चर्चा में क्यों ?
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली विधानसभा में आयोजित अखिल भारतीय स्पीकर सम्मेलन 2025 का उद्घाटन किया। यह दो दिवसीय आयोजन वीर विट्ठलभाई पटेल के पहले भारतीय स्पीकर चुने जाने की 100वीं वर्षगांठ को समर्पित है।

प्रमुख बिन्दु:
- सम्मेलन का आयोजन दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजयेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में किया गया।
- इसमें देशभर की राज्य विधानसभाओं और विधान परिषदों के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष सम्मिलित हुए।
- विशेष आयोजन
- विट्ठलभाई पटेल की स्मृति में विशेष डाक टिकट जारी।
- दिल्ली विधानसभा की 100 वर्ष से अधिक की यात्रा पर प्रदर्शनी का उद्घाटन।
- इसमें इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल, सेंट्रल लेजिस्लेटिव असेंबली और भारत की पहली संसद तक का इतिहास प्रदर्शित।
सम्मेलन का उद्देश्य
- लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करना।
- भारत की संघीय संरचना में विधायी निकायों की भूमिका पर विमर्श।
- संसदीय परंपराओं को आधुनिक तकनीक से जोड़ना।
- AI और डिजिटल उपकरणों के प्रयोग से कानून निर्माण की प्रक्रिया को पारदर्शी और जवाबदेह बनाना।
वीर विट्ठलभाई पटेल के बारे में:
- विट्ठलभाई पटेल (1873–1933) सरदार वल्लभभाई पटेल के बड़े भाई और स्वतंत्रता संग्राम के प्रखर नेता थे।
- उन्होंने इंग्लैंड से वकालत की पढ़ाई की और भारत लौटकर वकालत के साथ राजनीति में सक्रिय हुए।
- वे 1925 में केंद्रीय विधान सभा के पहले भारतीय अध्यक्ष (स्पीकर) बने।
- उन्होंने अंग्रेज अधिकारियों के दबाव में आए बिना सदन को निष्पक्ष और लोकतांत्रिक ढंग से संचालित किया।
- वे स्वराज पार्टी से जुड़े और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्वतंत्रता के पक्ष में जनमत तैयार किया।
- 22 अक्टूबर 1933 को जेनेवा (स्विट्जरलैंड) में उनका निधन हुआ और उन्होंने अपनी संपत्ति स्वतंत्रता आंदोलन के लिए समर्पित कर दी।
प्रश्न. अखिल भारतीय स्पीकर सम्मेलन 2025 किस अवसर पर आयोजित किया गया ?
(a) भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ
(b) संसद भवन की 100वीं वर्षगांठ
(c) पहले भारतीय स्पीकर चुने जाने की 100वीं वर्षगांठ
(d) आज़ादी का अमृत महोत्सव
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