चर्चा में क्यों ?
हाल ही में कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) द्वारा निर्मित पनडुब्बी रोधी युद्धक जहाज 'आन्द्रोत' को नौसेना को सौंपा गया।

मुख्य विशेषताएँ:
- प्रकार: पनडुब्बी रोधी युद्धपोत (Anti-Submarine Warfare Ship - ASW)
- लंबाई: 77 मीटर
- उपकरण और हथियार:
- टोर्पेडो: पनडुब्बियों का प्रभावी पता लगाने और उन्हें नष्ट करने के लिए।
- ASW रॉकेट: समुद्र में पनडुब्बियों के खिलाफ रॉकेट हमले की सुविधा।
- उन्नत SONAR: पनडुब्बियों का पता लगाने और नेविगेशन के लिए अत्याधुनिक सोनार प्रणाली।
- स्थानीय सामग्री: लगभग 80% स्वदेशी सामग्री का उपयोग।
- उद्देश्य: तटीय रक्षा को सुदृढ़ करना और स्वदेशी जहाज निर्माण में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना।
रणनीतिक महत्व:
- पनडुब्बी रोधी क्षमता: आन्द्रोत नौसेना की ASW क्षमताओं में महत्वपूर्ण योगदान देता है, जिससे भारतीय तटों की सुरक्षा और समुद्री सीमाओं की रक्षा बेहतर होती है।
- आत्मनिर्भरता : 80% स्वदेशी सामग्री से निर्मित होने के कारण यह भारतीय रक्षा निर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ाता है।
- तकनीकी उन्नति: उन्नत SONAR और ASW हथियारों से लैस यह जहाज नौसेना के आधुनिक तकनीकी मानकों के अनुरूप है।
- समुद्री रणनीति में योगदान: भारतीय महासागर क्षेत्र में शक्ति संतुलन और रणनीतिक प्रभुत्व बनाए रखने में सहायक।
भारतीय नौसेना के अन्य पनडुब्बी रोधी युद्धपोत:
क्लास / श्रेणी
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जहाज का नाम (INS)
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लंबाई (मीटर)
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निर्माण वर्ष
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मुख्य हथियार और सिस्टम
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अभय क्लास
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Abhay
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61
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1989
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ASW रॉकेट, टोर्पेडो, SONAR
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अभय क्लास
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Ajit
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61
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1991
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ASW रॉकेट, टोर्पेडो, SONAR
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नई ASW शिप्स
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Androth
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77
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2025
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ASW रॉकेट, टोर्पेडो, उन्नत SONAR, 80% स्वदेशी सामग्री
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प्रश्न. हाल ही में भारतीय नौसेना को कौन सा पनडुब्बी रोधी युद्धक जहाज सौंपा गया है ?
(a) INS Arihant
(b) INS Androth
(c) INS Vikrant
(d) INS Abhay
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