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दूसरी तिमाही में GDP की वृद्धि दर पिछली 7 तिमाहियों में सबसे कम

चर्चा में क्यों?

2024-25 की पहली तिमाही में 6.7% की पांच तिमाहियों के निम्नतम स्तर पर पहुंचने के बाद जुलाई और सितंबर के बीच आर्थिक वृद्धि घटकर 5.4% रह गई।

प्रमुख बिंदु:

  • भारत की वास्तविक GDP वृद्धि जुलाई से सितंबर 2024 की तिमाही में 7 तिमाहियों के निचले स्तर 5.4% पर आ गई है।
  • सकल मूल्य वर्धित (GVA) वृद्धि Q1 में 6.8% से धीमी होकर 5.8% हो गई है।
    • RBI ने हाल ही में आर्थिक गतिविधि संकेतकों का हवाला देते हुए दूसरी तिमाही में 6.8% की GDP वृद्धि का अनुमान लगाया था।
    • अक्टूबर की मौद्रिक नीति समीक्षा में केंद्रीय बैंक का आधिकारिक अनुमान 7% था। 
  • 2023-24 की दूसरी तिमाही में वास्तविक GDP 8.1% बढ़ी थी, जबकि उस तिमाही में GVA वृद्धि 7.7% थी।
    • RBI ने 2024-25 के लिए पूरे साल की GDP वृद्धि 7.2% रहने का अनुमान लगाया है।
  • वित्त मंत्रालय को 6.5% से 7% की सीमा में वृद्धि की उम्मीद है।
  • NSO के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल और सितंबर के बीच वास्तविक GDP में 6% की वृद्धि के साथ वर्ष की दूसरी छमाही में तेज उछाल की आवश्यकता हो सकती है।

सकल घरेलू उत्पाद (GDP):

किसी एक वर्ष में देश में पैदा होने वाले सभी सामानों और सेवाओं की कुल मूल्य को GDP कहते हैं।

वास्तविक GDP: 

यह किसी आधार वर्ष की कीमतों पर व्यक्त की गई सभी वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य को बताता है।

सकल मूल्य वर्द्धन (GVA):

किसी उत्पाद के मूल्य से उसकी इनपुट लागत और कच्चे माल की लागत में कटौती के बाद जो राशि शेष बचती है उसे GVA कहते हैं।  

नोट: 

  • GDP और GVA देश के आर्थिक प्रदर्शन को मापने के दो मुख्य तरीके हैं।
  • GDP = (GVA) + (सरकार द्वारा अर्जित कर)-(सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सब्सिडी)

 दूसरी तिमाही के महत्वपूर्ण आंकड़े:

  • कृषि और सेवा क्षेत्रों को छोड़कर, अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में दूसरी तिमाही में एक साल पहले की तुलना में तीव्र गिरावट दर्ज की गई।
  • खनन और उत्खनन GVA पिछले साल की दूसरी तिमाही में 11.1% की वृद्धि से 0.1% संकुचन के साथ लाल निशान में पहुंच गया।
  • कृषि, पशुधन, वानिकी और मत्स्य पालन GVA में 3.5% की वृद्धि हुई, जो एक साल पहले दर्ज की गई 1.7% की वृद्धि से दोगुनी से भी अधिक है।
  • विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर पिछले वर्ष की दूसरी तिमाही के 14.3% से गिरकर मात्र 2.2% रह गई।
  • बिजली, गैस, जल आपूर्ति और अन्य उपयोगिता सेवाओं का GVA 3.3% बढ़ा, जबकि 2023 के जुलाई-सितंबर में यह 10.5% था।
  • सेवाओं में सबसे ज़्यादा तेज़ी लोक प्रशासन, रक्षा और अन्य सेवाओं में देखने को मिली, जहाँ GVA पिछले साल के 7.7% से बढ़कर 9.2% हो गया।
  • व्यापार, होटल, परिवहन, संचार और प्रसारण से जुड़ी सेवाओं के लिए GVA में एक साल पहले के 4.5% से 6.6% का सुधार हुआ।
  • वित्तीय, रियल एस्टेट और व्यावसायिक सेवाओं के लिए यह 6.7% ज़्यादा रहा, जो 2023-24 की दूसरी तिमाही में 6.2% की वृद्धि से थोड़ा बेहतर है।
  • क्षेत्रवार विभाजित करें तो इस वर्ष की पहली छमाही (H1) में केवल एक क्षेत्र में वृद्धि देखी गई है - लोक प्रशासन, रक्षा और अन्य सेवाएँ
    • इनका GVA 2023-24 की H1 में 8% से बढ़कर 9.3% हो गया है।
  • बिजली, पानी और अन्य उपयोगिता सेवाओं के लिए, विकास की गति पिछले वर्ष की H1 से 6.8% पर अपरिवर्तित बनी हुई है।

अर्थशास्त्रियों का मत:

  • कोटक महिंद्रा बैंक की मुख्य अर्थशास्त्री उपासना भारद्वाज ने कहा-
    • ऐसा लगता है कि विनिर्माण क्षेत्र को सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ है।
    • त्योहारी सीज़न में होने वाला खर्च साल की दूसरी छमाही में वृद्धि को बढ़ावा दे सकता है।
    • उन्होंने अनुमान लगाया कि 2024-25 की वृद्धि RBI के 7.2% अनुमान के सापेक्ष लगभग एक प्रतिशत अंक कम हो सकती है।
  • मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंथा नागेश्वरन-
    • यह मानने के लिए हर कारण मौजूद है कि 5.4% की वृद्धि दर आंशिक रूप से दूसरी तिमाही में शहरी मांग में आई कमी के कारण है, जिसके जारी रहने की उम्मीद नहीं है।
    • उन्होंने सलाह दी कि इन आंकड़ों से पूरे साल की वृद्धि की संभावनाओं के बारे में बहुत अधिक अनुमान नहीं लगाना चाहिए।  
  • ईवाई इंडिया के मुख्य नीति सलाहकार डीके श्रीवास्तव-
    • औद्योगिक क्षेत्रों में उल्लेखनीय मंदी के अलावा, निजी अंतिम उपभोग व्यय और सकल स्थायी पूंजी निर्माण के दो घरेलू मांग घटकों में कुल मिलाकर 1.5 प्रतिशत अंकों की गिरावट आई है।
    • यह दूसरी तिमाही से पहली तिमाही तक GDP वृद्धि में गिरावट को लगभग पूरी तरह से स्पष्ट करती है।

GDP वृद्धि में कम क्यों बन गई RBI और सरकार के बीच विवाद का कारण:

  • RBI ने पहले 2024-25 के लिए जीडीपी वृद्धि का अनुमान लगाया था, लेकिन बाद में मौसम (जैसे भारी बारिश) और कम सरकारी खर्च की वजह से वृद्धि में कमी आई।
  • इसके बाद, RBI ने कुछ कदम उठाए, जैसे असुरक्षित व्यक्तिगत ऋणों पर कड़ी निगरानी, ताकि भविष्य में कोई वित्तीय संकट न हो।
  • सरकार को लगता है कि इन कदमों का असर आर्थिक विकास पर पड़ रहा है।
  • RBI का मुख्य लक्ष्य है महंगाई को 4% के आसपास रखना, लेकिन सरकार को लगता है कि RBI का ध्यान ज्यादा खाद्य महंगाई पर केंद्रित हो गया है।
    • उदाहरण के लिए, अक्टूबर में खाद्य मुद्रास्फीति (खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि) 10.87% तक पहुंच गई, जो पिछले 15 महीनों का सबसे ऊँचा स्तर था।
  • सरकार का कहना था कि RBI की कड़ी नीतियों की वजह से अन्य क्षेत्रों में विकास धीमा हो रहा है, जबकि खाद्य महंगाई पर उसका ज्यादा नियंत्रण नहीं है।
  • सरकार की चिंता यह थी कि RBI द्वारा उठाए गए कदमों की वजह से क्रेडिट (ऋण) की वृद्धि कम हो रही थी।
    • जब ऋण की वृद्धि कम होती है, तो कंपनियां और लोग नए निवेश और खर्च नहीं करते, जो आर्थिक विकास के लिए ज़रूरी है।
    • इस प्रकार गैर-खाद्य क्षेत्रों (जैसे निर्माण, उद्योग आदि) की वृद्धि पर असर पड़ा।

विवाद की वजह- मुद्रास्फीति बनाम वृद्धि: 

  • अब सरकार और RBI के बीच यह बहस हो रही है कि क्या महंगाई को नियंत्रित करना ज्यादा ज़रूरी है या आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देना।
  • सरकार का मानना है कि RBI का ध्यान महंगाई पर बहुत ज्यादा है, जबकि इस समय आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए थोड़ी ढीली मौद्रिक नीति (कम ब्याज दरें, अधिक ऋण उपलब्धता) की ज़रूरत है।
  • सरकार का कहना है कि अगर वृद्धि को बढ़ाने के लिए कुछ ढीली नीतियां लागू की जाएं, तो यह अर्थव्यवस्था को फायदा पहुंचाएगा।
  • वहीं, RBI का कहना है कि उसने जो कदम उठाए हैं, वे भविष्य में किसी बड़े वित्तीय संकट से बचने के लिए थे।

 क्यों हो जाता है RBI और सरकार के बीच विवाद?

  • समय-समय पर सरकार और RBI के बीच मुद्रास्फीति, ब्याज दरों, और आर्थिक विकास को लेकर मतभेद होते रहे हैं।
  • इन विवादों का कारण मुख्य रूप से अलग-अलग प्राथमिकताएं रही हैं।
    • सरकार का ध्यान आर्थिक विकास पर होता है।
    • वहीं RBI का मुख्य उद्देश्य मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना और वित्तीय स्थिरता बनाए रखना है।

प्रश्न. वर्ष 2024-25 की GDP वृद्धि दर के सन्दर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?

  1. इसकी दूसरी तिमाही में GDP वृद्धि दर 5.4% दर्ज हुई।
  2. इस वर्ष के लिए RBI ने 7.2% रहने का अनुमान लगाया है।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-

(a) केवल 1

(b) केवल 2

(c) 1 और 2 दोनों

(d) न  तो 1 न  ही 2 

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