चर्चा में क्यों ?
हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओडिशा के कटक में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को कलिंग रत्न पुरस्कार-2024 प्रदान किया।

प्रमुख बिंदु
- यह पुरस्कार समारोह सरला साहित्य संसद द्वारा आयोजित किया गया।
- इसमें 15वीं शताब्दी की प्रख्यात ओड़िया कवि आदिकवि सरला दास की 600वीं जयंती मनाई गयी।
- इस कार्यक्रम में सरला दास के साहित्यिक योगदान पर प्रकाश डाला गया।
- भारतीय भाषाओं एवं संस्कृति के प्रचार-प्रसार का जश्न मनाया गया।
- धर्मेंद्र प्रधान को शैक्षिक सुधारों और भारतीय भाषाओं के उत्थान के प्रयासों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए सम्मानित किया गया।
कलिंग रत्न पुरस्कार के बारे में
- यह एक शैक्षिक तथा सांस्कृतिक सम्मान है।
- इसे 2007 से प्रत्येक वर्ष ओडिशा राज्य द्वारा किसी ऐसे व्यक्ति को दिया जाता है जिसने राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय योगदान दिया हो
- यह सामान्यतः ओडिशा क्षेत्र के विद्वानों, समाजसेवियों,तथा कला-संस्कृति से जुड़े हस्तियों को सम्मानित करने के लिए संस्थापित किया गया है।
उद्देश्य
- ओडिशा की सांस्कृतिक, शैक्षिक,भाषाई तथा साहित्यिक विरासत को मान्यता देना।
- समर्पित व्यक्तियों को उत्साह देना,जो अपनी गतिविधियों से क्षेत्रीयता से ऊपर उठकर राष्ट्रीय प्रतिष्ठा का निर्माण करें।
सरला दास
- इन्हें अक्सर उड़िया साहित्य की आदिकवि (प्रथम कवि) कहा जाता है।
- इनको उड़िया महाभारत की रचना का श्रेय दिया जाता है, जो एक अग्रणी रचना थी।
- इसने शास्त्रीय भारतीय साहित्य को क्षेत्रीय भाषाई दायरे में ला दिया।
- उनके योगदान ने उड़ीसा में साहित्यिक परंपरा के विकास की नींव रखी
- भारत की भाषाई विविधता को समृद्ध किया।
- साहित्यिक संस्था,सरला साहित्य संसद,पुरस्कारों और विद्वत्तापूर्ण आयोजनों के माध्यम से उनकी विरासत का स्मरण करती है।
प्रश्न. हाल ही में किसे कलिंग रत्न पुरस्कार-2024 से सम्मानित किया गया?
(a) भूपेन्द्र यादव
(b) धर्मेंद्र प्रधान
(c) नितिन गडकरी
(d) रमेश पोखरियाल
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