थर्मोइलेक्ट्रिक जेनरेटर’ (Radioisotope Thermoelectric Generators : RTGs) नामक परमाणु बैटरी विगत छह दशकों से अधिक समय से अंतरिक्ष यान को ऊर्जा प्रदान कर रही हैं।

सुजलाम 2.0

30-Mar-2022

विश्व जल दिवस के उपलक्ष्य में जल शक्ति मंत्रालय ने ग्रे वाटर अर्थात् रसोई, स्नान और कपड़े धोने से निकलने वाले पानी के पुन: उपयोग के लिये एक देशव्यापी परियोजना ‘सुजलाम 2.0’ की शुरुआत की है। 

आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर भारत

29-Mar-2022

कोविड-19 संकट ने भारत के समक्ष संरचनात्मक कमज़ोरियों की एक अहम् चुनौती प्रस्तुत की है, जिसने यह स्पष्ट किया कि यदि निर्णायक सुधार लागू नहीं किये गए तो भारत को एक दशक तक बढ़ती बेरोज़गारी और आर्थिक ठहराव जैसे संकटों का सामना करना पड़ेगा।

कृषिगत विकास

29-Mar-2022

वित्तीय वर्ष 2021-22 के आर्थिक सर्वेक्षण में विकास दर को बढ़ावा देने वाले कई पहलुओं के बारे में बताया गया है। इसमें ग्रामीण और कृषि विकास के लिये वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता, कृषि संबंधी सुविधाओं और सेवाओं तकपहुँच, बीमा कवरेज एवं जोखिम कम करने से जुड़ी सुविधाओं का विस्तार, उत्पादों के विपणन आदि पर बल दिया गया है।

« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR