अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें एंटीफ़ा (Antifa) को घरेलू ‘आतंकवादी संगठन’ घोषित किया गया है।
हालिया मुद्दे के बारे में
- हाल ही में कंज़र्वेटिव एक्टिविस्ट चार्ली किर्क की हत्या के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वामपंथी समूहों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही।
- हालांकि, चार्ली किर्क की हत्या में एंटीफ़ा की संलिप्तता का कोई सबूत नहीं मिला है।
- ट्रंप ने एंटीफ़ा को ‘सिक, खतरनाक एवं रेडिकल लेफ्ट डिजास्टर’ बताया और इसके फंडिंग स्रोतों पर कार्रवाई का वादा किया।
क्या है एंटीफ़ा
- Antifa का अर्थ है ‘Anti-Fascist’ अर्थात फासीवाद रोधी। यह कोई पारंपरिक राजनीतिक संगठन नहीं है बल्कि एक विकेंद्रीकृत आंदोलन है।
- इसका कोई स्पष्ट नेतृत्व, संरचना या कमान नहीं है। विशेषज्ञ इसे एक विचारधारा (Ideology) के रूप में देखते हैं जो फासीवाद और श्वेत अधिनायकवाद (White Supremacy) का विरोध करती है।
- इसलिए इसे अमेरिकी संविधान के प्रथम संशोधन द्वारा संरक्षित स्वतंत्र अभिव्यक्ति के अंतर्गत माना जाता है।
आंदोलन की उत्पत्ति
- यूरोप में 20वीं सदी के प्रारंभिक दशकों में फासीवाद विरोधी आंदोलनों से विकसित हुआ।
- अमेरिका में यह वर्ष 2016 में ट्रंप के चुनाव के बाद अधिक सक्रिय हुआ।
आंदोलन की संरचना
- स्थानीय समूहों का एक ढीला नेटवर्क।
- ये समूह स्वतंत्र हैं, पर कभी-कभी साझा योजना, रणनीति एवं संसाधनों का आदान-प्रदान करते हैं।
- छोटे समूहों को अफ्फिनिटी समूह (Affinity Groups) कहा जाता है जिनमें 3–8 लोग एक-दूसरे पर भरोसा कर विरोध प्रदर्शन में एक-दूसरे की सुरक्षा करते हैं।
आंदोलन का संचालन
- प्रत्यक्ष कार्यवाही में शामिल होना
- सड़क पर विरोध प्रदर्शन
- कभी-कभी हिंसक कार्रवाई: पुलिस वाहन जलाना, तोड़फोड़ करना
- प्राय: काले कपड़े पहनना और चेहरा ढकना
- ऑनलाइन गतिविधियाँ संचालित करना
- राइट-विंग (दक्षिण पंथी) समूहों पर नजर रखना
- उन्हें उजागर करना
एंटीफ़ा की हिंसक घटनाओं में संलिप्तता
- अमेरिकी कानून प्रवर्तन के अनुसार, कभी भी कोई आतंकवादी घटना सीधे एंटीफ़ा से संबद्ध नहीं रहीं।
- वर्ष 2020 में जॉर्ज फ्लॉइड विरोध प्रदर्शनों के दौरान ट्रंप ने पहली बार इसे घरेलू आतंकवादी संगठन घोषित करने की कोशिश की।
- अगस्त 2020 में ओरेगन के पोर्टलैंड में एक एंटीफ़ा समर्थक ने एरोन डैनियलसन (Far-Right समूह के सदस्य) की हत्या की।
- हाल ही में सैन डिएगो में वर्ष 2021 के विरोध प्रदर्शनों से जुड़ी साजिश के आरोप में दो पुरुष दोषी पाए गए, जिन्हें एंटीफ़ा का सदस्य बताया गया।
ट्रंप के आदेश की वैधता
- मुख्यतः संवैधानिक सुरक्षा के कारण अमेरिकी सरकार केवल घरेलू समूहों को आतंकवादी संगठन के रूप में नहीं मानती है।
- न्याय विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, ट्रंप का आदेश अनुसंधान एवं निगरानी अधिकारों को बढ़ा सकता है।
- कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि यह संवैधानिक और कानूनी रूप से संदिग्ध हो सकता है।
- विचारधारा को अपनाना प्राय: अपराध नहीं माना जाता है और इसलिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता (Free Speech) के अधिकार पर सवाल उठ सकते हैं।
निष्कर्ष
एंटीफ़ा कोई केंद्रीकृत संगठन नहीं है, बल्कि विचारधारा पर आधारित आंदोलन है। ट्रंप का कदम राजनीतिक और संवैधानिक रूप से विवादास्पद हो सकता है। अमेरिकी राजनीति में यह कदम वामपंथ और दक्षिण पंथ के टकराव को बढ़ा सकता है।