प्रारंभिक परीक्षा – मुदुमलाई टाइगर रिजर्व, वायनाड वन्यजीव अभयारण्य , बांदीपुर टाइगर रिजर्व मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
संदर्भ
- 2021 में, तमिलनाडु के नीलगिरी में मुदुमलाई टाइगर रिजर्व से रिवाल्डो नामक एक जंगली हाथी को स्थानीय निवासियों की वर्षों की शिकायतों के बाद वन विभाग द्वारा "कैद" में ले लिया गया था।

कारण
- रिवाल्डो स्थानीय गांवों में भोजन की तलाश में घुमा करता था जिससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था इसलिए गाँव वालों की शिकायत पर वन विभाग ने रिवाल्डो को अपने कब्जे में ले लिया था जिसे हाल ही में जंगल में छोड़ दिया गया है ।
प्रमुख बिंदु
मुदुमलाई टाइगर रिजर्व:
- मुदुमलाई नाम का अर्थ है "प्राचीन पहाड़ी श्रृंखला"। यह 65 मिलियन वर्ष पुराना है जब पश्चिमी घाट का निर्माण हुआ था।
- मुदुमलाई टाइगर रिजर्व तमिलनाडु राज्य के नीलगिरी जिले में स्थित है जो 688.59 वर्ग किमी में फैला हुआ है।
- यह तीन राज्यों, अर्थात् कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के त्रि-जंक्शन पर स्थित नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व का भाग है, जिसे वर्ष1986 में भारत का पहला बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया गया था ।
- बायोस्फीयर रिजर्व (Biosphere Reserves) स्थलीय, तटीय या समुद्री क्षेत्रों के एक अद्वितीय और प्रतिनिधि पारिस्थितिकी तंत्र को संदर्भित करता है, जिसमें वनस्पतियों और जीवों की रक्षा की जाती है। बायोस्फीयर रिजर्व को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन के मैन एंड बायोस्फीयर (MAB) कार्यक्रम के तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है जो एक अंतर सरकारी वैज्ञानिक कार्यक्रम है।

- UNESCO ने पहली बार 1971 में बायोस्फीयर रिजर्व (Biosphere Reserves in India) के कार्यक्रम की शुरुआत की। भारत ने अपना पहला बायोस्फीयर रिजर्व, नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व (NBR) 1986 में स्थापित किया।
- वर्तमान में, भारत में 18 बायोस्फीयर रिजर्व हैं, जिनमें से 11 यूनेस्को के वर्ल्ड नेटवर्क ऑफ बायोस्फीयर रिजर्व (WNBR) के तहत शामिल हैं।
- इन बायोस्फीयर रिजर्व का मुख्य उद्देश्य तीन परस्पर जुड़े कार्यों यानी संरक्षण, विकास और लॉजिस्टिक सपोर्ट को हासिल करना है।
|
- इस रिजर्व के पश्चिम में वायनाड वन्यजीव अभयारण्य (केरल), उत्तर में बांदीपुर टाइगर रिजर्व (कर्नाटक) तथा दक्षिण और पूर्व में नीलगिरी डिवीजन एवं दक्षिण-पश्चिम में गुडलूर वन डिवीजन, मिलकर बाघ और बाघ जैसी प्रमुख प्रजातियों के लिए एक बड़ा संरक्षण परिदृश्य बनाते हैं।
- इस रिजर्व क्षेत्र में एशियाई हाथी को रिसेप्शन सेंटर थेप्पाकाडु में संरक्षित किया गया है।
जलवायु
- मुदुमलाई की जलवायु मध्यम है। मुदुमलाई में दिसंबर के महीने या जनवरी की शुरुआत में ठंड का मौसम रहता है और मार्च एवं अप्रैल के महीनों के दौरान गर्म मौसम रहता है।
स्थान
- मुदुमलाई टाइगर रिजर्व बैंगलोर से लगभग 240 किलोमीटर, मैसूर से लगभग 90 किलोमीटर, उधगमंडलम (ऊटी) से लगभग 68 किलोमीटर और सड़क मार्ग से कालीकट से लगभग 124 किलोमीटर दूर है।
- यह रिज़र्व ऊटी-मैसूर अंतरराज्यीय राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच 181) पर फैला हुआ है, जो लगभग दोनों शहरों के बीच में है और इस प्रकार किसी भी तरह से समान सुविधा के साथ पहुंचा जा सकता है।
महत्वपूर्ण वनस्पति
- रिज़र्व में लंबी घासें हैं, जिन्हें आमतौर पर "हाथी घास" कहा जाता है, विशाल किस्म के बांस, सागौन, शीशम, आदि जैसी स्थानिक मूल्यवान वनस्पतियों की प्रजातियाँ हैं।
जीव
- इस रिजर्व में विभिन्न प्रकार के जीव-जंतु जैसे- बाघ, हाथी, भारतीय गौर, पैंथर, सांभर, चित्तीदार हिरण, भौंकने वाले हिरण, माउस हिरण, आम लंगूर, मालाबार विशाल गिलहरी, जंगली कुत्ते, मैंगोज़, जंगली बिल्ली, लकड़बग्घा आदि पाए जाते हैं।
पक्षी
- इस अभ्यारण्य में पक्षियों की लगभग 260 से अधिक प्रजातियों की विस्तृत विविधता पाई जाती है ।
- भारत में पाई जाने वाली 8 प्रतिशत पक्षी प्रजातियाँ मुदुमलाई में दर्ज की गई है। इसमें मालाबार ग्रे हॉर्नबिल, मालाबार पाइड हॉर्नबिल, मालाबार लाफिंग थ्रश, फ्रॉग माउथ, मालाबार व्हिस्लिंग थ्रश, मोर ,जंगल फाउल और विभिन्न प्रकार के कठफोड़वा जैसे दुर्लभ पक्षी शामिल हैं ।
- हार्नबिल बीजों के प्रकीर्णन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
मुदुमलाई टाइगर रिजर्व से संबंधित विशेष तथ्य

- मुदुमलाई टाइगर रिजर्व चर्चा में इसलिए भी है क्योंकि इस टाइगर रिजर्व पर आधारित हाथियों की देखभाल करने वालों पर बनाये गए डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' ने हाल ही में ऑस्कर पुरस्कार जीतकर दुनिया भर के भारतीयों का नाम रौशन किया है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 अप्रैल 2023 को नीलगिरी जिले में मुदुमलाई टाइगर रिजर्व की यात्रा की तथा ऑस्कर पुरस्कार जीतने वाली डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' के दोनों महावतों बोमन और बेली से मुलाकात की।

'द एलिफेंट व्हिस्परर्स'
- 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म के लिए ऑस्कर जीतने वाली पहली भारतीय फिल्म है।
- डॉक्यूमेंट्री के बारे में बात करें तो कार्तिकी गोंसाल्वेस द्वारा निर्देशित 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' एक अनाथ हाथी के बच्चे रघु और उसकी देखभाल करने वाले बोमन और बेली नाम के दो महावतों के बीच अनमोल बंधन को पर्दे पर दिखाई गई है।
- ये महावत रघु को शिकारियों से बचाने और उसे पालने के लिए अपना जीवन समर्पित कर देते हैं।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न : निम्नलिखित में से भारत का पहला बायोस्फीयर रिजर्व कौन-सा है?
(a) नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व
(b) नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व
(c) नोकरेक बायोस्फीयर रिजर्व
(d) ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर रिजर्व
उत्तर : (b)
मुख्य परीक्षा प्रश्न:बदलते जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के कारण मानव और जीव संघर्ष एक गंभीर समस्या है। इसके कारणों एवं अल्पीकरण के उपायों की विवेचना कीजिए।
|