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इलेक्ट्रॉनिक निकोटीन डिलीवरी सिस्टम : स्वास्थ्य के लिए नया खतरा

(प्रारम्भिक परीक्षा, सामान्य अध्ययन 2: स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनों से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय।) 

संदर्भ 

  • नए युग के गेटवे उपकरणों जैसे ई-सिगरेट, वेपिंग पेन, हीट-नॉट-बर्न (HNB) डिवाइस आदि हीटेड तम्बाकू उत्पादों (HTP) को धूम्रपान के लिए एक स्वस्थ विकल्प पेश किया जाता है। लेकिन, वास्तविकता इससे अलग है क्योंकि इन उपकरणों ने सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट पैदा कर दिया है, जिससे शारीरिक नुकसान तो हुआ ही है, बच्चों की मानसिक सेहत पर भी बुरा असर पड़ा है।
  • वेप्स, वेपोराइज़र, वेपिंग पेन, हुक्का पेन, इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट (ई-सिगरेट या ई-सिगरेट), ई-सिगार और ई-पाइप ऐसे कई तंबाकू के वैकल्पिक उत्पाद हैं जिनका इलेक्ट्रॉनिक निकोटीन डिलीवरी सिस्टम (ENDS) के रूप में उपयोग किया जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक निकोटीन डिलीवरी सिस्टम (ENDS) के अंतर्गत शामिल उत्पाद

  • ई-सिगरेट : यह बैटरी से चलने वाला उपकरण है, जो निकोटीन, स्वाद और अन्य रसायनों वाले तरल घोल को वाष्पीकृत करता है, जिसे उपयोगकर्ता साँस के साथ ग्रहण करता है। 
    • इसके उदाहरण हैं- JUUL, Vuse और Blue ई-सिगरेट।
  • वेपिंग पेन : यह ई-सिगरेट का एक प्रकार है, जो आम तौर पर बड़ा होता है और पेन जैसे आकार का होता है। इसमें अक्सर रिफिल करने योग्य टैंक और समायोज्य सेटिंग्स होती हैं। 
    • इसके उदाहरण हैं- वेपोरेसो XROS, SMOK स्टिक V9।
  • हीट-नॉट-बर्न (HNB) डिवाइस : यह ऐसे उपकरण होते हैं, जो तम्बाकू को ऐसे तापमान पर गर्म करते हैं जो बिना जलाए निकोटीन और स्वाद को छोड़ते हैं। 
    • इसके उदाहरण हैं- फिलिप मॉरिस द्वारा IQOS, ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको द्वारा Glo। 

एक नई महामारी

  • लोगों को तंबाकू छोड़ने में मदद करने के बजाय, इन नए युग के गेटवे उपकरणों के निर्माताओं ने एक आकर्षक बाजार खोज लिया है, जिससे बच्चों और युवाओं में ENDS के उपयोग में वृद्धि देखी गई है।
    • रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों के अनुसार, वर्ष 2023 में, संयुक्त राज्य अमेरिका में मिडिल और हाई स्कूल के छात्रों के बीच ई-सिगरेट सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला तंबाकू उत्पाद था, जिसमें 21 लाख (7.7%) छात्र ई-सिगरेट का उपयोग कर रहे थे, जिसमें 5.5 लाख (4.6%) माध्यमिक स्कूल के छात्र शामिल थे। 
  • ये उपकरण अब नई पीढ़ी को निकोटीन की लत लगा रहे हैं और उन्हें संभावित दीर्घकालिक स्वास्थ्य परिणामों के संपर्क में ला रहे हैं।
  • ब्रिटेन के प्रमुख डॉक्टरों ने सरकार से आग्रह किया कि वह विशेष रूप से युवा लोगों के बीच "वेपिंग महामारी" से निपटने के लिए कानून पारित करे, जिसमें डिस्पोजेबल ई-सिगरेट और तंबाकू के अलावा सभी स्वादों पर प्रतिबंध लगाया जाए।

बच्चों और युवाओं द्वारा धूम्रपान के विकल्पों का उपयोग करने के कारण

  • सिगरेट की तुलना में कथित सुरक्षा : युवा ई-सिगरेट और वेपिंग पेन जैसे धूम्रपान के विकल्पों को तम्बाकू दहन की अनुपस्थिति के कारण पारंपरिक सिगरेट की तुलना में अधिक सुरक्षित मानते हैं।
  • आकर्षक फ्लेवर वाले उत्पाद : फ्लेवर वाले ई-तरल पदार्थ और वेपिंग उत्पादों की उपलब्धता, जैसे-स्ट्रॉबेरी, कॉटन कैंडी, पॉप रॉक्स और नींबू पानी, युवाओं को आकर्षित करती है। 
  • सामाजिक प्रभाव और साथियों का दबाव : युवाओं में धूम्रपान के विकल्प अपनाने में सोशल सर्कल और साथियों का दबाव महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • मार्केटिंग और मीडिया एक्सपोजर : आक्रामक मार्केटिंग रणनीति और आकर्षक सोशल मीडिया सामग्री अक्सर युवा जनसांख्यिकी को लक्षित करती है, जो वेपिंग को एक ट्रेंडी व स्वीकार्य व्यवहार के रूप में बढ़ावा देती है।
  • जिज्ञासा और प्रयोग की प्रवृति : किशोर व युवा स्वाभाविक रूप से प्रयोग और जिज्ञासा की ओर प्रवृत्त होते हैं, जो अक्सर उन्हें ई-सिगरेट जैसे नए उत्पादों को आज़माने के लिए प्रेरित करता है।
  • दीर्घकालिक जोखिमों के बारे में जागरूकता की कमी : कई युवा वेपिंग और धूम्रपान के अन्य विकल्पों से जुड़े संभावित दीर्घकालिक स्वास्थ्य जोखिमों को पूरी तरह से नहीं समझते हैं।
  • मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं : कुछ युवा विभिन्न प्रकार के मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से ग्रसित होने की स्थिति में ई-सिगरेट या अन्य धूम्रपान साधनों को अपनाते हैं।

प्रभाव 

  • निकोटीन की लत : धूम्रपान के विकल्पों में निकोटीन की मौजूदगी से उसकी लत लग सकती है और किशोरों में मस्तिष्क का विकास प्रभावित हो सकता है, विशेष रूप से 25 वर्ष की आयु तक के व्यक्तियों के लिए। 
    • अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन ड्रग एब्यूज (NIDA) के अनुसार, ई-सिगरेट का उपयोग करने वाले लगभग 30% युवा निकोटीन के आदी हो जाते हैं।
  • संज्ञानात्मक विकास में कमी : किशोरावस्था के दौरान निकोटीन के संपर्क में आने से संज्ञानात्मक विकास में कमी आ सकती है और ध्यान, सीखने एवं याददाश्त पर बुरा असर पड़ सकता है।
  • श्वसन संबंधी समस्याएं : वेपिंग और धूम्रपान के अन्य विकल्प श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं, जिसमें खांसी, घरघराहट तथा सांस लेने में तकलीफ शामिल है।
  • हृदय संबंधी समस्याएं: वेपिंग उत्पादों में मौजूद रसायन हृदय गति और रक्तचाप पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं।
  • हानिकारक रसायनों के संपर्क में आना : ई-सिगरेट उपयोगकर्ता भारी धातुओं, सॉल्वैंट्स और स्वाद बढ़ाने वाले एजेंटों सहित संभावित हानिकारक रसायनों के संपर्क में आते हैं। 
    • ई-सिगरेट एरोसोल में फॉर्मलाडेहाइड, एसीटैल्डिहाइड और धातु नैनोकण जैसे हानिकारक पदार्थ होते हैं, जो स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकते हैं।
  • पारंपरिक तम्बाकू के उपयोग का बढ़ता जोखिम : ई-सिगरेट और धूम्रपान के अन्य विकल्पों के उपयोग से पारंपरिक सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पादों की ओर बढ़ने की संभावना बढ़ सकती है।

सुझाव 

  • सख्त आयु सत्यापन : नाबालिगों की पहुँच को रोकने के लिए ऑनलाइन और भौतिक दुकानों दोनों में धूम्रपान के विकल्प खरीदने के लिए कड़े आयु सत्यापन उपाय लागू किए जाने चाहिए। 
    • उदाहरण के लिए, सरकार द्वारा जारी पहचान पत्र जाँच की आवश्यकता और ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म पर आयु सत्यापन प्रणाली लागू की जा सकती है।
  • सार्वजनिक शिक्षा अभियान : धूम्रपान के विकल्पों के जोखिमों और संभावित नुकसानों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए व्यापक सार्वजनिक शिक्षा अभियान शुरू किया जाना चाहिए।
    • युवाओं को निकोटीन और वेपिंग के स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में शिक्षित करने के लिए स्कूलों और सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर लक्षित अभियान संचालित किया जा सकता है।
  • विपणन और विज्ञापनों का विनियमन : युवा जनसांख्यिकी को लक्षित करने वाले धूम्रपान के विकल्पों के विपणन और विज्ञापन को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए तथा विज्ञापन विनियमों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
  • स्कूल-आधारित रोकथाम कार्यक्रमों पर बल : रोकथाम कार्यक्रमों को स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल किया जा सकता है, जो धूम्रपान के विकल्पों के जोखिमों को संबोधित करते हैं और छात्रों के लिए संसाधन प्रदान करते हैं।
  • माता-पिता और समुदाय की भागीदारी : शिक्षा और संचार के माध्यम से धूम्रपान के विकल्पों तक युवाओं की पहुँच की निगरानी व रोकथाम के प्रयासों में माता-पिता और समुदायों को शामिल करने पर जोर दिया जाना जरूरी है। 
  • मौजूदा कानूनों का प्रवर्तन बढ़ाने की आवश्यकता : अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए धूम्रपान के विकल्पों की बिक्री और वितरण से संबंधित मौजूदा कानूनों और विनियमों के प्रवर्तन को मजबूत किया जाना चाहिए।
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