New
GS Foundation (P+M) - Delhi: 30 July, 11:30 AM July Exclusive Offer UPTO 75% Off, Valid Till : 6th June 2025 GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 14th July, 8:30 AM July Exclusive Offer UPTO 75% Off, Valid Till : 6th June 2025 GS Foundation (P+M) - Delhi: 30 July, 11:30 AM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 14th July, 8:30 AM

भ्रूण के अंदर भ्रूण विसंगति

(प्रारंभिक परीक्षा : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी)

चर्चा में क्यों

महाराष्ट्र में 'भ्रूण के अंदर भ्रूण' (foetus in fetu) नामक एक दुर्लभ चिकित्सीय घटना दर्ज की गई।

भ्रूण के अंदर भ्रूण विसंगति के बारे में (Foetus inside foetus anomaly)

  • क्या है : यह एक अत्यंत दुर्लभ जन्मजात विसंगति है जिसमें गर्भवती महिला में एक विकृत भ्रूण दूसरे भ्रूण (सामान्य) के अंदर स्थित होता है।
    • हालिया मामले में 32 वर्षीय महिला में भ्रूण के 35 सप्ताह के बाद सोनोग्राफी द्वारा इस विसंगति का पता चला है।
    • सोनोग्राफी चिकित्सा स्थितियों के निदान के लिए अल्ट्रासाउंड तकनीक का अनुप्रयोग है।
    • कारण : वैज्ञानिकों के अनुसार वर्तमान परिकल्पना में भ्रूण में भ्रूण एक परजीवी जुड़वां भ्रूण हो सकता है जो अपने मेजबान जुड़वां के अंदर विकसित होता है।
  • प्रभाव: इस विसंगति में विकृत भ्रूण में कार्यात्मक मस्तिष्क, हृदय, फेफड़े, जठरांत्र संबंधी मार्ग या मूत्र पथ अनुपस्थित होता है।
  • उपचार: विकृत भ्रूण, सामान्य भ्रूण के अंतर्गत एक ट्यूमर जैसी अवस्था में रहता है। इसलिए सामान्य भ्रूण के जन्म के बाद तुरंत सर्जरी की आवश्यकता होती है।
  • दुर्लभता : अभी तक विश्व भर में इस प्रकार के केवल 200 मामले ही सामने आए हैं।
  • भारत में स्थिति : भारत में अभी तक ऐसे 10-15 मामले रिपोर्ट किए गए हैं।
  • शोध आवश्यकता : यह दुर्लभ स्थिति चिकित्सकों के लिए एक चुनौती बनी हुई है, जिसके ठोस कारण अभी तक ज्ञात नहीं हैं।
    • इस क्षेत्र में गंभीर रूप से शोध करने की आवश्यकता है।

« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR