सितंबर 2025 में कोलकाता में आयोजित ‘कॉम्बाइंड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस’ (CCC) 2025 में चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने सशस्त्र बलों में लगातार सुधारों की आवश्यकता पर जोर दिया।
संयुक्त कमांडर्स सम्मेलन (CCC) 2025 के बारे में
- यह वार्षिक उच्च-स्तरीय बैठक है जिसमें तीनों सेनाओं (थल, वायु, नौसेना) के शीर्ष कमांडर, CDS, रक्षा मंत्री एवं प्रधानमंत्री शामिल होते हैं।
- इसका उद्देश्य सशस्त्र बलों की रणनीतिक तैयारियों, संयुक्त संचालन क्षमता एवं भविष्य की योजनाओं की समीक्षा करना होता है।
- वर्ष 2025 का सम्मेलन कोलकाता में आयोजित हुआ और इसमें स्पेस, साइबर, इन्फॉर्मेशन वारफेयर और स्पेशल ऑपरेशंस जैसे नए डोमेन पर चर्चा हुई।

प्रमुख लक्ष्य
- तीनों सेनाओं में संयुक्तता एवं एकीकरण (Jointness & Integration) बढ़ाना
- निर्णय प्रक्रिया को सरल और तेज बनाना
- आधुनिकीकरण एवं स्वदेशी रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देना
- पड़ोसी देशों की सुरक्षा चुनौतियों पर रणनीति बनाना
- सैनिकों और पूर्व सैनिकों के कल्याण योजनाओं की समीक्षा करना
मुख्य बिंदु
- टेक्नोलॉजी-ड्रिवन एप्रोच : आधुनिक युद्ध में AI, ड्रोन, साइबर डिफेंस का प्रयोग
- संस्थागत सुधार : स्पेस, साइबर व इन्फॉर्मेशन डोमेन में संरचना सुधार
- प्रोक्योरमेंट सुधार : पारदर्शिता व वित्तीय अधिकारों का विकेंद्रीकरण
- ECHS की समीक्षा : पूर्व सैनिकों के स्वास्थ्य एवं कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता
- राष्ट्रीय सुरक्षा : सीमाओं पर बदलते सुरक्षा परिदृश्य पर विचार-विमर्श
चिंताएँ
- पड़ोसी देशों से बढ़ती सीमा चुनौतियाँ और हाइब्रिड युद्ध
- रक्षा उपकरणों की तेजी से खरीद में होने वाली देरी
- साइबर और स्पेस खतरों के लिए पर्याप्त तैयारी का अभाव
- तीनों सेनाओं में पूर्ण एकीकरण की धीमी प्रगति
आगे की राह
- संयुक्त थिएटर कमांड्स का शीघ्र गठन
- रिसर्च एंड डेवलपमेंट (DRDO, निजी कंपनियाँ आदि) में निवेश बढ़ाना
- AI, बिग डेटा, क्वांटम टेक्नोलॉजी को रक्षा रणनीति में शामिल करना
- तेजी से बदलते सुरक्षा वातावरण के अनुसार नियमित सैन्य सुधार
- सेना को भविष्य के युद्ध के लिए तैयार करने के लिए सैनिकों के कल्याण और प्रशिक्षण में सुधार