केंद्र सरकार द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) को बेहतर करने की दिशा में डिपो दर्पण पोर्टल और मोबाइल एप्लिकेशन लांच करने की घोषणा की गई।
डिपो दर्पण पोर्टल के बारे में
- परिचय : डिपो दर्पण एक डिजिटल निगरानी पोर्टल और मोबाइल ऐप है जो जियो-टैग्ड डाटा, IoT और AI प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके खाद्यान्न डिपो की वास्तविक समय निगरानी को सक्षम बनाता है।
- उद्देश्य : इस पहल का उद्देश्य गोदामों की गुणवत्ता, सुरक्षा और परिचालन दक्षता में सुधार करना है ताकि खाद्य भंडारण व्यवस्था में अधिक पारदर्शिता व प्रभावशीलता लाई जा सके।
- मंत्रालय : उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय
- लांच तिथि : 20 मई, 2025
डिपो दर्पण पोर्टल की मुख्य विशेषताएँ
- स्मार्ट वेयरहाउसिंग तकनीकी समाधान : ‘डिपो दर्पण’ पोर्टल और मोबाइल ऐप आधुनिक स्मार्ट वेयरहाउसिंग तकनीकों के साथ एकीकृत हैं। ये तकनीकें भंडारण के प्रबंधन को अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनाती हैं।
- इसमें सी.सी.टी.वी. निगरानी, IoT सेंसर और एआई-आधारित प्रौद्योगिकियों, जैसे- स्वचालित नंबर प्लेट पहचान (ANPR) एवं फेस रिकॉग्निशन सिस्टम (FRS) शामिल हैं जो गोदामों की सुरक्षा व संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
- गोदामों की निगरानी : पोर्टल के माध्यम से गोदामों की निगरानी की जाएगी, जिसमें CO2 स्तर, फॉस्फीन गैस, आग के खतरे, आर्द्रता, तापमान और अनधिकृत पहुंच जैसे महत्वपूर्ण मापदंडों की ट्रैकिंग की जाएगी।
- जिओ-टैगिंग : प्रत्येक गोदाम के बुनियादी ढांचे पर जियो-टैग किए गए डाटा को अपलोड किया जाएगा, जो पोर्टल को वास्तविक समय में गोदाम के संचालन पर प्रतिक्रिया देने में सक्षम बनाएगा।
- स्वचालित रेटिंग : गोदामों के बुनियादी ढांचे और परिचालन दक्षता के आधार पर उन्हें एक स्टार रेटिंग दी जाएगी। यह रेटिंग गोदामों के संचालन की गुणवत्ता को दर्शाती है और समय पर सुधार के लिए कार्रवाई योग्य जानकारी प्रदान करती है।
- सतत निगरानी एवं सुधार : इस पहल में लगभग 2,278 गोदाम शामिल होंगे, जिनमें भारतीय खाद्य निगम (FCI), केंद्रीय भंडारण निगम (CWC) के स्वामित्व वाले गोदाम तथा राज्य एजेंसियों या निजी संस्थाओं से किराए पर लिए गए गोदाम शामिल हैं।