चर्चा में क्यों?
हाल ही में, पहला राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस (16 जनवरी) मनाया गया। इसमें अरोमा मिशन के अंतर्गत 'बैंगनी क्रांति' की सफलता के संदर्भ में चर्चा की गई।
अरोमा मिशन
- अरोमा मिशन की शुरुआत वर्ष 2017 में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद् के सहयोग से की थी।
- यह मिशन पूरे देश से स्टार्टअप्स और कृषकों को आकर्षित कर रहा है। इसे देश के 46 आकांक्षी ज़िलों में संचालित किया गया।
- इसके पहले चरण में 44,000 से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया गया और इससे किसानों को अत्यधिक लाभ हुआ।
- मिशन के दूसरे चरण में देश के 75,000 से अधिक कृषक परिवारों को लाभान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
बैंगनी क्रांति
- इसके तहत सी.एस.आई.आर. ने जम्मू और कश्मीर के कई ज़िलों में खेती के लिये अपनी प्रयोगशाला ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव’ के माध्यम से उच्च मूल्य व अधिक तेल-धारक क्षमता वाली लैवेंडर फसल की खेती शुरू की।
- लैवेंडर की खेती से राज्य में एक क्रांति आरंभ हुई, जिसमें अधिकाधिक किसानों ने भाग लिया। परिणामस्वरुप जम्मू और कश्मीर में 'स्टार्टअप' के रूप में 'बैंगनी क्रांति' का जन्म हुआ।